These NCERT Solutions for Class 7 Hindi Vasant & Bal Mahabharat Katha Class 7 Questions Answers Summary in Hindi Chapter 19 मायावी सरोवर are prepared by our highly skilled subject
experts. Bal Mahabharat Katha Class 7 Questions Answers in Hindi Chapter 19 पाठाधारित प्रश्न लघु उत्तरीय प्रश्न प्रश्न 1. प्रश्न 2. प्रश्न 3. प्रश्न 4. दीर्घ उत्तरीय प्रश्न प्रश्न 1. प्रश्न 2. Bal Mahabharat Katha Class 7 Summary
in Hindi Chapter 19 पांडवों के वनवास की बारह वर्ष की अवधि पूरी होने वाली थी। वे लोग एक गरीब ब्राह्मण की सहायता करते हुए पाँचों भाई जंगल में काफ़ी दूर निकल गए थे। एक दिन युधिष्ठिर ने नकुल से कहा कि पेड़ पर चढ़कर देखों कि कोई नदी या जलाशय आसपास है। पेड से उतरकर नकल ने बताया कि कुछ दूरी पर ऐसे पौधे दिखाई दे रहे हैं जो पानी के नजदीक ही उगते हैं। आसपास कुछ बगुले भी बैठे हैं। युधिष्ठिर ने नकुल को पानी लेने भेज दिया। नकुल पानी लाने चल पड़े। कुछ दूरी पर उन्हें एक जलाशय मिला। उसने जलाशय को
देखकर सोचा कि पहले खुद पानी पी लूँ फिर भाइयों के लिए ले जाऊँगा। नकुल ने जैसे पानी पीने के लिए अंजलि में लिया, एक आवाज़ आई-“माद्री के पुत्र। दुस्साहस न करो। यह जलाशय भी मेरे अधीन है। पहले मेरे प्रश्नों का उत्तर दो। फिर पानी पीयो।” नकुल को तेज़ प्यास लगी थी। इस कारण नकुल ने उस आवाज़ पर ध्यान नहीं दिया और पानी पी लिया। पानी पीते ही नकुल वहीं बेहोश होकर गिर पड़ा।
युधिष्ठिर ने नकुल से पेड़ पर चढ़कर क्या देखने को कहा?
उत्तर:
नकुल ने पेड़ पर चढ़कर कोई जलाशय या नदी देखने को कहा।
युधिष्ठिर ने सबसे पहले पानी लाने किसे भेजा?
उत्तर:
युधिष्ठिर ने सबसे पहले पानी लाने के लिए नकुल को भेजा।
सरोवर पर नकुल को क्या आवाज़ सुनाई पड़ी?
उत्तर:
सरोवर पर नकुल को आवाज़ सुनाई पड़ी- माद्री के पुत्र! दुःसाहस न करो। यह जलाशय मेरे अधीन है। पहले मेरे प्रश्नों के उत्तर दो फिर पानी पियों।
पानी पीने के बाद चारों भाइयों के साथ क्या घटना घटी?
उत्तर:
पानी पीने के बाद चारों भाई मूर्च्छित होकर गिए गए।
भाइयों के नहीं लौटने पर युधिष्ठिर के मन में क्या-क्या शंकाएँ उत्पन्न हुईं?
उत्तर:
चारों भाइयों के नहीं लौटने पर युधिष्ठिर घबराने लगा। उनके मन में
तरह-तरह की आशंकाएँ उत्पन्न होने लगीं। मन में सोचने लगे आश्चर्य की बात है कि कोई अभी तक नहीं लौटा कहीं जल की खोज में वे जंगल में इधर-उधर भटक नहीं गए। मैं ही चलकर देखें कि क्या बात है।
नकुल को पानी होने का पता किस प्रकार चला?
उत्तर:
जब नकुल ने पेड़ पर चढ़कर देखा कि कुछ दूरी पर ऐसे पौधे दिखाई दे रहे हैं जो पानी के नजदीक ही उगते हैं। उसके आस-पास कुछ बगुले भी बैठे हैं। इन संकेतों से उन्हें पता चला कि आस-पास कही जलाशय है।
नकुल के आने में देर होने पर युधिष्ठिर ने सहदेव को भेजा। सहदेव ने जलाशय के समीप ज़मीन पर गिरे नकल को देखा। प्यास ज़ोर से लगने के कारण वह भी पानी पीने लगा। पहले जैसी आवाज़ उसे सुनाई दी। उसने भी ध्यान नहीं दिया। पानी पी लिया वह भी ज़मीन पर आकर गिर पड़ा। काफ़ी देर होने के बाद जब वे दोनों भाई नहीं पहुँचे तो युधिष्ठिर ने अर्जुन को भेजा। वह भी सरोवर में पानी-पीने के लिए नीचे उतरा। आवाज़ आई अर्जुन मेरे प्रश्न के उत्तर देने के बाद ही प्यास बुझा सकते हो। यह तालाब मेरा है। अगर तुम मेरी बात नहीं मानोगे, तो, तुम्हारी भी गति वही होगी, जो तुम्हारे भाइयों की हुई है। अर्जुन उस आवाज़ को सुनकर क्रोधित हो गया। उसने बाण छोड़ने शुरू किए लेकिन इन बाणों का कोई असर नहीं होता था। अंत में अर्जुन भी अपने अन्य दो भाइयों की भाँति बिना सोचे जलाशय में उतरकर पानी पी लिया। पानी पीते ही अन्य भाइयों की तरह वह भी बेहोश हो गया।
अपने तीनों भाइयों की प्रतीक्षा करते-करते युधिष्ठिर काफ़ी चिंतित हो गए। इसके बाद युधिष्ठिर ने भीम को भेजा। भीम ने सोचा की यह यक्ष का करतूत है। फिर उसके पास भी वह आवाज़ आई। भीम बोला-मुझे रोकने वाला तू कौन है? भीम ने पानी पिया और वह भी अन्य भाइयों तरह बेहोश हो गया और ज़मीन पर गिर पड़ा।
उधर युधिष्ठिर की चिंता बहुत अधिक बड़ गई। वे सोचने लगे आखिर भाइयों को क्या हो गया। क्या कारण है कि अभी तक वे चारों लौटे नहीं। यह सोचते-सोचते स्वयं उन लोगों को खोजने निकल पड़े।
शब्दार्थ:
पृष्ठ संख्या-48- अवधि – समय, जलाशय – सरोवर, तरकश – बाण रखने वाला बर्तन, धिक्कारना – कोसना, असुविधा – कठिनाई।
पृष्ठ संख्या-49- गति – दिशा, तालाश – खोज, ज़रा – तनिक, बेधड़क – निर्भीक, अचेत – बेहोश, बाट जोहना – इंतज़ार करना, व्याकुल – बेचैन।
मायावी सरोवर
(Page 48)
(Page 49)
Image from NCERT book
प्रश्न / उत्तर
प्रश्न-1 युधिष्ठिर ने नकुल को दखने के लिए किसे भेजा?
