अनियमित दिनचर्या और खराब आदतों के कारण आपके शरीर में कई समस्याएं शुरू हो जाती है। यदि दिन में थोड़ा सा समय भी गहरी सांस लेने की एक्सरसाइज के लिए निकाला जाए तो आप शरीर को कई रोगों से बचा सकते हैं। गहरी सांस लेने की क्रिया तनाव को दूर कर आपको आपके मस्तिष्क और शरीर को आराम पहुंचाती है। Show
इसके साथ ही गहरी सांस लेने से आपको नींद भी अच्छी आती है। गहरी सांस की एक्सरसाइज से फायदे लेने के लिए आपको उसकी सही तकनीक के बारे में भी मालूम होना बेहद जरूरी है। सही तकनीक से गहरी सांस लेने से आपको इसके फायदे जल्द ही महसूस होने लगते हैं। (और पढ़ें - सांस लेने में दिक्कत हो तो क्या करें) शरीर पर इसकी बेहतर प्रतिक्रियाओं को देखते हुए आपको इस लेख में “गहरी सांस लेने के फायदों” के बारे में विस्तार से बताया गया है। साथ ही आपको गहरी सांस लेने का तरीका, गहरी सांस कैसे ले और गहरी सांस लेने की विधि आदि विषयों को भी विस्तार से बताने का प्रयास किया गया है। (और पढ़ें - सांस फूलने का उपचार) गहरी सांस लेने से शरीर डिटॉक्स होता है - Gahri saans lene se sharir detox hota haiरोजाना शरीर को कई तरह के विषाक्त पदार्थों का सामना करना पड़ता है, जिसमें प्रदूषित वातावरण, दूषित पानी और भोजन को शामिल किया जा सकता है। सांस के जरिए शरीर इन विषाक्त पदार्थों को बाहर करके स्वयं को साफ करता है। यदि आप गहरी सांस नहीं लेते हैं तो ऐसे में शरीर की विषाक्त पदार्थों को बाहर करने की क्षमता कम हो जाती है। जिसकी वजह से शरीर के अन्य तंत्रों को रक्त साफ करने के लिए अधिक मेहनत करनी पड़ती है और इसके कारण व्यक्ति बीमार हो जाता है। जब आप गहरी सांस लेते और छोड़ते हैं तब कार्बन डाई ऑक्साइड के साथ कई तरह के विषाक्त पदार्थ भी बाहर निकल जाते हैं। (और पढ़ें - बॉडी को डिटॉक्स कैसे करें) गहरी सांस लेने से ऑक्सीजन स्तर बढ़ाता है - Gahri saans lene se oxygen level badhta haiगहरी सांस लेते समय आप आराम महसूस करते हैं और इससे ऑक्सीजन शरीर की कोशिकाओं तक सही मात्रा में पहुंचती है। कोशिकाओं को प्राकृतिक रूप से प्राप्त ऑक्सीजन की आवश्यकता होती है। करीब 40 दिनों तक बिना खाएं और 3 दिनों तक पानी के बिना भी हमारा शरीर जीवित रह सकता है, लेकिन कुछ मिनटों तक सांस न लेने से हमारा शरीर मृत हो जाता है। गहरी सांस लेने से मिलने वाली पर्याप्त ऑक्सीजन से आपके शरीर की सभी कार्यप्रणालियों की क्षमता बढ़ जाती है। ऐसे में आप अपनी एकाग्र क्षमता और शारीरिक स्टेमिना को भी बेहतर महसूस करते हैं। (और पढ़ें - एनर्जी बढ़ाने के उपाय) गहरी सांस लेने से तनाव कम होता है - Gahri saans lene se oxygen level badhta haiछोटी-छोटी सांस लेने का संबंध तनाव और चिंता से होता है। लड़ाई करते समय या लड़ाई करने से पहले शरीर असुरक्षित महसूस करता है, जिसकी वजह से व्यक्ति हल्की और छोटी-छोटी सांसे लेने लगता है। छोटी-छोटी सांसों के कारण व्यक्ति को चिंता, भय और हाइपरवेंटिलेशन (तेज-तेज सांसे लेना) की समस्या होने लगती है और ऐसा इसलिए होता है क्योंकि व्यक्ति का शरीर खतरे के लिए तैयार हो रहा होता है। (और पढ़ें - तनाव के लिए योग) तनाव व चिंता से बचने के लिए आप गहरी सांसे लें। इससे आपके शरीर को पर्याप्त ऑक्सीजन मिलने लगती है और आप चिंता मुक्त हो जाते हैं। गहरी सांस लेने से आपकी दिल की धड़कने भी सामान्य होने लगती है, जिससे आप शांत महसूस करने लगते हैं। अगर आपको चिंता और भय संबंधी विकार हो तो गहरी सांस लेने से आपको मौजूदा स्थिति में आराम मिलता है। (और पढ़ें - घबराहट का इलाज) गहरी सांस लेने से श्वसन प्रणाली बेहतर होती है - Gahri saans lene se shvasan pranali behtar hoti haiगहरी सांस लेने से डायाफ्राम और सांस लेने वाली मांसपेशियों को आराम मिलता है। इसके साथ ही गहरी सांस लेने से श्वसन संबंधी समस्या जैसे अस्थमा और सांस फूलने की परेशानी कम होती है। इस प्रक्रिया से पसलियों के बीच की मांसपेशियों, कंधे व पसलियों के बीच की हड्डियों और खड़े