100 गज म मक न क नक श

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नप में नक्शा पास कराने को नियम में हुआ बदलाव,आनलाइन होगा आवेदन

Author: JagranPublish Date: Fri, 23 Nov 2018 12:51 AM (IST)Updated Date: Fri, 23 Nov 2018 12:51 AM (IST)

100 गज म मक न क नक श

नगर परिषद से मकान का नक्शा पास कराने के लिए लोगों को अब परेशानी नहीं उठानी पड़ेगी। सरकार की ओर से 19 नवंबर को नक्शा पास करवाने के नियमों में बदलाव किया गया है। अब नक्शा पास करवाने के लिए आनलाइन आवेदन करना होगा। नगर परिषद में मात्र फीस जमा करवानी होगी जो कि आनलाइन ही जमा होगी।

सुनील जांगड़ा, कैथल : नगर परिषद से मकान का नक्शा पास कराने के लिए लोगों को अब परेशानी नहीं उठानी पड़ेगी। सरकार की ओर से 19 नवंबर को नक्शा पास करवाने के नियमों में बदलाव किया गया है। अब नक्शा पास करवाने के लिए आनलाइन आवेदन करना होगा। नगर परिषद में मात्र फीस जमा करवानी होगी जो कि आनलाइन ही जमा होगी। पहले फाइलों में उलझकर इस काम में लेट हो जाता था। नक्शा पास करवाने के लिए एक महीने तक फाइलें उठाकर नगर परिषद के चक्कर लगाने पड़ते थे। नया नियम आने के बाद से ही नगर परिषद में मैनुअल फाइलें लेना बंद कर दिया गया है। सरकार ने इसके लिए एक अलग से पोर्टल बनाया है, जिसका नाम आनलाइन बि¨ल्डग प्लान अप्रुवल सिस्टम रखा गया है। लोग अब घर बैठे ही आनलाइन आवेदन कर सकते हैं। कागजात पूरे होने के बाद ही आनलाइन आवेदन स्वीकार किया जाएगा। आवेदन स्वीकार होने के बाद नगर परिषद में फीस जमा करवानी होगी।

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बि¨ल्डग इंस्पेक्टर व कार्यकारी अधिकारी के पास जाती थी फाइल

आनलाइन प्रणाली से पहले नगर परिषद के बि¨ल्डग इंस्पेक्टर व कार्यकारी अधिकारी के पास नक्शा पास करने के लिए फाइल भेजी जाती थी। नगर परिषद में नियमित बि¨ल्डग इंस्पेक्टर नहीं होने के कारण लोगों को नक्शा पास कराने में एक से दो महीने का समय लग जाता था।

नगर परिषद में केवल एक दिन ही बीआइ मौजूद होता है, लेकिन उस दिन भी काम ज्यादा होने के कारण नक्शा पास कराने वाले लोगों को परेशानी होती थी। बीआइ के बाद फाइल कार्यकारी अधिकारी के पास जाती थी, जिसके बाद नक्शा पास होता था। अब आनलाइन सिस्टम होने के कारण लोगों को अधिकारियों के चक्कर भी नहीं लगाने पड़ेंगे।

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19 नवंबर से पहले ली गई

फाइलें होंगी मैनुअल पास

नगर परिषद में 19 नवंबर से पहले जो भी नक्शा पास कराने के लिए फाइलें आई हुई हैं, वे पुराने तरीके से ही पास की जाएगी। उन्हें पुरानी प्रक्रिया के तहत ही नक्शा पास करवाना होगा। पुरानी फाइलों को पूरा कर नई फाइलें आनलाइन जमा करवाई जाएंगी।

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यह है नक्शा पास कराने का खर्च नगर परिषद में नक्शा पास कराने में हजारों रुपये खर्च हो जाते हैं। 2004 में पास हुई कॉलोनियों में 100 गज के प्लाट पर करीब 18 हजार रुपये खर्च होते थे। 2013 में पास हुई कॉलोनियों में 100 गज के प्लाट पर करीब नौ हजार रुपये खर्च होते थे। अब 2018 में पास हुई कॉलोनियों में 100 गज के प्लाट का नक्शा पास कराने में करीब 40 हजार रुपये खर्च होता है।

बॉक्स, आनलाइन हो गई प्रक्रिया

एडिशनल बि¨ल्डग इंस्पेक्टर सुमित कुमार ने बताया कि 19 नवंबर से नक्शा पास करने की प्रक्रिया आनलाइन कर दी गई है। सरकार की ओर से आदेश भी जारी हो चुके हैं। अब लोगों को नगर परिषद के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे।

