ज्योतिष में चांदी के बर्तन में पानी पीने को राहु के अशुभ प्रभाव दूर करने का कारगर उपाय माना जाता है. लेकिन चांदी के सेहत संबन्धी भी काफी लाभ हैं जिससे आपका शरीर तमाम बीमारियों से बचा रहता है.
राहु का प्रकोप झेल रहे हैं तो चांदी के गिलास में पिएं पानी, सेहत और किस्मत दोनों चमक जाएंगे
अगर आपकी कुंडली में राहु का अशुभ प्रभाव है तो आपके जीवन में उथल-पुथल मची रहती है. राहु आपकी बुद्धि को भ्रमित करता है जिससे आप सही फैसले नहीं ले पाते और आपको आर्थिक और मानसिक परेशानियां झेलनी पड़ती हैं. संबन्धों में गलतफहमियां बढ़ती हैं, वाणी पर नियंत्रण नहीं रहता और क्रोध आपके स्वभाव का हिस्सा बन जाता है. अगर आपके साथ भी ऐसा कुछ हो रहा है तो चांदी के गिलास में पानी पीना शुरू कीजिए. इससे राहु संबन्धी तमाम परेशानियां कम होंगी और आपके तमाम काम बनने लगेंगे. साथ ही आपकी सेहत भी दुरुस्त होगी…
ज्योतिष में चांदी को पवित्र धातु का दर्जा दिया गया है. ये चंद्रमा और शुक्र का कारक है. चंद्रमा मजबूत होने से मानसिक तनाव कम होता है और व्यक्ति को शांति मिलती है. वहीं शुक्र की मजबूती धन, वैभव और संपन्नता लेकर आती है. ज्योतिषीय उपायों के अनुसार यदि व्यक्ति रोजाना चांदी के गिलास में पानी पिए तो काफी लाभ होता है. अगर पानी के साथ नियमित रूप से एक तुलसी का पत्ता भी निगल लिया जाए तो ज्यादा तेजी से लाभ होता है.
सेहत को मिलते ये फायदे
1- चांदी का बर्तन बैक्टीरिया फ्री माना जाता है. चांदी के बर्तन में पानी पीने और खाना खाने से इन्फेक्शन से बचाव होता है. तभी पहले के लोग चांदी के बर्तनों में ही खाते पीते थे.
2- जब आप किसी बर्तन में खाना-पीना करते हो तो उसकी धातु का अंश भी हमारे अंदर जाता है. चांदी के तत्व हमारे इम्यून सिस्टम को मजबूत करने का काम करते हैं.
3- रोज सुबह खाली पेट चांदी के बर्तन में पानी पिया जाए तो मेटाबॉलिज्म दुरुस्त रहता है. पाचन तंत्र मजबूत होता है और शरीर का फैट कम होता है.
4- चांदी के गिलास में पानी पीने से सर्दी-जुकाम की समस्या दूर होती है. साथ ही ये पित्त दोष को दूर करने में बेहद असरदार होता है.
5- चांदी के बर्तन में रोजाना पानी पीने से दिमाग शांत रहता है, जिससे तनाव का स्तर घटता है और याददाश्त बेहतर होती है. इससे आंखों की समस्याओं से में भी राहत मिलती है.
6- चांदी का पात्र नॉन टॉक्सिक होता है. पहले के समय में पानी साफ करने के लिए वॉटर फिल्टर नहीं होते थे, तब लोग पानी को साफ और शुद्द करने के लिए चांदी के बर्तनों का प्रयोग करते थे.
7- शरीर की आंतरिक सफाई के लिए चांदी के बर्तन में पानी पीना फायदेमंद होता है. यह लिवर और किडनी को स्वस्थ रखता है.
