कोहलबर्ग के अनुसार एक शिक्षक बच्चों में नैतिक मूल्य पैदा कर सकता है -This question was previously asked in Show
Official Paper 1: UTET 2018 Paper 1 (English-I/ Hindi-II) View all UTET Papers >
Answer (Detailed Solution Below)Option 3 : नैतिक मुद्दों पर विचार-विमर्श में उनको शामिल कर Free Child Development and Pedagogy - 1 15 Questions 15 Marks 15 Mins अनुभूति और सामाजिक कौशल के विकास के साथ, बच्चे नैतिक मूल्यों और तर्क के आयाम के साथ विकसित होते हैं। वे सही और गलत के लिए नियम सीखते हैं और अन्य कानूनों और नियमों को समझते हैं। लॉरेंस कोहलबर्ग ने बच्चों और किशोरों और वयस्कों के समूहों को नैतिक दुविधाएं देते हुए नैतिक विकास का अध्ययन किया।
बच्चों के नैतिक विकास में शिक्षक की भूमिका:
उपरोक्त से, हम कह सकते हैं कि कोहलबर्ग के अनुसार एक शिक्षक बच्चों में नैतिक मुद्दों पर आधारित चर्चाओं में छात्रों को शामिल करके बच्चों में नैतिक मूल्यों का विकास कर सकता है। Last updated on Sep 15, 2022 UTET 2022 Admit Card released on 15th September 2022. The exam is scheduled to be held on 30th September 2022. The Uttarakhand Board of School Education had released the notification for Uttarakhand Teacher Eligibility Test (UTET) 2022. The UTET is a state-level eligibility examination for the recruitment of teachers in institutions across the state of Uttarakhand. शिक्षक की भूमिका क्या है?क्योंकि उसे ना केवल बच्चों का बौद्धिक, नैतिक, मनोवैज्ञानिक ,शारीरिक विकास करना है अपितु सामाजिक, चारित्रिक, एवं सांवेगिक विकास करना भी आज शिक्षक का ही कर्तव्य है। आदर्श शिक्षक का कार्य बहुत ही महत्वपूर्ण है। एक बात और कि जिस प्रकार शिक्षा एक अंतहीन प्रक्रिया है। उसी प्रकार शिक्षण भी अंतहीन प्रक्रिया है।
बच्चों में नैतिकता का विकास करने के लिए क्या आवश्यक है?बच्चों के नैतिक मूल्यों के विकास: परिवार की कद्र करने से करें शुरुआत बच्चों के नैतिक मूल्यों के विकास (Moral Values in Kids) के लिए परिवार में अच्छा माहौल बनाएं। वहीं हर एक परिजन की इज्जत करना सिखाएं। कहा जाता है कि बच्चा जो देखता है वही करता है, इसलिए घर के बड़े कोई ऐसी गलती न करें जिसे आपका बच्चा कोई गलत चीज सीख जाए।
नैतिक विकास को बेहतर बनाने के लिए आप अपने विद्यालय में क्या क्या उपाय करेंगे?जानना । हर बच्चा अपने आप में अलग होता है अतः बच्चों के विकास को समझना तथा उन विधियों एवं तरीकों को जानना आवश्यक है जिनसे बच्चे के बारे में हमारी समझ बेहतर बन सके । उद्देश्य बाल विकास के अर्थ को समझना । बाल विकास की विभिन्न अवस्थाओं एवं प्रक्रियाओं से परिचय प्राप्त करना ।
एक शिक्षक में कौन कौन से नैतिक मूल्य होने चाहिए?विभिन्न विषयों जैसे भाषा और सामाजिक अध्ययन आदि के अध्यापन में, शिक्षक नैतिक गुणों जैसे प्रेम, त्याग, आत्म-नियंत्रण, सच्चाई, ईमानदार होना आदि पर जोर दे सकते हैं।
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