भारत के सभी राज्यों में अलग – अलग भाषाएँ बोली जाती है और अलग रीति रिवाज़ मनाये जाते है जिनमें राज्यों के अपने लोकगीत भी गाये जाते है | आज हम सभी राज्यों के लोकगीत को पढ़ेंगे तो शुरू करते है | राज्यों के लोकगीत और नृत्य यह भी पढ़े: राष्ट्रीय और अंतराष्ट्रीय स्तर पर प्रमुख
दिवस यह भी पढ़े : खेलों से सम्बंधित ट्रॉफी और कप यह भी पढ़े : भारत के प्रमुख त्यहार और मेले यह भी पढ़े : राष्ट्रीय अनुसंधान केंद्र यह भी पढ़े : स्वेज़ नहर हिंदी में यह भी पढ़े : केशवानंद भारती बनाम केरल राज्य यह भी पढ़े : भारतीय बैंको के मुख्यालय यह भी पढ़े : प्रसिद्ध लेखक और प्रसिद्ध पुस्तकें यह भी पढ़े : भारत के राज्यों और शहरों के उपनाम और जानकारी के लिए यहां क्लिक करें भारत का लोक गीत कौन सा है?भारत में लोक-संगीत बेहद प्राचीन हैं। लावणी –लावणी महाराष्ट्र का एक प्रमुख लोक संगीत है। यह संगीत उपकरण ढोलकी पर गाया जाता है। यह मुख्य रूप से महाराष्ट्र में प्रसिद्ध है, और कर्नाटक तथा मध्य प्रदेश में भी लावणी का प्रचलन है।
भारत के विभिन्न प्रदेशों में कौन कौन से लोक गीत गाए जाते हैं?चैता, कजरी, बारहमासा, सावन आदि मिर्जापुर, बनारस और उत्तर प्रदेश के पूरबी और बिहार के पश्चिमी जिलों में गाए जाते हैं। बाउल और भतियाली बंगाल के लोकगीत हैं। पंजाब में माहिया आदि इसी प्रकार के हैं। हीर-राँझा, सोहनी-महीवाल संबंधी गीत राजस्थान में गाए जाते हैं।
बिहार का सबसे लोकप्रिय गीत कौन सा है?फगुआ, चैता, कजरी, हिंडोला, चतुर्मासा और बारहमासा आदि गीत ऋतुगीत कहलाते हैं। बिहार एवं पूर्वी उत्तर प्रदेश में कजरी महत्त्वपूर्ण गीत शैली है। कहरवा और दादरा की लय में ठुमरी शैली में कजरी को गाया जाता है यह गीत मिथिला क्षेत्र में मलार नाम से प्रसिद्ध है। वर्षाकालीन गीतों में सावन, झूला, हिंडोला प्रचलित हैं।
उत्तर प्रदेश का लोकप्रिय गीत कौन सा है?सही उत्तर बिरहा है। बिरहा उत्तर प्रदेश की एक लोकप्रिय लोक गीत शैली है।
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