प्रश्न है जब सर्फर को ऑक्सीजन में जलाया जाता है तो कौन सी गैस निकलती है ठीक है दोस्तों हमें बताना है कि सल्फर सल्फर के एस को ऑक्सीजन यानी कि उर्दू में जब जलाया जाता है तो कौन सी गैस निकलती है ठीक है दोस्तों इसके लिए हम देखेंगे कि सल्फर यानी कि सर फर्ज होता है दोस्तों उस दिन 1 दिन में सल्फर होता है हम देखेंगे कि जो इतने में सल्फर होता है ठीक है जैसे कि कोयला होता है जैसे कोयला कोयला तेल इत्यादि या आधी जलाने पर जलाने में क्या हो तो दोस्तों सल्फर होता है इन्हें जलाने पर क्या निकलता है इन्हें चलाने पर
सल्फर डाइऑक्साइड का निर्माण होता ठीक है सल्फर डाइऑक्साइड का निर्माण होता है ठीक है निर्माण होता है यानी कि हम कह सकते हैं दोस्तों की जब सल्फर को ऑक्सीजन के साथ अधिकृत करते तो क्या होता है so2 मिलता है था जब सल्फर को ऑक्सीजन में जलाया जाता है तो सल्फर डाइऑक्साइड का निर्माण होता है यानी कि सल्फर गैस होता है वह किस में कोयला तेल आदि में पाया जाता है था जब हम इसे जलाते हैं तो सल्फर डाइऑक्साइड का निर्माण होता तो कौन सा गैस का निर्माण होता है दोस्तों so2 यानी कि सल्फर डाइऑक्साइड गैस का निर्माण तो ठीक है तुम्हारे प्रश्न का उत्तर क्या होगा हमारे प्रश्न का उत्तर मिल गया हमें सल्फर डाइऑक्साइड गैस तुम्हारे प्रश्न का उत्तर में मिल गया दोस्तों की so2 गैस सल्फर के जलने पर निकलता है और था जो कि बहुत ही विषैला गैस होता है ठीक है दूसरे के विषय लागत बहुत ही विषय लागत से जो की हवा में बातें
विषैला गैस है जो कि वातावरण में हवा से अधिकतर सल्फर डाइऑक्साइड जैसे कि कारखाने कोयला तेल आदि के जलने से उत्पन्न होता है ठीक है तो यह क्या एक प्रकार का विषैला कैसे उत्पन्न होता है धन्यवाद दोस्तों
Sulfur Ko Jalane Par
Pradeep Chawla on 12-05-2019
खान से निकले गंधक के खनिज को भट्ठे के, जिसे कालकेरोनी (Calcaroni) कहते हैं। ढालवें तल पर जलाने से कुछ गंधक जलकर जो उष्मा उत्पन्न करता है उससे खनिज का शेष गंधक पिघल और बहकर अपद्रव्यों से अलग हो जाता है। इस प्रकिया में गंधक का एक तिहाई अंश जलकर नष्ट हो जाता है। फिर ऐसे भट्ठे बने जिनके एक भट्ठे की गरम गैसों से दूसरा भट्ठा गरम होता था इससे गंधक की हानि कुछ कम हो गई। जापान में खान से निकले गंधक को
बंद भभके में गरम कर गंधक के वाष्प के आसवन से गंधक प्राप्त हद्मने लगा। भभकों को भाप से अथवा ऑटोक्लेब में अतितप्त जल से गरम करते थे। आजकल फ्रैश विधि (Frasch process) से अमरीका में खानों से गंधक निकाला जाता है वहां 200 से 2,000 फुट तक की गहराई में गंधक पाया जाता है। खानों में छेद करके संकेंद्रित नलीवाली पाइप बैठाई जाती है बाहर से अतितप्त जल प्रवाहित करने से गंधक पिघलकर गड्ढे में इकट्ठा होता है, जहाँ से संपीड़ित वायु के सहारे बीच की नली से पिघला गंधक बाहर निकालकर, लकड़ी के साँचों में डालकर, बत्ती के
रूप में प्राप्त किया जाता है।
Comments Priyanka Chaudhary on 02-09-2022
Kon si sulphur ko jalaya jata h
Punam Dive on 28-08-2022
Ek chamakte Peele rang ke Jale se sulphur oxide milta hai
Sonu Singh Yadav on 28-08-2022
Oxygen ke sath chalne per oxide yukt mein badalte Hain
Deepak Singh on 12-05-2019
सल्फर को जलाने पर क्या होता है
suraj singh on 12-05-2019
Salfar sukhne par jalne par aur gela ho
ne par kitne kilo ka ho jata hai
Fuzail ahmad on 12-05-2019
