रेलवे में लोको पायलट क्या है? - relave mein loko paayalat kya hai?

लोको पायलट को रेलवे ड्राइवर भी कहा जाता है। ट्रैन को अपनी मंज़िल पर सफलतापूर्वक पहुंचाने की ड्यूटी लोको पायलट की होती है। रेलवे बोर्ड हर साल ग्रुप C और D के पदों पर लाखों की संख्या में जॉब विज्ञापन जारी करते हैं। लोको पायलट को ग्रुप B केटेगरी में रखा गया है। आइए और विस्तार से जानते हैं कि loco pilot kaise bane।

The Blog Includes:

  1. लोको पायलट कौन होते हैं?
  2. स्किल्स
  3. लोको पायलट बनने के लिए स्टेप बाय स्टेप गाइड
  4. लोको पायलट के प्रकार
  5. लोको पायलट बनने के लिए योग्यता
    1. विदेश में लोको पायलट बनने के लिए योग्यता
  6. लोको पायलट बनने के लिए परीक्षा 
  7. लोको पायलट परीक्षा पैटर्न
  8. सैलरी
  9. FAQs

लोको पायलट कौन होते हैं?

लौको पायलट भारतीय रेलवे में एक सीनियर लेवल की पोस्ट होती है। लोको पायलट वह व्यक्ति होते हैं जो ट्रैन को चलाने और ट्रेन के आने जाने के दौरान ट्रेन के उचित रखरखाव के लिए जिम्मेदार होते हैं। ट्रैन में बैठे लोगों की सुरक्षा की जिम्मेदारी लोको पायलट की होती है।

लौको पायलट पद हासिल करने वाले उम्मीदवार को सीधे लोको पायलट का पद नहीं दिया जाता है। भारतीय रेलवे असिस्टेंट लोको पायलट नियुक्त करने के लिए एंट्रेंस टेस्ट का आयोजन करती हैं। जिसके बाद कैंडिडेट को लोको पायलट पद के लिए प्रमोट किया जाता है। उसके बाद अभ्यर्थी को सीनियर लौको पायलट की पोस्ट दी जाती है।

स्किल्स

Loco Pilot kaise bane जानने के साथ-साथ स्किल्स जाननी भी आवश्यक हैं, जो नीचे दी गई हैं-

  • तकनीकी कौशल
  • महत्वपूर्ण विचार कौशल
  • शारीरिक फिटनेस

लोको पायलट बनने के लिए स्टेप बाय स्टेप गाइड

Loco Pilot kaise bane जानने के साथ-साथ यह जानना भी आवश्यक है कि लौको पायलट कैसे बनें, जो नीचे बताया गया है-

  • स्टेप-1: 10+2 उत्तीर्ण करें: इच्छुक उम्मीदवार को अपने 10+2 या किसी अन्य कोर्सेज को पूरा करनी चाहिए या या किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से SSC परीक्षा या उसके बरारबर उत्तीर्ण करनी ज़रूरी है। छात्रों को किसी भी मान्यता प्राप्त भारतीय बोर्ड से कम से कम 50 प्रतिशत अंक लाने होंगे।
  • स्टेप-2 एसोसिएट डिग्री: यदि छात्र बैचलर्स डिग्री प्राप्त करने का विकल्प चुनते हैं, तो उन्हें विभिन्न एजुकेशनल संस्थानों की विशिष्ट योग्यता आवश्यकताओं को भी पूरा करना चाहिए। अंक और रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया के पहलू में चयन प्रक्रिया यूनिवर्सिटी से यूनिवर्सिटी में काफी अलग होते हैं। साइंस डिग्री या सर्टिफिकेट में एक स्टैण्डर्ड एसोसिएट में रेलमार्ग, रेलरोड टेक्नोलॉजी, रेल परिवहन, सेफ्टी, ऑपरेशनल लॉ और ग्राउंड स्कूल की हिस्ट्री के कोर्सेज शामिल हैं। सेकेंडरी स्कूल में ट्रेनिंग में अंग्रेजी, गणित, भौतिकी, इलेक्ट्रॉनिक्स, मैकेनिक्स और कम्प्यूटर्स शामिल हैं।
  • स्टेप-3 ITI प्रोग्राम: लोको पायलट को National Council for Vocational Training (NCVT) या State Council of Vocational Training (SCVT) द्वारा स्वीकृत संस्था से ITI प्रोग्राम में क्वालीफाई होना होगा। वे All India Council for Technical Education (AICTE)-मान्यता प्राप्त संस्थान से किसी भी इलेक्ट्रिकल, इलेक्ट्रॉनिक, मैकेनिकल या ऑटोमोटिव इंजीनियरिंग विषयों में इंजीनियरिंग डिप्लोमा भी कर सकते हैं।