बॉक्स : कम समय में पास होगा नक्शा

नगर परिषद चेयरपर्सन सीमा कश्यप ने बताया कि नक्शा पास करवाने की प्रक्रिया आनलाइन होने से शहर के लोगों को बहुत फायदा होगा। अब कम समय में लोगों के नक्शे पास हो सकेंगे। पहले इस कार्य में एक से दो महीने का समय लग जाता था।

Edited By: Jagran

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Table of Contents

  • घर का नक्शा क्या होता है?
  • घर का नक्शा और प्लॉट की दिशा
  • घर का नक्शा: किचन
  • घर का नक्शा: कपड़े धोने की जगह
  • घर का नक्शा: स्टोर रूम
  • घर का नक्शा: मास्टर बेडरूम
  • घर का नक्शा: घर में सीढ़ियां कैसे बनाएं?
  • घर का नक्शा: डायनिंग एरिया
  • घर का नक्शा: ड्रॉइंग हॉल या लिविंग रूम
  • घर का नक्शा: कॉमन टॉयलेट
  • घर का नक्शा: ओपन एरिया और पार्किंग
  • घर का नक्शा: वास्तु और दिशाओं के देवता और उनके ग्रह
  • क्या मैं घर का नक्शा ऑनलाइन बना सकता हूं?
  • अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)

घर का नक्शा क्या होता है?

घर का नक्‍शा वो नक्शा है जिसे आप अपने सपनों के घर की ख्‍वाहिश को आकार देने के लिए बना रहे हैं।

जो लोग अपने दम पर प्रॉपर्टी बनाने की सोच रहे हैं, उन्हें सपनों का घर बनाने के लिए कई पहलुओं पर विचार करना होगा। ऐसे व्यक्ति के लिए योजना बनाने की प्रक्रिया में एक चीज जो काफी महत्वपूर्ण हो जाती है, वह है अपने नए घर का नक्शा के लिए प्रारूप बनाना। अपने सपनों का घर बनाने में आपकी मदद करने के लिए घर का नक्शा होना चाहिए। घर का नक्शा बनाते समय कई लोग वास्तु शास्त्र के नियमों के मुताबिक काफी सजग रहते हैं ताकि उपलब्ध जगह का सर्वश्रेष्ठ उपयोग किया जा सके. घर का नक्शा तैयार करने के बारे में आप क्या सोचते हैं? अगर आप किसी आर्किटेक्ट की सुविधा ले रहे हैं तो आपको कुछ मदद मिल जाएगी लेकिन उससे पहले भी आपको कुछ होमवर्क करना होगा.

इसके लिए कई ऑनलाइन वेबसाइट उपलब्ध हैं जिनकी मदद से आप अपने मकान और विभिन्न कमरों की ड्राइंग तैयार कर सकते हैं। इससे काफी मदद मिलती है क्योंकि घर बनाने से पहले घर का नक्शा ऑनलाइन तैयार करके आप यह जान पाएंगे कि वास्तव में आपका घर कैसा दिखेगा।

घर का नक्शा और प्लॉट की दिशा

घर बनाते समय घर का नक्शा बनाना सबसे महत्वपूर्ण चरणों में से एक है। वास्तु के सिद्धांतों के अनुसार बना हुआ घर का नक्शा अक्सर अच्छी तरह हवादार और घर के निवासियों के लिए स्वास्थ्यवर्धक भी होता है। इसे देखते हुए, घर का डिज़ाइन बनाते समय जब प्लॉट और उसके साइज का चयन करने की बात आए तो घर का नक्शा के नियमों का पालन करना महत्वपूर्ण है।

अगर आपके प्लॉट का जमीन का टुकड़ा उत्तर या पूर्व मुखी है तो ऐसे वास्तु सिद्धांत भी हैंजिनका आप बखूबी फायदा उठा सकते हैं. वास्तु के मुताबिक पूर्वउत्तर या उत्तर पूर्व की ओर जिन घरों का मुख होता हैवो बेहद शुभ होते हैं. यह भी सच है कि कोई दिशा खराब नहीं होती और घर के नक्शे में मामूली बदलाव कर आप घर की दिशाओं के मामले में बेहतर नतीजे पर पहुंच सकते हैं.

