आपके परिवार के प्रति आपकी क्या जिम्मेदारी है? - aapake parivaar ke prati aapakee kya jimmedaaree hai?

सुजैन एलिजाबेथ राइस संयुक्त राष्ट्र में अमेरिका की राजदूत हैं। राइस अफ्रीकी मूल की पहली अमेरिकी महिला हैं, जिन्हें यह जिम्मेदारी सौंपी गई है। दो बच्चों की मां सुजैन राइस बच्चों के प्रति माता-पिता की भावनाओं को अच्छी तरह समझती हैं। एक दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए उन्होंने नौजवानों से कहा कि वे अपने माता-पिता को कभी निराश न करें। पेश हैं उनके भाषण के अंश:

माता-पिता की खुशी
मैं आज यहां एकत्र हुए माता-पिता और दादा-दादियों से मुखातिब हूं। मैं जानती हूं कि इस मौके पर आप अपने बच्चों की उपलब्धियों को लेकर किस कदर उत्साहित हैं। उनके भविष्य को लेकर आपकी उम्मीदों को मैं अच्छी तरह समझती हूं। ऐसा ही मौका एक दिन मेरे जीवन में भी आया था, तब मेरे माता-पिता कितने खुश थे। मुझे वह दिन आज भी याद है। ऐसे मौके पर बच्चों को नहीं भूलना चाहिए कि उनकी शिक्षा और कैरियर को लेकर उनके परिवार ने कितने सपने देखे हैं। आप उन्हें निराश नहीं कर सकते। बच्चों, मैं आज आपको बधाई देती हूं इस उम्मीद के साथ कि आप कॉलेज से बाहर निकलने के बाद अपनी जिम्मेदारियों को समझोंगे और उन्हें निभाएंगे।

सबसे अहम परिवार
मैंने अपने कैरियर में कई अहम जिम्मेदारियां निभाई हैं। बड़े पद के साथ ही आपकी जिम्मेदारी भी बढ़ जाती है। महत्वपूर्ण ओहदों पर रहते हुए आपको कई तरह के त्याग करने पड़ते हैं। लेकिन याद रहे ऑफिस की जिम्मेदारी के चक्कर में आप परिवार के प्रति अपने दायित्व को कभी न भूलें। मेरे माता-पिता ने मेरी परवरिश में कोई कमी नहीं छोड़ी। मुझे और मेरे भाई को बेहतरीन शिक्षा व अच्छे संस्कार दिए। मैं बड़ी हुई, मेरी शादी और फिर बच्चे। इस दौरान मैं अपने कैरियर में तेजी से आगे बढ़ रही थी। जब मैं व्हाइट हाउस में एक अहम पद पर तैनात थी, मेरे माता-पिता की अचानक तबियत खराब हो गई। दोनों अस्पताल में भर्ती हो गए। तब मैंने और मेरे भाई ने तय किया कि हम दोनों खुद अस्पताल में मौजूद रहकर माता-पिता की देख-रेख करेंगे। यह काम हम किसी सहायक या नौकर पर नहीं छोड़ेंगे। उस समय मेरे मां-पिता को मेरी सबसे ज्यादा जरूरत थी। ऑफिस का काम तो कोई और कर लेगा, लेकिन माता-पिता की सेवा एक बेटी ही कर सकती है। इसलिए आप सब इस बात को कभी न भूलें कि आपकी परवरिश के लिए आपके माता-पिता ने अनेक त्याग किए हैं।

हमारी उम्मीदें
आपसे बड़ी उम्मीदें हैं। हम चाहते हैं कि आप अपने सपनों को पूरा करें और सही मकसद के साथ आगे बढ़ें। आप वकील बनें, ताकि लोगों को न्याय दिला सकें। हम चाहते हैं कि आप बेहतरीन डॉक्टर बनें, ताकि बीमार लोगों का इलाज कर सकें। मैं चाहती हूं कि आप स्वास्थ्य सुधार के क्षेत्र में अहम भूमिका निभाएं। आप अच्छे बिजनेस लीडर बनें और देश की आर्थिक तरक्की में योगदान दें, लोगों को रोजगार मुहैया कराएं। मैं चाहती हूं कि आप में से कोई महिला देश की राष्ट्रपति बने। चाहे आप जिस भी पेशे में हों, आपका मकसद सिर्फ पैसा कमाना नहीं होना चाहिए। आप समाज को नजरअंदाज करके कभी तरक्की नहीं कर सकते। आपकी सच्ची तरक्की तब होगी, जब आप समाज के लोगों के दर्द को समझोंगे और उनकी मदद करेंगे।