लोको पायलट के प्रकार

लौको पायलट के प्रकार नीचे दिए गए हैं-

  • पावर कंट्रोलर
  • चालक दल नियंत्रक
  • लोको फायरमैन
  • सहायक लोको पायलट
  • वरिष्ठ सहायक लोको पायलट
  • लोको सुपरवाइजर

लोको पायलट बनने के लिए योग्यता

Loco Pilot kaise bane जानने के साथ-साथ योग्यता जाननी भी आवश्यक है, जो नीचे दी गई है-

  • एक लोको पायलट बनने के लिए कैंडिडेट्स को 10वीं और 12वीं उत्तीर्ण करना अनिवार्य है |
  • इस पोस्ट के लिए अप्लाई करने वाले कैंडिडेट्स को 2 साल‌ की I.T.I. जैसे-ैकेनिकल, इलेक्ट्रॉनिक या ऑटोमोबाइल किसी भी ट्रेड से किया होना आवश्यक है।
  • इसमें अप्लाई करने वाले कैंडिडेट्स को शारीरिक तौर से फिट होना अनिवार्य है |
  • लोको पायलट बनने के लिए कैंडिडेट्स की न्यूनतम उम्र 18 वर्ष व अधिकतम 30 वर्ष होनी चाहिए। आरक्षित श्रेणियां को नियमों के अनुसार छूट प्रदान की जाती है |
  • कैंडिडेट्स की लोको पायलट बनने के लिए आयु सीमा 18-28 वर्ष होती है। आरक्षित श्रेणियां (SC/ST/OBC/PwD/पूर्व सैनिक आदि) के लिए आयु में छूट सरकार की ओर से दिए जाते हैं।

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विदेश में लोको पायलट बनने के लिए योग्यता

विदेश में लोको पायलट बनने के लिए योग्यता इस प्रकार है-

  • लौको पायलट की पोस्ट के लिए क्वालीफाई होने के लिए कैंडिडेट के पास मैकेनिकल/इलेक्ट्रिकल/इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग में अकादमिक बैकग्राउंड होनी चाहिए या उन क्षेत्रों में ज़रूरी स्किल्स होनी चाहिए।
  • ऑस्ट्रेलिया जैसे कुछ देशों में, लोको पायलट के रूप में भर्ती होने के लिए ‘ट्रेन ड्राइविंग सर्टिफिकेशन’ जैसे स्पेशल कोर्सेज पहले से करने पड़ते हैं।
  • इंग्लैंड जैसे देशों में ‘लोको पायलट’ अप्लाई करने से पहले ‘ट्रैन ड्राइविंग लाइसेंस’ प्राप्त करने की आवश्यकता है।
  • IELTS/TOEFL जैसे इंग्लिश लैंग्वेज टेस्ट के अंक अनिवार्य हैं।

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लोको पायलट बनने के लिए परीक्षा 

लौको पायलट बनने वाले कैंडिडेट्स के लिए कई चरणों में परीक्षा का आयोजन किया जाता है जिसमें सफल होने वाले कैंडिडेट्स को इस पद के लिए नियुक्त किया जाता है | इस पद हेतु आयोजित कराई जाने वाली परीक्षाएं इस प्रकार है-

  • लिखित परीक्षा: इस पद के लिए आवेदन करने वाले कैंडिडेट्स को सबसे पहले लिखित परीक्षा में शामिल होना होता है। यह परीक्षा 120 अंकों की कराई जाती है, इस प्रश्न पत्र को हल करने के लिए कैंडिडेट्स को 90 मिनट का समय दिया जाता है। इस परीक्षा में सफलता प्राप्त करने के लिए कैंडिडेट्स अधिक मेहनत करनी होती है और जो कैंडिडेट इस परीक्षा में सफल हो जाते है, तो इसके बाद उन्हें इंटरव्यू के लिए बुलाया जाता है।
  • इंटरव्यू: लिखित परीक्षा में सफलता प्राप्त कर लेने वाले कैंडिडेट को दूसरे चरण के अंतर्गत इंटरव्यू के लिए बुलाया जाता है। इसमें इंटरव्यू से इस पद से सम्बंधित कई सवाल पूछे जाते हैं। इसके बाद जो अभ्यर्थी इस परीक्षा में सफलता प्राप्त कर लेते है तो उनका मेडिकल एग्जामिनेशन कराया जाता है।
  • मेडिकल एग्जामिनेशन: इस परीक्षा के अंतर्गत आवेदकों का मेडिकल टेस्ट कराया जाता है | इसमें आवेदकों की आँखों का टेस्ट होता है। टेस्ट में आँखों के अलावा नीचे दिए गए टेस्ट और होते हैं, जैसे-
  • आँखों का टेस्ट: नियर विजन: Sn: 0.6, 0.6 चश्मे के साथ या बिना चश्मे के
    • दूर दृष्टि (डिस्टेंट विजन): 6/9,6/12 चश्मे के साथ या बिना चश्मे के (लेंस की शक्ति 4D से अधिक नहीं होना चाहिए)
  • सुनने का टेस्ट
  • छाती का एक्स – रे
  • ECG
  • मधुमेह परीक्षण
  • ब्लड प्रेशर चेकअप
  • कलर ब्लाइंडनेस के लिए इशिहारा परीक्षण

