फास्टैग क्या है यह कहां मिलेगा कैसे लगवाएं..फास्टैग ऑनलाइन रिचार्ज कैसे होता हैं मुफ्त में फास्टैग कैसे बनवाये ऑनलाइन फास्टैग रिचार्ज कैसे करे [How to Apply FasTag? How to Recharge Online?] fastag last date 2021 फास्टैग कैसे बनाये फास्टैग टोल फ्री नंबर fastag कैसे प्राप्त करें फास्टैग कैसे बनता है Show
भारत में बहुत बड़े-बड़े राजमार्ग बने हुए हैं जिन पर दिन प्रतिदिन वाहनों की आवाजाही की संख्या बढ़ती जा रही है। अब इतने बड़े पैमाने पर जब वाहनों की आवाजाही होगी तो उस पर निगरानी रखना भारत सरकार के लिए दिन प्रतिदिन कठिन होता जा रहा है। ऐसे में इस समस्या को सुलझाने के लिए भारत सरकार ने 1 बेहतरीन कदम उठाया है। सरकार द्वारा राष्ट्रीय राजमार्गों की देखरेख के लिए टोल की सुविधा रखी जाती है ऐसे में सभी वाहनों से टोल राशि प्राप्त करना सरकार के लिए एक दुविधा पूर्ण कार्य बन चुका है। इस कार्य को सरल बनाने के लिए भारत सरकार ने फास्टैग की प्रक्रिया आरंभ करने की सोची है। इस योजना के तहत सीधे ही वाहन के मालिकों द्वारा टोल की राशि प्राप्त कर ली जाएगी और संग्रहण करने में आसानी होगी। आइए जानते हैं इस योजना को विस्तार से..
फास्टैग कैसे बनवाये
फास्टटैग क्या है fastag kya haiफास्ट टैग एक ऐसा डिजिटल टैग है जिसे वाहन मालिकों के लिए भारतीय सरकार द्वारा जारी किया जाएगा। उस जारी किए गए टैग को वाहन के आगे की ओर लगा दिया जाएगा। जिस तरह से आप अपना मोबाइल रिचार्ज करते हैं ठीक उसी तरह से आपको यह फास्ट टैग भी रिचार्ज करना होगा ताकि आप इसके जरिए अपने वाहन पर लगने वाला टोल टैक्स का भुगतान कर सके। इस फास्ट टैग कार्ड का सबसे प्रमुख फायदा वाहन चालकों को होगा क्योंकि उन्हें इस कार्ड के बनने के बाद टोल भरने के लिए टोल केंद्रों पर रुकना नहीं पड़ेगा। इन कार्डो में एक ऐसा सेंसर लगाया जाएगा जिससे आप एक विशिष्ट लाइन में जाकर अपने वाहन के कार्ड को सेंसर के द्वारा चेक करा सकते हैं और सीधे ही अपना टोल कटवा सकते हैं। फास्ट टैग कार्ड के जरिए सीधे ही वाहन के मालिक के अकाउंट से टोल की राशि को काट लिया जाएगा। यदि आपके पास एक से अधिक वाहन है तो उसके लिए आपको ऑटोमोबाइल के जरिए अलग अलग वाहन के लिए अलग-अलग फास्ट टैग कार्ड प्राप्त करना होगा। यदि आपके फास्ट टैग अकाउंट की राशि खत्म हो जाती है, तो इसे आपको दोबारा से रिचार्ज करना होगा. इस टैग की वैधता 5 वर्ष होती है, यानी कि आपको 5 वर्ष बाद इसे अपने गाड़ी पर दोबारा से लगवाना होगा. फास्टटैग गाड़ी के किस जगह पर लगता है ?इस टैग को गाड़ियों के विंड स्क्रीन पर लगाना होगा ताकि आसानी से रेडियो फ्रिकवेंसी आईडेंटिफिकेशन के जरिए टोल प्लाजा पर लगने वाला शुल्क अपने आप ही आपके प्रीपेड खाते से कट जाए. फास्ट टैग प्राप्त करने का स्थान –चयनित बैंक:-फास्ट टैग कार्ड प्राप्त करने के लिए भारत सरकार द्वारा लगभग 22 बैंकों की एक लंबी सूची जारी की गई है जिनके जरिए आप फास्ट टैग कार्ड आसानी से प्राप्त कर सकते हैं। पीओएस:-वाहन मालिकों की सुविधा के लिए सरकार ने यह भी घोषणा की है कि वाहन चालक सीधा टोल केंद्रों पर जाकर अपना फास्ट टैग