हमारे वास्तु संबंधी सभी लेख यहाँ पढ़ें

घर का नक्शा: किचन

घर का नक्शा बनाते वक्त यह तय कर लें कि आप ओपन किचन चाहते हैं या फिर बंद. ऐसे शहर जहां जगह कम हैवहां परिवार ओपन किचन को तवज्जो देते हैं. इनमें दरवाजे और दीवारें अधिक जगह नहीं घेरते. लेकिन ओपन किचन की सबसे बड़ी खामी ये है कि आपको इसे हर वक्त साफ रखना पड़ेगा. दूसरी ओर इसके काफी फायदे भी हैं. उदाहरण के तौर परआप जगह का ज्यादा इस्तेमाल कर पाते हैंअपने डिजाइन की वजह से यह आकर्षण को बढ़ाता हैजिससे यह बहुत उपयोगी स्थान बन जाता है. वास्तु के मुताबिककिचन के लिए ये दिशा सबसे मुफीद है. इसे अपने घर के नक्शे में शामिल करें.

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यह भी पढ़ें: छोटे और बड़े घरों के किचन के लिए डिजाइन आइडियाज

घर का नक्शा: कपड़े धोने की जगह

आप वॉशिंग एरिया को बर्तन धोने, कपड़े धोने या फिर कपड़े सुखाने के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं। अगर आप किसी भी घर के नक्शे की फोटो देखते हैं, तो आप देखेंगे कि वॉश एरिया रसोई घर से जुड़ा हुआ है या उसके करीब है। अपने मकान के नक्शे में वॉश एरिया को किचन के पास डिजाइन करना सुविधाजनक होने के साथ-साथ व्यावहारिक भी है, क्योंकि इससे किचन में पर्याप्त हवा और रोशनी आएगी और आपको खुले आसमान या बाकी चीजों को लेकर परेशान नहीं होना पड़ेगा।

घर का नक्शा: स्टोर रूम

अगर आप अपने घर का नक्शा में स्टोर रूम की योजना बना रहे हैं, तो कुछ बिंदुओं पर विचार करना जरूरी है।स्टोर रूम किचन या उसके करीब होना चाहिए. जब तक आप बड़े घर की योजना नहीं बनाते हैं और ऐसा करने के लिए पर्याप्त जगह नहीं है, तब तक वास्तु के सिद्धांतों को लागू करना अनुकूल होगा. वास्तु शास्त्र के मुताबिक, स्टोर रूम पूर्व या उत्तर में न बनाएं. अगर आप भारी मशीनें या उपकरण रखना चाहते हैं तो साउथ वेस्ट जगह मुफीद है. स्टोर रूम बनाने के लिए नॉर्थ-वेस्ट और साउथ-वेस्ट दिशाएं भी आदर्श हैं.

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घर का नक्शा: मास्टर बेडरूम

यह घर का सबसे बड़ा बेडरूम होता हैजिसमें घर का मुखिया अपनी पत्नी के साथ रहता है. जब आप अपने घर की प्लानिंग करते हैं तो सुनिश्चित करें कि सारे बेडरूम इवन साइज में हों. उदाहरण के तौर पर 12 फुट x 12 फुट या 12 फुट x 14 फुट या 14 फुट x 14 फुट या 14 फुट x 16 फुट इत्यादि. इसका आसान सा कारण यह है कि जब घर में राजमिस्त्री टाइल लगाएंगे तो उन्हें इसे काटकर आकार नहीं बदलना पड़ेगा. मास्टर बेडरूम का न्यूनतम आकार 12 फुट x 12 फुट होना चाहिए,जो एक मानक आकार है. अगर जगह की कोई कमी नहीं है तो आप इसे बड़ा भी बनवा सकते हैं. कमरे में एक अटैच टॉयलेट और ड्रेसर भी प्लान कर सकते हैं. हालांकि किचन एरिया के करीब टॉयलेट नहीं होना चाहिए.

घर का नक्शा: घर में सीढ़ियां कैसे बनाएं?

सीढ़ियां चढ़ते वक्त, जिस दिशा में घड़ी घूमती है, उसी दिशा में ही सीढ़ियां बनवानी चाहिए. अगर आप घड़ी के विपरीत दिशा में चढ़ते हैं तो यह सही नहीं है.