लोको पायलट परीक्षा पैटर्न

लौको पायलट परीक्षा पैटर्न नीचे दिया गया है

RRB ALP परीक्षा अधिकतम संख्या प्रश्नों का अवधि
पहली स्टेज CBT 75 60 मिनट
दूसरी स्टेज CBT- पार्ट A 100 90 मिनट
दूसरी स्टेज CBT- पार्ट B 75 60 मिनट

सैलरी

Glassdoor.co.in के अनुसार भारत में एक लौको पायलट की औसत सालाना सैलरी INR 7-8 लाख होती है। वहीं यूके में एक लौको पायलट की औसत सालाना सैलरी GBP 58,795 (INR 58.79 लाख) और ऑस्ट्रेलिया में AUD 1.01 लाख (INR 53.53 लाख) होती है।

FAQs

लोको पायलट क्या काम करता है?

लौको पायलट वह व्यक्ति होते हैं जो ट्रेंस को चलाने और ट्रांजिट के दौरान ट्रेनों के सही रखरखाव को सुनिश्चित करते हैं।

भारत में लोको पायलट की महीने की सैलरी कितनी होती है?

Glassdoor.co.in के अनुसार भारत में एक लौको पायलट की महीने की सैलरी INR 60-62 हजार होती है।

लोको पायलट को कौन सी केटेगरी में रखा गया है?

लौको पायलट को ग्रुप B केटेगरी में रखा गया है।

आशा करते हैं कि आपको loco pilot kaise bane इसकी पूरी जानकारी इस ब्लॉग में मिल गयी होगी। यदि आप विदेश में पढ़ना चाहते हैं तो आज ही हमारे Leverage Edu एक्सपर्ट्स को 1800572000 पर कॉल करके और 30 मिनट का फ्री सेशन बुक करें।

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रेलवे में लोको पायलट का क्या काम होता है?

लोको पायलट वह व्यक्ति होते हैं जो ट्रैन को चलाने और ट्रेन के आने जाने के दौरान ट्रेन के उचित रखरखाव के लिए जिम्मेदार होते हैं। ट्रैन में बैठे लोगों की सुरक्षा की जिम्मेदारी लोको पायलट की होती है। लौको पायलट पद हासिल करने वाले उम्मीदवार को सीधे लोको पायलट का पद नहीं दिया जाता है।

रेलवे में लोको पायलट कैसे बनते हैं?

लोको पायलट बनने हेतु आपको किसी भी मान्यता प्राप्त बोर्ड द्वारा दसवीं उत्तीर्ण होना आवश्यक है, साथ ही आईटीआई का एनसीवीटी अथवा एससीवीटी से प्रमाणित प्रमाण पत्र या डिप्लोमा आवश्यक है, यह डिप्लोमा आईटीआई अथवा पालीटेक्निक से होना चाहिए ,जो इलेक्ट्रिकल, मैकेनिक,ऑटोमोबाइल इनमें से किसी भी एक ट्रेड में होना चाहिए, इसके साथ-साथ ...

लोको पायलट को हिंदी में क्या कहते हैं?

लोको पायलट को हिंदी में क्या कहते हैं? - Quora. लोको पायलट को हिंदी में क्या कहते हैं? लोको पायलट को लोको चालक कहा जाता है या रेलवे ड्राइवर ।

लोको पायलट का वेतन कितना होता है?

लोको पायलट को मिलती है इतनी सैलरी... राजधानी एक्सप्रेस के लोको पायलट्स की सैलरी एक्सपीरियंस के हिसाब से बढती जाती है। सीनियर लोको पायलट की सैलरी लगभग 55 हजार से 60 हजार तक हो सकती है। वैसे, अलग अलग रूट्स के हिसाब से अमाउंट में चेंजेस आते हैं।

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