उत्तर- युधिष्ठिरनेनकुलकोदखनेकेलिएसहदेवकोभेजा।
प्रश्न-2 सहदेव को देखने के लिए युधिष्ठिर ने किसको भेजा?
उत्तर- सहदेव को देखने के लिए युधिष्ठिर ने अर्जुन को भेजा।
प्रश्न-3 पानी पीने के बाद चारों भाईयों के साथ क्या हुआ?
उत्तर- पानी पीने के बाद चारों भाई अचेत होकर गिर पड़े।
प्रश्न-4युधिष्ठिर ने सबसे पहले पानी लाने किसे भेजा?
उत्तर – युधिष्ठिर ने सबसे पहले पानी लाने अपने भाई नकुल को भेजा।
प्रश्न-5 अर्जुन के भी न लौटने पर युधिष्ठिर ने क्या किया?
उत्तर- अर्जुनकेभीनलौटनेपरयुधिष्ठिरने भीमसेनकोतीनोंभाईयोंकोदेखनेकोभेजा।
प्रश्न-6 नकुल ने जलाशय को देखकर क्या सोचा?
उत्तर- नकुलनेसोचा किपहलेतोमैंअपनीप्यासबुझालूँऔरफिरतरकशमेंपानीभरकरभाइयोंकेलिए लेजाऊँगा।
प्रश्न-7 जब अर्जुन को भी वैसी ही वाणी सुनाई दी तब उसने क्या किया?
उत्तर- अर्जुनउसवाणीकोसुनकरगुस्सेसेभरगया। उसनेबाणछोड़नेशुरूकरदिए।जिधरसेआवाज़सुनाईदीथी, उसीओरनिशानालगाकर वहतीरचलातारहा, किंतुउनबाणोंकाकोईअसरनहींहुआ।
प्रश्न-8 नकुल ने आसपास जलाशय होने का अनुमान कैसे लगाया?
उत्तर- नकुलनेजबपेड़परचढ़करदेखातोकुछदूरीपरउसेऐसेपौधेदिखाईदिएजो पानीकेनजदीकहीउगतेहैं।वहींआसपास कुछबगुलेभीबैठेहुएथे।यह देखकरनकुलकोलगाकिवहींकहींआसपासजलाशयअवश्यहोनाचाहिए।
प्रश्न-9नकुल जब जलाशय में पानी पीने को हुआ तब कैसी आवाज़ आई?
उत्तर – नकुल ने दोनों हाथों की अंजुलि में पानी लिया और पीना ही चाहता था कि इतने में आवाज़ आई-"माद्री के पुत्र! दुःसाहस न करो। यह जलाशय मेरे अधीन है। पहले मेरे प्रश्नों का उत्तर दो। फिर पानी पियो।”
प्रश्न- 10 भाईयों के नहीं लौटने पर युधिष्ठिर को क्या भय सताने लगा?
उत्तर - भाईयों के न आने पर युधिष्ठिर अकेले बैठे घबराने लगे और सोचने लगे कि बड़े आश्चर्य की बात है कि कोई भी अब तक नहीं लौटा! आखिर भाइयों को हो क्या गया? क्या कारण है कि अभी तक वे लौटे नहीं? जल की खोज में वे जंगल में इधर-उधर भटक तो नहीं गए? मैं ही चलकर देखूँ कि क्या बात है!
प्रश्न-11 सहदेव ने जलाशय के पास क्या देखा और वहाँ उसके साथ क्या घटना घटी?
उत्तर- सहदेव ने जलाशय के पास नकुल को जमीन पर पड़ा हुआ देखा। पर उसे भी प्यास इतनी तेज़ लगी थी कि वह कुछ ज्यादा सोच न सका। वह पानी पीने को ही था कि पहले जैसी वाणी उसे भी सुनाई दी। उसने वाणी की चेतावनी पर ध्यान न देते हुए पानी पी लिया और किनारे पर चढ़ते-चढ़ते वह अचेत होकर नकुल के पास ही गिर पड़ा।
प्रश्न-12 किसने किससे कहा?
i. “भैया! जरा उस पेड़ पर चढ़कर देखो तो सही कि कहीं कोई जलाशय या नदी दिखलाई दे रही है?”
युधिष्ठिर ने नकुलसेकहा।
ii. “जाकर देखो तो उनके साथ कोई दुर्घटना तो नहीं हो गई?”
युधिष्ठिरनेअर्जुनसेकहा।