भूमि श्रम भौतिक पूँजी और मानव पूंजी में से किसे आप सबसे अच्छा समझते है और क्यों? - bhoomi shram bhautik poonjee aur maanav poonjee mein se kise aap sabase achchha samajhate hai aur kyon?

Que : 8. भूमि, श्रम, भौतिक पूँजी और मानव पूंजी में से किसे आप सबसे अच्छा समझते है? और क्यों?

Answer: जिस तरह जल, भूमि, वन, खनिज आदि हमारे बहुमूल्य प्राकृतिक संसाधन है उसी प्रकार मानव संसाधन भी हमारे लिए महत्वपूर्ण है। मानव राष्ट्रीय उत्पादन का उपभोक्ता मात्र नहीं है बल्कि वे राष्ट्रीय संपत्तियों के उत्पादक भी हैं। वास्तव में मानव संसाधनों जैसे- भूमि, जल, वन, खनिज की तुलना में इसलिए श्रेष्ठ है। भूमि, पूँजी, जल एवं अन्य प्राकृतिक संसाधन स्वयं उपयोगी नहीं है, वह मानव ही है जो इसे उपयोग करता है या उपयोग के योग्य बनाता है। यदि हम लोगों में शिक्षा, प्रशिक्षण एवं चिकित्सा सुविधाओं के द्वारा निवेश करें तो जनसंख्या के बड़े भाग को परिसंपत्ति में बदला जा सकता है। हम जापान का उदाहरण सामने रखते हैं।

जापान के पास कोई प्राकृतिक संसाधन नहीं थे। इस देश ने अपने लोगों पर निवेश किया विशेषकर शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में। अंततः इन लोगों ने अपने संसाधनों का दक्षतापूर्ण उपयोग करने के बाद नई तकनीक विकसित करते हुए अपने देश को समृद्ध एवं विकसित बना दिया है।

इस प्रकार मानव-पूँजी अन्य सभी संसाधनों की अपेक्षा अधिक महत्त्वपूर्ण है। मानवीय पूँजी को किसी भी सीमा तक बढ़ाया जा सकता है और इसके प्रतिफल को कई बार गुणा किया जा सकता है। भौतिक पूँजी का निर्माण, प्रबंध एवं नियंत्रण मानवीय पूँजी द्वारा किया जाता है। मानवे पूँजी केवल स्वयं के लिए ही कार्य नहीं करती बल्कि अन्य साधनों को भी क्रियाशील बनाती है। मानवीय पूँजी उत्पादन का एक अत्याज्य साधन है।


भूमि श्रम भौतिक पूंजी और मानव पूंजी में से किसे आप सबसे अच्छा समझते है और क्यों?

5.2 मानव पूँजी क्या है ? प्रशिक्षकों के रूप में बेहतर मानव पूँजी की आवश्यकता होती है। इसका अर्थ है कि हमें मानव संसाधनों को मानव पूँजी के रूप में परिवर्तित करने के लिए मानव पूँजी निवेश करने की भी आवश्यकता है।

मानव संसाधन भूमि और भौतिक पूँजी जैसे संसाधनों से कैसे भिन्न है दो कारण लिखिए?

मानव संसाधन भूमि और भौतिक पूँजी जैसे अन्य संसाधनों से कैसे भिन्न है? भूमि और भौतिक पूंजी जैसे अन्य संसाधनों का उपयोग कर मानव संसाधन उत्पादन में मदद करता है। अन्य संसाधन अपने आप उपयोगी नहीं हो सकते। यही कारण है कि मानव संसाधन को अन्य संसाधनों से बेहतर माना जाता है।

मानव पूँजी एवं भौतिक पूँजी से क्या आशय है?

भौतिक पूंजी का तात्पर्य कंपनी की गैर-मानवीय संपत्ति से है, जैसे कि संयंत्र और मशीनरी, उपकरण और उपकरण, कार्यालय की आपूर्ति आदि जो उत्पादन की प्रक्रिया में मदद करते हैं। मानव पूंजी से तात्पर्य कर्मचारी द्वारा संगठन में लाई गई ज्ञान, प्रतिभा, कौशल और क्षमताओं के भंडार से है

भूमि श्रम और पूंजी को एक साथ रखने वाला व्यक्ति कौन है?

उद्यमी की माँग – उद्यमी उत्पादन कार्य के लिए उत्पादन के अन्य उपादानों भूमि, श्रम, पूँजी आदि की माँग करता है तथा ये अन्य उपादान उद्यमी की माँग करते हैं। कोई भी उत्पादन-कार्य उद्यमी के अभाव में सम्भव नहीं है। एक उद्यमी की माँग उसकी सीमान्त उत्पादकता पर निर्भर करती है।