बास्तिल के पतन का फ्रांसीसी क्रांति में क्या महत्त्व था? - baastil ke patan ka phraanseesee kraanti mein kya mahattv tha?

बास्तिल के पतन का फ्रांसीसी क्रांति में क्या महत्त्व था?

बास्तील Ke Patan Ka Kya Mahatva Hai इस क्रान्ति ने आधुनिक इतिहास की दिशा बदल दी। इससे विश्व भर में निरपेक्ष राजतन्त्र का ह्रास होना शुरू हुआ, नये गणतन्त्र एव्ं उदार प्रजातन्त्र बने। आधुनिक युग में जिन महापरिवर्तनों ने पाश्चात्य सभ्यता को हिला दिया उसमें फ्रांस की राज्यक्रांति सर्वाधिक नाटकीय और जटिल साबित हुई।

बैस्टिल के पतन का कारण क्या था इसका महत्व क्या था?

यह घटना उस समय फ्रांस में चल रहे निरंकुश शासन के पतन की प्रथम घटना थी और इस घटना का फ्रांस के इतिहास में बहुत महत्व है। इसी कारण 14 जुलाई को फ्रांस में राष्ट्रीय पर्व के रूप में मनाया जाता है। बास्तील के दुर्ग का पतन उस समय के निरंकुश शासन का पतन था और इस घटना ने फ्रांस की क्रांति के स्वरूप को पूरी तरह बदल दिया।

बास्तील के किले का पतन कब और क्यों हुआ?

ये 14 जुलाई, 1789 को सैन्य किले और जेल के रूप में मशहूर बैस्टिल के पतन का प्रतीक है जब गुस्साई भीड़ ने उस पर धावा बोल दिया था, जो फ्रांसीसी क्रांति की शुरुआत का संकेत था.

फ्रांसीसी क्रांति के दौरान बास्तील दुर्ग के पतन की ऐतिहासिक घटना कब घटित हुई?

विलयम विलबरफ़ोर्स (सन् 1759-1833 ईo) नामक व्यक्ति ने, इस प्रथा को समाप्त करने में बहुत महत्त्वपूर्ण कार्य किया। सन् 1823 ईo में दास-प्रथाविरोधी समिति का गठन किया गया। सन् 1838 ईo तक ब्रिटेन तथा उसके अन्य उपनिवेशों में दास-प्रथा का पूर्ण रूप से उन्मूलन कर दिया गया।