समान अधिकार
समानता सबसे बड़ा अधिकार है। हम चाहे जिस इलाके में रहते हों, चाहे जिस धर्म को मानते हों, सबसे पहले हम इंसान हैं। हर इंसान को सम्मान से जीने का हक है, यह हक हम उनसे नहीं छीन सकते। किसी को हक नहीं कि वह किसी दूसरे समुदाय के लोगों पर हिंसा करे या उनसे घृणा करे। हर तबके को लोगों को शिक्षा, स्वास्थ्य और तरक्की के समान असवर मिलने चाहिए। मुझे लगता है कि इस मामले में हमारा देश दुनिया के सामने एक बेहतरीन उदाहरण है। सच कहूं, तो 1960 के दशक में जब मैं कॉलेज में पढ़ रही थी, तब मुझे कभी महसूस ही नहीं हुआ कि अफ्रीकी मूल की होने की वजह से मुझे दूसरों से कम अधिकार मिले हैं। मैंने अच्छे कॉलेज में पढ़ाई की और बाद में कैरियर के क्षेत्र में भी मुझे समान अवसर मिले। मैं यहां समानता की बात कर रही हूं, क्योंकि मैं जानती हूं कि समान अधिकार मिलना कितनी बड़ी बात है। इन अधिकारों के लिए मार्टिन लूथर किंग जैसे हमारे महान नेताओं को जबर्दस्त मेहनत करनी पड़ी। आज उनके प्रयासों का ही नतीजा है कि हम खुलकर समानता के अधिकारों की बात कर रहे हैं।

बेहतर है भविष्य
आप में से कई अपने भविष्य को लेकर चिंतित होंगे। अर्थव्यवस्था को लेकर आपकी चिंताएं जायज हैं। लेकिन मैं आपको यकीन दिलाती हूं कि आपका भविष्य सुरक्षित है। आप काबिल हैं, मेहनती हैं। मुझे आप सब पर नाज है। मुझे आप लोगों पर पूरा भरोसा है। पिछले कुछ दशकों में अमेरिका ने तरक्की के नए आयाम गढ़े हैं। इसलिए आपको निराश होने की कतई जरूरत नहीं है। सच कहूं, तो आज हमारे सामने शिक्षा और कैरियर के बेहतरीन मौके हैं। 

विश्व समाज
याद रखें, अब जिम्मेदारियों का एक नया युग शुरू हो चुका है। और यह जिम्मेदारी सिर्फ स्थानीय समाज या देश तक सीमित नहीं है। आपकी जिम्मेदारी दुनिया के अलग-अलग हिस्सों में रह रहे लोगों के प्रति भी है। इसलिए आपको ऐसा कुछ करना होगा कि आपकी सेवाओं का लाभ दूसरे लोगों तक पहुंचे, उन लोगों तक, जो आपके शहर से या आपके देश के बाहर रहते हैं। आप जैसे-जैसे आगे बढ़ते जाएंगे, आपकी जिम्मेदारियों का दायरा बढ़ता जाएगा। समाज ने आपको बहुत  कुछ दिया है, अब बदले में समाज के लिए आपको कुछ करना होगा। 
प्रस्तुति: मीना त्रिवेदी

आपके परिवार के प्रति आपकी क्या जिम्मेदारी है? - aapake parivaar ke prati aapakee kya jimmedaaree hai?

आपके परिवार के प्रति आपकी क्या जिम्मेदारी है? - aapake parivaar ke prati aapakee kya jimmedaaree hai?