Sulfar 1kg, jalne par 3kg,aur bhignay par 2kg ho jata hai
Sam on 12-05-2019
Sulfar ki khusbu kesi hoti h
आईयूपीएसी नाम | सल्फर डाइऑक्साइड |
अन्य नाम | Sulfurous anhydride Sulfur(IV) oxide |
सी.ए.एस संख्या | [7446-09-5][CAS] |
पबकैम | 1119 |
EC संख्या | 231-195-2 |
UN संख्या | 1079, 2037 |
केईजीजी | D05961 |
MeSH | Sulfur+dioxide |
रासा.ई.बी.आई | 18422 |
RTECS number | WS4550000 |
SMILES | |
InChI | |
Beilstein Reference | 3535237 |
जी-मेलिन संदर्भ | 1443 |
कैमस्पाइडर आई.डी | 1087 |
आण्विक सूत्र | SO2 |
मोलर द्रव्यमान | 64.066 g mol−1 |
दिखावट | रंगहीन गैस |
घनत्व | 2.6288 kg m−3 |
गलनांक | -72 °C, 201 K, -98 °F |
क्वथनांक | −10 °C, 263 K, 14 °F |
जल में घुलनशीलता | 94 g dm−3 |
वाष्प दबाव | 237.2 kPa |
अम्लता (pKa) | 1.81 |
Basicity (pKb) | 12.19 |
श्यानता | 0.403 cP (at 0 °C) |
Space group | C2v |
समन्वय ज्यामिती | Digonal |
आण्विक आकार | Dihedral |
Dipole moment | 1.62 D |
फॉर्मेशन की मानक एन्थाल्पीΔfHo298 | -296.81 kJ mol−1 |
मानक मोलीय एन्ट्रॉपी So298 | 248.223 J K−1 mol−1 |
EU वर्गीकरण | साँचा:Hazchem T |
EU सूचकांक | 016-011-00-9 |
NFPA 704 | 0 3 0 |
R-फ्रेसेज़ | साँचा:R23, R34, साँचा:R50 |
S-फ्रेसेज़ | (S1/2), S9, S26, साँचा:S36/37/39, S45 |
एलडी५० | 3000 ppm (30 min inhaled, mouse) |
संबंधित सल्फर ऑक्साइड | Sulfur monoxide Sulfur trioxide |
संबंधित रसायन/मिश्रण | ओजोन Selenium dioxide |
जहां दिया है वहां के अलावा, ये आंकड़े पदार्थ की मानक स्थिति (२५ °से, १०० कि.पा के अनुसार हैं। ज्ञानसन्दूक के संदर्भ |
सल्फर डाइऑक्साइड (Sulfur dioxide) एक रासायनिक यौगिक है। इसका रासायनिक सूत्र है। यह तीव्र गंधयुक्त, एक तीक्ष्ण विषैली गैस है, जो कई तरह की औद्योगिक प्रक्रियाओं में तथा ज्वालामुखियों द्वारा छोड़ी जाती है। यह एक रंगहीन गैस होती है।
सल्फर डाई ऑक्साइड का ज्यादातर कारखानों आदि में कोयला या तेल जैसी चीजों को जलाने से निर्माण होता है इस गैस का उपयोग बड़े बड़े जहाजो तथा कई डीजल साधन सल्फर ईंधन के जलने से चलते है इनसे भी हवा में सल्फर डाई ऑक्साइड बनती है। जब इस गैस पर दाब आरोपित किया जाता है तो यह गैस द्रव रूप में बदलने लगती है
निर्माण[संपादित करें]
प्रयोगशाला विधि[संपादित करें]
प्रयोगशाला में सल्फर डाइऑक्साइड बनाने के लिए काॅपर धातु की छीलन को सान्द्र सल्फ्यूरिक अम्ल के साथ गर्म करके बनायी जाती है
रासायनिक गुण[संपादित करें]
1.आक्सीकरण :- यह सल्फर से क्रिया करके जल बनाती है
2.अपचायक :- यह क्लोरीन का HCl के साथ अप चयन करके देती है।
SO2 + H2O-> H2SO4 + H2
उपयोग[संपादित करें]
- सल्फर डाई ऑक्साइड के द्रव रूप का प्रशीतक के रूप में काम मे लिया जाता है।
- इसके उपयोग विरंजक के रूप में पेपर उद्योग और ऊन, रेशम की वस्तुओं में किया जाता है ।
- सल्फ्यूरिक अम्ल के विरचन के रूप में इसका उपयोग किया जाता है ।
- पेट्रोलियम व शर्करा के शोधन में इसका उपयोग किया जाता है।
- ऑक्सीकारक के रूप में।
- अपचायक के रूप मे।
- कीटाणु नाशक के रूप में।
- चीनी उघोग में।
दुनिया के सर्वाधिक 5 सल्फर डाइऑक्साइड उत्सर्जक देश[संपादित करें]
- नॉरिलस्क स्मेल्टर कॉम्प्लेक्स (रूस)
- क्रिएल (दक्षिण अफ्रीका)
- जाग्रोज (ईरान)
- राबिघ (सऊदी अरब)
- सिंगरौली (भारत)