सीढ़ियां हमेशा ऑड नंबर में होनी चाहिए यानी 15,17, 19, 21 या 23. सीढ़ियों का मानक आकार 3 फुट होना चाहिए और यह 6 इंच ऊंची होनी चाहिए. अधिकतर मामलों में न्यूनतम, दो फीट और आठ इंच (81.3 सेमी) होता है। यदि सीढ़ी 44 इंच (111.8 सेमी) से अधिक है, तो अपने घर का नक्शा में हैंडरेल शामिल करें।

यह भी देखें: अपना घर बनाने के लिए आवश्यक चेकलिस्ट

घर का नक्शा: डायनिंग एरिया

डायनिंग रूम हमेशा किचन के करीब होना चाहिए. अगर घर में सीढ़ियां हैं तो उसके आगे डायनिंग रूम बनाने का आइडिया अच्छा है. यह देखने में भी अच्छा लगेगा और जगह भी खाली खाली नहीं लगेगी. वास्तु के नियमों के मुताबिककुछ प्रॉपर्टीज में डाइनिंग रूम सीढ़ियों के नीचे भी होता हैजो अतिरिक्त जगह को इस्तेमाल करने का अच्छा आइडिया है.

घर का नक्शा: ड्रॉइंग हॉल या लिविंग रूम

अपने मेहमानों की आवभगत करने के लिए ड्राइंग रूम-लिविंग रूम बेहद जरूरी है. आमतौर पर लोग ड्राइंग रूम और लिविंग रूम दोनों ही शब्दों का इस्तेमाल करते हैं लेकिन इनमें एक फर्क है. ड्राइंग रूम आपके घर की एंट्रेंस पर होता है खासकर उन मेहमानों के लिए जो आपके परिचित हैं. लिविंग रूम वो जगह हैजहां आप ऐसे मेहमानों के साथ बैठते हैंजो आपके करीबी हैं. अपरिचित मेहमानों को ड्राइंग हॉल तक नहीं लाया जाता. वे सिर्फ बरामदे तक ही आते हैं.

हालांकि शहरों में जगह की कमी को देखते हुएघरों में ये सारे कमरे नहीं होते. लेकिन अगर आपके पास इतनी जगह है तो आप नक्शा उसी के मुताबिक बनवा सकते हैं.

घर का नक्शा: कॉमन टॉयलेट

कॉमन टॉयलेट हर परिवार के लिए जरूरी है. हालांकि यह डाइनिंग एरिया के करीब होना चाहिए लेकिन इतना करीब भी नहीं कि कोई मेहमान इसे इस्तेमाल करने के लिए अन्य कमरों से गुजरे बिना स्वतंत्र रूप से उपयोग कर सके. स्वच्छता के मकसद से भी कॉमन टॉयलेट काफी जरूरी है. गैर-पारिवारिक सदस्यजो आपके घर आते हैंउन्हें भी सुविधाजनक लगना चाहिए और साथ ही आपकी प्राइवेसी और स्वच्छता के साथ भी कोई समझौता नहीं होना चाहिए. अगर आपका डायनिंग एरिया में वॉश बेसिन लगाने का कोई प्लान नहीं है तो कॉमन वॉशरूम लगाना अच्छा है. कॉमन वॉशरूम घर में सबसे बड़ा टॉयलेट नहीं होना चाहिए.

घर का नक्शा: ओपन एरिया और पार्किंग

अपने पार्किंग एरिया को इस तरह से बनाएं ताकि अगर आगे चलकर आप नया घर लें तब भी पार्किंग एरिया उतना ही उपयोगी रहे. 15 फुट x 14 फुट की जगह हर तरह के वाहन के लिए काफी है. अगर आपके पास लॉन के लिए जगह है तो इसे जरूर बनाएं. यह प्रॉपर्टी के एंट्रेंस पर होना चाहिए. अन्य खुले क्षेत्र घर में बहुत जरूरी रोशनी और ताजी हवा मुहैया कराते हैं.

यह भी देखें: भारतीय राज्यों में भू नक्शा के बारे में सब कुछ

घर का नक्शा बनाना पहला कदम होता है. पहले आर्किटेक्टकॉन्ट्रैक्टरवास्तु एक्सपर्ट और इंटीरियर डिजाइनर के साथ मिलकर योजना बनाएं. ऊपर बताए गए टिप्स शुरुआती बिंदु की तरह काम करेंगे.

यह भी देखें: भारत में जमीन खरीदने से पहले विचार करने योग्य बातोंकी पूरी जानकारी

घर का नक्शा: वास्तु और दिशाओं के देवता और उनके ग्रह

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जब आप अपने घर के नक्शे पर आर्किटेक्ट और कॉन्ट्रैक्टर के साथ काम करें तो ऊपर दी गई तस्वीर के जरिए दिशाओं को महत्व को समझ सकते हैं. विभिन्न दिशाओं में विभिन्न प्रकार की ऊर्जा होती है.