परिवार के प्रति इन जिम्‍मेदारियों को पूरा करें

| Published: Saturday, June 9, 2018, 9:30 [IST]

इस दुनिया में ऐसी कोई भी चीज़ नही है जो परिवार के साथ की बराबरी कर सके। घर से दूर रह कर भी परिवार हमेशा साथ रहता है। कभी-कभी दोस्‍त भी परिवार बन जाते हैं लेकिन सबसे पहले वो इंसान आता है जिसने आपको जन्‍म दिया होता है। वो परिवार ही होता है जो हर मुश्किल में हमारा साथ निभाता है।

हम चाहे कितना भी गलत क्‍यों ना कर लें लेकिन परिवार आपका साथ कभी नहीं छोड़ता है। चाहे आप कितने भी गुनाह कर लें या कितने भी गलत क्‍यों ना हों या आप कितने भी अकेले हो गए हों आप हमेशा अपने परिवार पर भरोसा कर सकते हैं।

आपके परिवार के प्रति आपकी क्या जिम्मेदारी है? - aapake parivaar ke prati aapakee kya jimmedaaree hai?

लेकिन क्‍या आपको नहीं लगता कि आपको भी अपने परिवार के प्रति जिम्‍मेदारियों को निभाना चाहिए और परिवार ने आपको जो कुछ दिया है उसे वापिस करना चाहिए। आपका परिवार आपसे कहेगा नहीं लेकिन उसका हिस्‍सा होने के नाते ये आपका फर्ज बनता है कि आप भी उनकी हर जरूरत का ध्‍यान रखें।

तो चलिए जानते हैं कि परिवार के मामले में आपको किन बातों का ध्‍यान रखना चाहिए :

बात करना

परिवार के लिए सबसे जरूरी और पहली चीज़ यही है कि आप अपने परिवार के लोगों से बात करें। बात करके हर मसले को सुलझाया जा सकता है और ऐसी कोई भी चीज़ नहीं है तो इससे सुलझ ना सकती है। जब परिवार के सभी सदस्‍य एक-दूसरे से बात करते हैं तो वो घर परिवार बनता है। मॉडर्न जमाने में हम अपनी-अपनी जिंदगी में बहुत ज्‍यादा बिजी हो गए हैं और मुश्किल से ही अपनों से बात करने का समय मिल पाता है इसलिए अपने परिवार के लिए वक्‍त निकालने की कोशिश करें।

जिम्‍मेदारी लें

जैसे-जैसे आप बढ़ते हैं परिवार की उम्‍मीदें भी बढ़ने लगती हैं। परिवार के लोग चाहते हैं कि आप भी उनकी जिम्‍मेदारियों को बांटने की कोशिश करें। इसका मतलब ये नहीं है कि आप घर के काम करना शुरु कर दें बल्कि अपने भाई-बहन को पढ़ाकर, काम में मां-बाप की मदद करके या कुछ घरेलू काम करके आप परिवार की जिम्‍मेदारियां उठा सकते हैं।

निराश ना करें

माता-पिता आपको पालन-पोषण करते हैं और आपको जीवन के मूल्‍य सिखाते हैं। वो आपसे उम्‍मीद करते हैं कि आप एक बेहतर इंसान बनें। उनकी इस उम्‍मीद को अपने गलत कामों, बुरी आदतों से खराब ना करें और ना ही अपनी गलत हरकतों से उनका नाम खराब करें या उनका पैसा बर्बाद करें। गलत लोगों से दूर रहें और किसी से भी अपने परिवार की बुराई ना करें। गलत रास्‍ता चुनकर उनकी उम्‍मीद को ना तोड़ें। जैसा वो चाहते हैं वैसा बनने की कोशिश करें।

ज्‍यादा दें

परिवार ही नहीं बल्कि एक बेहतर इंसान बनने के लिए भी आपको ये आदत अपनानी चाहिए। दूसरों से उम्‍मीद करने की बजाय खुद देना सीखें। परिवार का मतलब है एक-दूसरे के सुख-दुख में साथ निभाना ना कि बस कुछ ना कुछ मांगते रहना।