कार्ड प्राप्त कर सकते हैं। केंद्र सरकार ने इन कार्डों के लिए पॉइंट ऑफ सेल की सुविधा रखी गई है अर्थात ऐसे केंद्र बनाए गए हैं जहां से आसानी से कोई भी व्यक्ति जाकर फास्टैग कार्ड खरीद सकते हैं। ऑनलाइन खरीद:-यदि आप घर बैठे इस कार्ड को प्राप्त करना चाहते हैं तो आप ऑनलाइन अमेजॉन के जरिए इस कार्ड को आर्डर करके सीधे घर पर ही मंगा सकते हैं। फास्टटैग के लिए जरूरी दस्तावेज (Documents for Fastag)कार पंजीकरण दस्तावेज:-आपके पास जो भी वाहन है उससे जुड़े सभी प्रकार के पंजीकरण दस्तावेज आपको फास्टटेक कार्ड प्राप्त करने के लिए दिखाने होते हैं। उन दस्तावेजों की जांच पड़ताल के बाद ही आपका फास्टैग कार्ड पंजीकृत किया जाता है। बैंक खाता दस्तावेज:-फास्टैग कार्ड को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से आपके बैंक खाते से जोड़ा जाता है ताकि सभी प्रकार के भुगतान सीधे ही आपके बैंक से कर लिया जाए इसलिए फास्ट ट्रेक कार्ड में आवेदन करते समय आपको बैंक खाते के दस्तावेज भी जमा कराने होते हैं। आईडी:-इन सभी दस्तावेजों के साथ-साथ कार मालिक की एक आईडी के आधार पर आधार कार्ड या वोटर आईडी कार्ड की फोटो कॉपी भी जमा करानी होती है। एड्रेस प्रूफ:-एड्रेस प्रूफ के लिए भी आपको एक फोटो कॉपी जिसमें आपके बिजली का बिल, टेलिफोन का बिल, या फिर स्थानीय पते का कोई प्रमाण पत्र भी फास्ट टैग कार्ड प्राप्त करने के लिए आवश्यक होता है। फास्टटैग शुरू करने के लाभ [Fastag Benefit]उचित टोल संग्रह:-इस योजना के तहत सरकार द्वारा सभी वाहनों पर उचित टोल की राशि प्राप्त की जा सकती है जिससे देश का राजस्व दिन प्रतिदिन दुगना चोगुना होता जाएगा। साथ ही इसके जरिए आसानी से टोल संग्रहण पर निगरानी भी रखी जा सकती है। समय की बचत:-यदि यह कार्ड सरकार द्वारा सभी वाहनों में लगा दिया जाएगा तो वाहन चालकों की काफी हद तक समय की बचत भी होगी। टोल नाका पर घंटों लाइनों में खड़े होकर टोल भरने का इंतजार यात्रियों को करना पड़ता है जिसकी वजह से उनका काफी समय सिर्फ टोल नाके पर ही बर्बाद हो जाता है। परंतु इस सेंसर सिस्टम के चालू होने के बाद उन यात्रियों के साथ साथ टोल नाका पर बैठे हुए कर्मचारियों का भी अधिक समय बचेगा। प्रदूषण नियंत्रण में सहायक:-टोल नाका पर खड़े हुए काफी लंबी कतार में लगे वाहनों से कई हद तक प्रदूषण निकलता है यदि उनमें फास्ट टैग कार्ड लगा दिया जाएगा तो वे कार्ड सेंसर की मदद से अपना टोल भर कर तुरंत ही आगे निकल सकते हैं। इस प्रक्रिया से प्रदूषण नियंत्रण में भी काफी मदद मिल सकती है। आसान टोल भुगतान:–कुछ लोग ऐसे होते हैं जिन्हें टोल भुगतान के बारे में पूरी जानकारी नहीं होती है ऐसे में वे कभी धोखा भी खा जाते हैं परंतु फास्ट टैग कार्ड की मदद से वे टोल भुगतान आसानी से कर सकते हैं। इसका डिजाइन और कार्य कुछ इस तरह से बनाया गया है कि यह किसी भी व्यक्ति को टोल भुगतान करने में पूरी तरह से सहायता प्रदान करता है। ऑनलाइन और ऑफलाइन वॉलेट रिचार्ज सुविधा:-इस कार्ड में कुछ ऐसी सुविधाएं लगाई गई हैं जिसके जरिए आप ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों ही तरीके से टोल