यह भी देखें: पूरब मुखी घर का वास्तु के बारे में सब कुछ

क्या मैं घर का नक्शा ऑनलाइन बना सकता हूं?

जवाब है हांआप घर का नक्शा या घर का डिजाइन ऑनलाइन बना सकते हैं. ऐसी कई वेबसाइटसॉफ्टवेयर्स और ऐप हैंजिनके जरिए आप ऐसा कर सकते हैं. हालांकि घर के डिजाइनिंग के लिए कुछ अनुभव और सॉफ्टवेयर्स की समझ जरूरी है. इस पर काम करने के लिए आप किसी आर्किटेक्ट की मदद भी ले सकते हैं.

एक सिंपल घर डिजाइन फोटो मूल रूप से घर का फर्श प्लान है। इन ऑनलाइन टूल का इस्तेमाल करके आप 3D फ्लोर प्लान बना सकते हैं। इस घर का नक्शा 3D फोटो को देखें।

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आप अपनी आवश्यकताओं के अनुसार विभिन्न आयामों और प्लॉट के एरिया के अनुसार एक सिंपल घर का फोटो बना सकते हैं।

ज्यादा जानकारी के लिए वास्तु पर हमारा एक्सक्लूसिव आर्किकल यहां पढ़ें

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)

वास्तु के मुताबिक मकान का नक्शा में बेडरूम का साइज क्या होना चाहिए?

बेडरूम के लिए सुनिश्चित करें कि आकार ईवन नंबर में हो. उदाहरण के तौर पर 12 फुट x 12 फुट, 12 फुट x 14 फुट, इत्यादि.

मकान का नक्शा में हॉल कहां होना चाहिए?

हॉल पूर्व या फिर घर के मध्य हिस्से में होना चाहिए.

प्लॉट खरीदने के लिए कौन सी दिशा अच्छी है?

जो घर पूर्व, उत्तर या उत्तर पूर्व की ओर होते हैं, उन्हें शुभ माना जाता है.

उत्तर प्रदेश में रिहायशी घर बनाने के लिए प्लॉट का न्यूनतम साइज क्या होना चाहिए?

एरिया 1800 स्क्वेयर फुट से कम नहीं होना चाहिए. विकसित इलाकों में यह 1900 स्क्वेयर फुट है. हालांकि संबंधित प्राधिकरण से इजाजत के साथ निर्धारित प्राधिकारी असाधारण मामलों में छोटे भूखंडों के निर्माण की इजाजत दे सकता है.

क्या एक प्लॉट पर दो इमारतें खड़ी की जा सकती हैं?

नहीं, अगर आपके पास जगह भी है तो भी रिहायशी प्लॉट पर एक ही बिल्डिंग बनाई जा सकती है.

न्यूनतम इंडस्ट्रियल प्लॉट साइज क्या होना चाहिए?

यह 6000 स्क्वेयर फुट होना चाहिए.

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100 गज का मकान कितना बड़ा होता है?

१०० गज ३०० फुट के बराबर होता है । यदि आप १०० गज जमीन के बारे में जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं तो इसे १०० वर्ग गज कहा जाएगा । अब क्योंकि १ वर्ग गज ९ वर्ग फुट के बराबर होता है तो १०० वर्ग गज ९०० वर्ग फुट के बराबर होगा ।

100 गज का मकान बनाने में कितना खर्च आएगा?

100गज के एक प्लाट पर मकान बनाने के लिए अनुमानत: 250 से 270 कट्टे सीमेंट, 25 से 30 हजार ईंट, 700 से 750 फुट बजरी, 1500 से 1800 फुट रेता और 10 से 15 क्विंटल सरिया लगता है। इन सबके अलावा लेबर, मिट्टी का भरत आदि मिलाकर सब मिलाकर करीब दो माह पहले 8 लाख रुपए खर्च होते थे।

100 गज में कितना फिट होता है?

100 गज में 300 फुट होता है.

100 वर्ग गज में कितने स्क्वायर फिट होते हैं?

गणित के नियमो के अनुसार आपका सवाल ही गलत है । सामान्यतः हम 100गज का मतलब 900वर्ग फुट या स्कोयर फुट से ही मतलब रखते है ।