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| Updated: Nov 27, 2020, 1:15 PM प्रेग्नेंसी का आठवां महीना यानि शिशु के जन्म के अब बस कुछ ही दिन बाकी बचे हैं और इसलिए अब आपको पहले से भी ज्यादा सावधान रहना है।
देर तक खड़े न रहें यह आठवें महीने की सबसे अहम सावधानी है। जैसे-जैसे बच्चे का वजन बढ़ता है आपके पेट और पेडू के इलाके में दबाव बढ़ता जाता है। अपने को झुकने से बचाने के लिए आप पीछे की ओर झुकती हैं। इससे आपकी पीठ में काफी दर्द होता है। इसलिए अपनी पीठ के दर्द को ध्यान में रखकर इस समय ज्यादा देर तक खड़े होने वाले काम न कीजिए। पूरी नींद लें तनाव से दूर रहें इस समय तनाव करने से बच्चे के ऊपर भी उसका असर पड़ता है। इसलिए तनाव से दूर रहें। पीठ के बल न लेटें कई बार थोड़ा-थोड़ा खाएं एक बार में ही भरपेट खाने की जगह आप थोड़ी मात्रा में कई बार खाएं। इससे एसिडिटी की समस्या नहीं होगी। वॉक पर जरूर
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देश-दुनिया की बड़ी खबरें मिस हो जाती हैं?धन्यवादआठवें महीने में बच्चे का सिर किधर रहता है?उसके सभी प्रमुख अंगों का विकास हो चुका है फेफड़ों को छोड़कर। वह आपके गर्भाशय में हाथ-पैरों को सिकोड़े हुए नीचे की ओर सिर वाली पोजिशन में आ गया होगा।
आठवें महीने में क्या क्या तकलीफ होती है?आठवें महीने में प्रीटर्म लेबर का खतरा काफी रहता है क्योंकि इस समय कुछ बच्चे सिफेलिक पोजीशन में होते हैं और नौ महीने से पहले ही पैदा हो सकता है। प्रीक्लैंप्सिया और प्लेसेंटा में कोई परेशानी होने की वजह से तुरंत डिलीवरी करवाने की जरूरत पड़ सकती है।
आठवें महीने में बच्चा कैसे घूमता है?अपनी प्रेग्नेंसी के आठवें महीने में आप अपनी गर्भावस्था के अंतिम चरण में हैं। इस समय बच्चे का आकार ऐसा है कि उसने आपके गर्भाशय को घेर रखा है इसलिए वह अब पहले की तरह आपके पेट में उछलकूद नहीं कर सकता। अब उसके करवट लेने या हाथ-पैरों को हिलाने-डुलने की गतिविधियां होती रहेंगी। अब आपको उसके मूवमेंट पर पूरा ध्यान रखना है।
प्रेगनेंसी के 8 महीने में कैसे सोना चाहिए?प्रेग्नेंसी में किस पोजीशन में सोना चाहिए
दाईं या बाईं करवट सो सकती हैं, दोनों ही पोजीशन में शिशु को ब्लड सप्लाई अच्छी मिलती है। दूसरी सेफ पोजीशन है कि आप कमर और छाती के नीचे तकिया लगाकर लेटें। इससे शरीर को आराम मिलेगा और नींद आने में भी आसानी होगी।
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