नाके पर भुगतान राशि के लिए रिचार्ज कर सकते हैं। कैशबैक ऑफर्स:-वाहन चालकों को फास्टैग कार्ड की ओर आकर्षित करने के लिए उन्होंने कई सारे कैशबैक ऑफर्स भी रखे हुए हैं ताकि लोग इसकी तरफ आकर्षित हो और अपने वाहनों को फास्ट टैग कार्ड के अंतर्गत पंजीकृत करा लें। राजमार्ग रिकॉर्ड प्रबंधन में आसानी:-इस कार्ड के जरिए राजमार्ग पर आवाजाही करने वाले प्रत्येक वाहन का पूरा लेखा-जोखा रखने में आसानी होगी क्योंकि डिजिटल रूप से अपने आप ही टोल नाका पार करने वाले वाहनों की संपूर्ण जानकारी लिखित रूप से दर्ज हो जाएगी। एसएमएस अलर्ट सुविधा:-यदि आप टोल नाके पर अपने सेंसर कार्ड से राशि का भुगतान कर चुके हैं तो तुरंत आपके रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर उसकी सूचना भेज दी जाती है जिससे आपको भुगतान की गई राशि का पूरा ब्यौरा लिखित रूप में मिल जाता है। फास्ट टैग एप:-सरकार द्वारा फास्ट टैग ऐप भी लांच की गई है जिसकी सहायता से वाहन के मालिक अपने कार्ड का पूरा रिकॉर्ड अपने पास रख सकते हैं और साथ ही उसकी मदद से अपने कार्ड को रिचार्ज भी कर सकते हैं। इस ऐप के जरिए वाहन को ट्रैक करने में भी आसानी होती है। निशुल्क पंजीकरण:-सरकार द्वारा वाहन के मालिकों को प्रोत्साहित करने के लिए 1 दिसंबर 2019 तक के लिए निशुल्क पंजीकरण की सुविधा दी गई है। यदि आप फास्ट टैग कार्ड के अंतर्गत अपने वाहन को रजिस्टर कराना चाहते हैं तो एक दिसंबर 2019 से पहले करा सकते हैं क्योंकि वह बिल्कुल निशुल्क है। नियम तोड़ने वालों के लिए सख्त कार्यवाही:-सरकार द्वारा यह घोषणा की गई है कि जो भी कार चालक अपने वाहन से किसी भी प्रकार का नियम तोड़ते हैं तो जुर्माने के तौर पर उनके पास टैग कार्ड से दोगुना टोल का भुगतान करवा लिया जाएगा। FASTag के लिए आवेदन कैसे करें, Registration, फास्टैग कैसे बनायेऑनलाइन पोर्टल –वाहन मालिक आधिकारिक FASTag पोर्टल पर लिंक fastag.org/download-application-form पर क्लिक करके लॉग इन कर सकते हैं। यह वेबसाइट इस योजना के बारे में पूरा विवरण प्रदान करती है। बैंक का विवरण –इस साइट के जरिए कार के मालिक को अपनी इच्छा अनुसार बैंक का चयन करने का ऑप्शन भी मिलता है वह उस बैंक को चुन सकता है जिस बैंक से वह अपना फास्टटेक कार्ड लिंक कराना चाहता है। आवेदन पत्र –जब आप इस वेबसाइट के जरिए पूरी तरह से अपना आवेदन भर देंगे तो वह आपको फास्टैग कार्ड प्राप्त करने के सभी निर्देश जारी कर देगा। फॉर्म डाउनलोड –आवेदक को नामांकन दस्तावेजों को डाउनलोड करके उन दस्तावेजों का एक प्रिंट आउट प्राप्त कर लेना होगा। फॉर्म भरने के लिए –आपको फॉर्म भरने और आवश्यक दस्तावेजों को जुटाने के बाद उन सभी दस्तावेजों को अपनी बैंक शाखा में जमा कराना होगा।। रसीद जारी करना –बैंक आपके नाम पर एक रसीद जारी करेगा। वह उस रस्सी को आपको दे देगा ताकि आप उसके जरिए फास्ट टैग कार्ड को लिंक कर सके। FASTag संग्रह –वाहन को POS बूथ पर ले जाकर वाहन की रसीद को प्राप्त करना चाहिए और उसके जरिए आप फास्ट टैग कार्ड प्राप्त कर सकते हैं। फास्टैग खाते को कैसे रिचार्ज कर सकते हैं FAStag Rechargeउपभोक्ता अपनी