आज भले ही वो आपके पास हों लेकिन ऐसा जरूरी नहीं है कि कल भी रहेंगें जबकि टेक्‍नोलॉजी का साथ आपको कल भी मिलेगा।

आजकल की युवा पीढ़ी को ये बात समझनी चाहिए कि जिस तकनीक के पीछे वो भाग रहे हैं वो उनके परिवार से ज्‍यादा जरूरी नहीं है। रिश्‍तों के मामले में हम थोड़े से लापरवाह हो जाते हैं। ऐसा जरूरी नहीं है कि आज जो चेहरे आपको दिख रहे हैं वो कल भी आपके पास रहें। मोबाइन फोन, लैपटॉप या आईपैड में उलझे रहने की बजाय अपने दादा-दादी, भाई-बहन, मां-बाप और परिवार के अन्‍य सदस्‍यों के साथ समय बिताएं। कुछ चीज़ों को समझने के लिए जिंदगी बहुत छोटी है और परिवार जिंदगी में सबसे ज्‍यादा मायने रखता है।

अपनी जिंदगी में किसी खास के बारे में जरूर बताएं

आपको ये थोड़ा अजीब लग सकता है लेकिन बेहतर होगा कि आप जिसे डेट कर रहे हैं या आपका कोई नया दोस्‍त बना है तो अपने परिवार को उसके बारे में बताएं। परिवार में बताकर जाएं कि आप कब, कहां और किसके साथ जा रहे हैं। परिवार को इस सबकी जानकारी हो तो बेहतर रहता है। पता नहीं कब क्‍या हो जाए।

जिंदगी में अचानक से कभी भी कुछ भी हो सकता है। आप नहीं जानते कि कब क्‍या हो जाए। अगर मुश्किल है तो उसे हल करने का रास्‍ता भी होगा। इसलिए बेकार की चीज़ों पर अपना पैसा और समय बर्बाद करने की जगह अपने परिवार पर ध्‍यान दें।

English summary

Things To Do When Family Comes Into The Picture

It is always a give and takes relationship; of course, your family will never ask for it but it is your duty to return it to them.

Story first published: Saturday, June 9, 2018, 9:30 [IST]

परिवार के प्रति हमारी जिम्मेदारी क्या है?

परिवार में ये सबकी जिम्मेदारी है कि हम एक दूसरे से प्यार करें और उनका ध्यान रखें। ये बहुत ही जरूरी भावनाएं हैं जो परिवार को आगे बढ़ाते हैं और इसके अभाव में परिवार अधूरा है। ध्यान रखने से भी हमारे अंदर बहुत सारे पॉजिटिव बदलाव आते हैं जो हमारी सेहत के लिए अच्छे होते हैं।

हमारी जिम्मेदारी क्या है?

किसी भी व्यक्ति या वस्तु के लिए हमारे जो कर्तव्य होते हैं, वही उस व्यक्ति या वस्तु के लिए हमारी जिम्मेदारी होती है। किसी व्यक्ति, वस्तु या घटना के लिए जो हमारी जवाबदेही होती है, वही हमारी जिम्मेदारी है।

परिवार की भूमिका क्या है?

परिवार व्यक्ति को मजबूत रूप से भावनात्मक सहारा प्रदान करता है। जीवन में सब कुछ प्राप्त कर पाने की काबिलियत हमें, परिवार द्वारा प्रदान की जाती है। परिवार के सही मार्ग दर्शन से व्यक्ति सफलता के उच्च शिखर को प्राप्त करता है इसके विपरीत गलत मार्ग दर्शन में व्यक्ति अपने पथ से भटक जाता है।

हमारा परिवार हमारे लिए क्यों महत्वपूर्ण है?

इसे सुनेंरोकेंसमाज में पहचान परिवार के माध्यम से मिलती है इसलिए हर मायने में व्यक्ति के लिए उसका परिवार सर्वाधिक महत्वपूर्ण है। बचपन – हमारे लिए परिवार इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि परिवार हमारी पहली पहचान है, बाह्य शक्ति से (जो हमें हानि पहुंचा सकती है) परिवार हमारी ढ़ाल के रूप में रक्षा करता है।