होने में सहायक मेरुदंड, गर्दन व कंधे की मांसपेशियों का तनाव कम होता है तथा छाती की जकड़न भी कम हो जाती है। (और पढ़ें - अस्थमा अटैक में क्या करें) गहरी सांस लेना हृदय के लिए फायदेमंद - Gahri saans lena hrday ke liye faydemandअधिकतर लोगों को यह मालूम ही नहीं होता कि गहरी सांस लेना भी शरीर के लिए एक बेहतर एक्सरसाइज है। अगर आप नियमित एक्सरसाइज नहीं करते हैं या किसी स्वास्थ्य समस्या के कारण एक्सरसाइज नहीं कर पा रहें हैं, तो भी आप रोजाना कुछ समय के लिए गहरी सांस लेने से कई एक्सरसाइज के फायदों को प्राप्त कर सकते हैं। गहरी सांस लेने से आपके हृदय की कार्य क्षमता में बढ़ोतरी होती है और आसानी से फैट कम होने लगता है। यदि आप अन्य एक्सरसाइज के साथ गहरी सांस का अभ्यास करते हैं तो इससे भी आपके हृदय की कार्यक्षमता में सकारात्मक प्रभाव दिखाई देते हैं। (और पढ़ें - हृदय रोग का इलाज) हार्ट अटैक वाले कुछ लोगों पर एक अध्ययन किया गया। इस अध्ययन में पाया कि जिन लोगों ने हार्ट अटैक के बाद एक्सरसाइज व सांस संबंधी अन्य तकनीकों को अपनाया उन लोगों में अगले पांच वर्षों के दौरान दोबारा हार्ट अटैक के जोखिम करीब 50 प्रतिशत कम हो गए थे। (और पढ़ें - हृदय रोग से बचने के उपाय) गहरी सांस लेने से पाचन तंत्र बेहतर होता है - Gahri saans lene se pachan tantr behtar hota haiगहरी सांस लेने से पाचन तंत्र में रक्त संचार बढ़ता है। इसके कारण आंतों के कार्य में वृद्धि होती है और पाचन क्रिया बेहतर बनती है। पाचन क्रिया बेहतर होने से इर्रिटेबल बाउल सिंड्रोम (आईबीएस) और कब्ज जैसी समस्याएं दूर होती है। (और पढ़ें - पाचन तंत्र के रोग का इलाज) आपके मूड का भी पाचन तंत्र और भूख पर गहरा प्रभाव पड़ता है। गहरी सांस लेने से तनाव और चिंता कम होती है और आपकी पाचन क्रिया बेहतर होती है। (और पढ़ें - पाचन शक्ति बढ़ाने के उपाय) गहरी सांस लेने से वजन नियंत्रित होता है - Gahri saans lene se vajan niyantrit hota haiगहरी सांस के द्वारा वजन नियंत्रित करने में मदद मिलती है। अगर आपका वजन कम है तो ऐसे में गहरी सांस लेने से ऊतकों और कोशिकाओं को पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन मिलती है और आपका वजन सही बना रहता है। वहीं अगर आपका वजन अधिक है तो ऐसे में ऑक्सीजन का उचित स्तर आपके अधिक फैट को कम करने का काम करता है। जब आप छोटी छोटी सांसे लेते हैं तो इससे शरीर का फैट कम होने के बजाय ग्लाइकोजन (एक जटिल कार्बोहाइड्रेट) नष्ट होने लगता है। (और पढ़ें - फैट कम करने के घरेलू उपाय) गहरी सांस लेने के अन्य लाभ - Gahri saans lene ke anya labhगहरी सांस लेने के क्या फायदे होते हैं?डीप्र ब्रींदिग करने से फेफड़ों को मजबूती मिलती है. क्योंकि जब आप गहरी सांस लेते हैं तो फेफड़े में ज्यादा ऑक्सीजन पहुंचता है, जो नसों के माध्यम से पूरे शरीर में पहुंचता है. अगर आप बेचैन हैं और एंग्जाइटी महसूस कर रहे हैं तो डीप ब्रीदिंग करें. आप एंग्जाइटी दूर करने के लिए रोज इसका अभ्यास कर सकते हैं.
गहरी सांस क्यों आती है?सांस फूलना, लगातार उबासी या गहरी सांस लेना- लगातार उबासी, सांस फूलना या गहरी सांस की वजह हमेशा ऐंगजाइटी या थकान नहीं होती है. डॉक्टर लॉकी के अनुसार, ये अस्थमा के भी लक्षण हो सकते हैं. डॉक्टर लॉकी कहते हैं कि उबासी या गहरी सांस लेने से शरीर को ज्यादा ऑक्सीजन मिलती है और कार्बन डाइऑक्साइड भी ज्यादा बाहर निकलती है.
सांस लेने का सही तरीका क्या है?नाक से सांस लेने पर नाक में उपस्थित रोम एवं म्यूकस अंदर आने वाली हवा को फिल्टर करते हैं। वहीं नाक के अंदर रीलीज़ होने वाली नाइट्रिक ऑक्साइड रोगाणुओं और पर्यावरण जनित रोगों को मारने में सक्षम होती है। इससे हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता बेहतर काम कर पाती है।
गहरी सांस लेने पर छाती के आकार का क्या होता है?दूसरी ओर, यदि मरीज सांस रोक कर रखने के समय में धीरे-धीरे वृद्धि करने में सक्षम होता है तो यह सकारात्मक संकेत है।
|