सुविधा अनुसार क्रेडिट कार्ड , डेबिट कार्ड , आरटीजीएस एवं नेट बैंकिंग के द्वारा अपने फास्ट टैग के खाते को बड़े आसानी से रिचार्ज कर सकता है. उपभोक्ता अपने फास्ट टैग के खाते में न्यूनतम 100 रूपये और अधिकतम -से -अधिकतम 100000 रुपये तक रिचार्ज कर सकता है. उपभोक्ता अपनी सहूलियत के हिसाब से किसी भी पॉइंट ऑफ सेल के अंतर्गत आने वाले टोल प्लाजा एवं एजेंसी में जाकर अपने वाहन के लिए फास्ट टैग स्टीकर और फास्ट टैग का खाता खुलवा सकते हैं. यदि उपभोक्ता यह जानना चाहता है कि उसके आसपास कौन-कौन से पॉइंट ऑफ सेल की जगह उपस्थित है, तो उसको राष्ट्रीय हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया की वेबसाइट पर जा कर यह चेक कर सकता है. fastag कैसे प्राप्त करें
बैंक द्वारा फ़ास्ट टैग कार्ड प्राप्ति
इसको लगवाने के लिए आपको लगभग सभी टोल प्लाजा या कुछ बैंक जैसे :- एसबीआई, एचडीएफसी और आईसीआईसीआई के अलावा अन्य बैंकों में भी संपर्क कर सकते हैं. इसके अतिरिक्त यदि उपभोक्ता चाहे तो , पेटीएम ,अमेजॉन , इंडियन आयल कारपोरेशन, भारत पेट्रोल पंप आदि जगहों पर भी इसे खरीद सकते हैं. इसके लिए कुछ बैंकों ने ऑनलाइन आवेदन करके इसे जारी करवाने का अवसर भी प्रदान कर रहे हैं. सभी जरूरी फॉर्मेलिटीज को चेक करने के बाद ग्राहकों को फास्ट टैग का खाता नंबर वितरित कर दिया जाता है. नीचे हमने कुछ सेटिस्फाई बैंकों का विवरण तैयार किया हुआ है. आप चाहे तो इन बैंकों से संपर्क करके इसके बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं. फास्टैग टोल फ्री नंबर एंड कस्टमर केयर नंबर
फ़ास्ट टैग कार्ड जारी करने के लिए देय राशि FASTag Cost/ Price [FASTag कीमत]
यदि आप फास्ट टैग कार्ड को सीधे ही अपने बैंक से जोड़ लेते हैं तो सभी प्रकार के टोल पर भुगतान की जाने वाली राशि सीधे ही आपके बैंक से काट ली जाएगी इसके लिए आपको अपने कार्ड को रिचार्ज करने की आवश्यकता नहीं होगी। सभी बैंकों द्वारा इस कार्ड को जारी करने व पंजीकरण करने के लिए अलग-अलग शुल्क का भुगतान लिया जाता है। सरकार द्वारा जारी की गई यह योजना कुछ लोगों के लिए तो सुविधा पूर्वक है तो कुछ लोगों के लिए और सुविधा पूर्वक भी है। सामान्य कार मालिकों के लिए तो यह बेहद सुविधा पूर्वक योजना है जबकि कार चोरी करने वाले लोगों के लिए यह एक और सुविधाजनक योजना है क्योंकि इसके जरिए आसानी से किसी भी कार को ट्रैक करके पकड़ा जा सकता है। जहां एक तरफ इस योजना से राजस्व बढ़ाने में सहायता मिलेगी तो वहीं दूसरी तरफ कार चोरों को पकड़ने में भी बेहद सहायता प्राप्त होगी। टोल टैक्स के अलावा यहाँ भी जरुरी होगा FASTagपिछले साल भारत सरकार ने सभी चार चक्का वाहनों में फास्टैग की सुविधा शुरू की थी. और अब सभी वाहनों में फ़ास्टैग होना अनिवार्य कर दिया गया हैं. यह नियम 1 जनवरी से पूरे देश में लागू हो इस पर सख्त आदेश भी जारी कर दिये गये हैं. सरकार ने यह फैसला लिया है कि अब सभी टोल नाकों पर कैश वसूली को बंद कर दिया जायेगा और अब सिर्फ फास्टैग के जरिए ही टोल टैक्स का भुगतान होगा. इसके अलावा आपको बता दें कि फ़ास्टैग का इस्तेमाल न सिर्फ टोल टैक्स का भुगतान करने में किया जायेगा बल्कि यह निम्न कामों के लिए भी आवश्यक होगा –
FASTag अब पेट्रोल भुगतान मेंजी हां आपने सही पढ़ा अब पेट्रोल पंप में भुगतान के लिए नहीं लगानी होगी लंबी लाइन. अब पेट्रोल का भुगतान भी होगा कैशलेस यानि ऑनलाइन. दरअसल भारत की पेट्रोल कंपनी इंडियन ऑइल कारपोरेशन ने कैशलेस सुविधा शुरू करने का फैसला किया है. यानि कि अब इंडियन ऑइल कारपोरेशन के किसी भी आउटलेट में जाकर पेट्रोल के लिए भुगतान करने के लिए आप अपने fastag का इस्तेमाल कर सकते हैं. आपको वहां पर आपकी गाड़ी में लगे हुए फ़ास्टैग को स्कैन करवाना होगा, और इसके बाद आपके रजिस्टर्ड फ़ोन नंबर में एक ओटीपी आयेगा. जब आपका ओटीपी वहां पर इंटर हो जायेगा तो फिर आपका कैशलेस भुगतान की प्रक्रिया पूरी हो जाएगी. इंडियन ऑइल कारपोरेशन के लगभग पूरे भारत में 3000 आउटलेट को पहले चरण में कवर किया जायेगा. इसके बाद अन्य जगहों पर भी इसकी सुविधा शुरू होगी. FAQQ : फ़ास्टैग से पैसे का भुगतान कैसे करें ?Ans : ऑनलाइन इंटरनेट बैंकिंग के माध्यम से Q : फ़ास्टैग बनवाने के लिए क्या करें ?Ans : NHAI की वेबसाइट में जानकर आवेदन करें Q : फ़ास्टैग रिचार्ज कैसे करें ?Ans : ऑनलाइन गूगल पे या फोन पे के माध्यम से Q : फ़ास्टैग में कितना चार्ज लगता है ?Ans : 200 रूपये, बैंक के ऊपर निर्भर करता है. Q : फ़ास्टैग की वैलिडिटी कितनी है ?Ans : कुछ जगह अनलिमिटेड एवं कुछ जगह 5 साल अन्य पढ़े-
तुरंत फास्टैग कैसे प्राप्त करें?सरकार द्वारा निर्धारित की गई 22 बैंकों की लिस्ट में से किसी एक बैंक में आपका खाता होना अनिवार्य है तभी आप फास्ट टैग कार्ड प्राप्त कर सकते हैं। फ़ास्ट टैग कार्ड प्राप्त करने के लिए वाहन मालिक को आवेदन भरते समय सभी दस्तावेजों को लेकर अपने बैंक में जाना होगा जिस बैंक में वाहन मालिक का खाता पहले से मौजूद हो।
फास्ट ट्रैक कितने रुपए का आता है?नेशनल पेमेंट कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया ने फास्टैग की कीमत 100 रुपये तय की है. इसके अलावा 200 रुपये की सिक्युरिटी डिपॉजिट देनी पड़ती है. आप ड्राइविंग लाइसेंस और वाहन के रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट की कॉपी जमा करके फास्टैग खरीदा सकते है.
एचडीएफसी फास्टैग को कैसे बदलें?अगर आपका फास्टैग काम नहीं कर रहा है तो आप आप घर बैठे क्षतिग्रस्त या फिर फटे फास्टैग को बदल सकते हैं. इसके लिए आप Paytm के जरिये नया फास्टैग जारी करवा सकते हैं. इसके लिए 100 रुपये चार्ज वसूला जाता है. आप ऐप के माध्यम से गाड़ी का RC और रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर देकर दोबारा फास्टैग मंगवा सकते हैं.
फास्टट्रैक कार्ड क्या है?यदि आप फास्ट टैग कार्ड को सीधे ही अपने बैंक से जोड़ लेते हैं तो सभी प्रकार के टोल पर भुगतान की जाने वाली राशि सीधे ही आपके बैंक से काट ली जाएगी इसके लिए आपको अपने कार्ड को रिचार्ज करने की आवश्यकता नहीं होगी। सभी बैंकों द्वारा इस कार्ड को जारी करने व पंजीकरण करने के लिए अलग-अलग शुल्क का भुगतान लिया जाता है।
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