बड़े-बड़े राजा महाराजा पहले के समय में चांदी के बर्तनों में ही खाना खाते थे। आज भी कुछ घरों में शिशु को अनप्राश चांदी के बर्तनों में ही कराया जाता है। ऐसा माना जाता है कि चांदी से हमारा शरीर स्वस्थ रहता है और इससे तन-मन की शक्ति बढ़ती है। धीरे-धीरे धातुओं से बने बर्तनों ने प्लास्टिक और चीनी मिट्टियों का रूप ले लिया है, क्योंकि आज के दौर में लोग आकर्षक चीजों को ही वरीयता देते हैं। बर्तन हो या फिर कपड़ा, हर एक चीज खूबसूरती के आधार पर ही खरीदा जाता है। लेकिन आपको बता दें कि इस तरह के बर्तनों में खाने पीने से किसी तरह का कोई फायदा नहीं होता, बल्कि इससे शरीर को नुकसान ही पहुंच सकते हैं।
चांदी के बर्तनों में पानी पीने से सेहत को कई ऐसे लाभ होते हैं,
जिसके बारे में जानकर आप चौंक जाएंगे। स्वास्थ्य की दृष्टि के आधार पर ही पहले के समय में लोग चांदी और तांबों के बर्तन में खाते-पीते थे। वैज्ञानिक भी इन बातों को मानते हैं। चांदी एक ऐसा धातु है, जिससे शरीर को मजबूती प्रदान होती है। साथ ही हमारा दिमाग भी काफी तेज होता है। अगर आप चांदी के बर्तन में पानी पीते हैं, तो आपको कई तरह के फायदे हो सकते हैं। आइए जानते हैं चांदी के बर्तन में पानी पीने से क्या फायदे होते हैं।
एनीमिया से छुटकारा
चांदी के बर्तनों का खाने पीने में इस्तेमाल करने से शरीर में सेल्स का निर्माण होता है, इससे आपके बॉडी में ब्लड की कमी नहीं होती है। साथ ही पाचन संबंधी परेशानियां और थकान भी दूर रहती है।
किडनी और लिवर को रखे स्वस्थ
चांदी के बर्तनों में पानी पीने से शरीर डिटॉक्स होता है। इससे शरीर की आंतरिक रूप से सफाई होती है, जो आपके किडनी और लिवर को स्वस्थ रखने में आपकी मदद कर सकता है।
शरीर का तापमान रहता है नियंत्रित
चांदी के गिलास में पानी पीने से शरीर को ठंडक मिलती है। इससे आपके शरीर का तापमान भी कंट्रोल में रहता है। ज्यादा गुस्से में रहने वाले लोगों को बड़े-बुजुर्ग चांदी के बर्तन में पानी पीने की सलाद देते हैं।
पानी लंबे समय तक रहे फ्रेश
चांदी के बर्तन प्राकृतिक रूप से बैक्टीरिया फ्री होते हैं, इसमें किसी तरह के बैक्टीरिया पनपने का खतरा नहीं होता है। ऐसे में अगर आप चांदी के बर्तन में पानी या फिर अन्य लिक्विड पदार्थ रखने हैं, तो यह लंबे समय तक फ्रेश रहता है।
नहीं होगा बैक्टीरियल इंफेक्शन
अन्य बर्तनों के इस्तेमाल से इंफेक्शन होने का खतरा काफी ज्यादा बना रहता है। चांदी का बर्तन बैक्टीरिया फ्री होता है। ऐसे में अगर आप चांदी के बर्तनों का इस्तेमाल करते हैं, तो इससे बैक्टीरियल इंफेक्शन होने का खतरा कम होता है।
बढ़ाए रोग प्रतिरोधक क्षमता
आज के समय में खानपान खराब होने की वजह से व्यक्तियों का इम्यून सिस्टम काफी खराब होता जा रहा है। इम्यूनिटी कमजोर होने की वजह से लोग जल्दी की बीमारियों के शिकार हो जाते हैं। वहीं, अगर आप रोजाना चांदी के बर्तन में पानी पीते हैं, तो इससे आपकी इम्यूनिटी बूस्ट होगी।
सर्दी-जुकाम की परेशानी से मिलेगा छुटकारा
बदलते मौसम में सर्दी-जुकाम की समस्या होना बहुत ही आम बात है। अगर आप नियमित रूप से चांदी के गिलास में पानी पीते हैं, तो आपसे सर्दी-जुकाम की समस्याएं दूर रहती हैं। रोजाना सोने से पहले 1 चांदी के गिलास में पानी भरकर रखें, इसे सुबह खाली पेट पिएं। इससे सर्दी-जुकाम से आपको छुटकारा मिलेगा।
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वेट लॉस में मिलेगी मदद
चांदी के बर्तन में पानी पीने से आपका वजन काफी तेजी से कंट्रोल हो सकता है। रोजाना सुबह खाली पेट चांदी के बर्तन में पानी पिएं। चांदी के बर्तन में पानी पीने से आपका मेटाबॉजिल्म बेहतर होता है, जिससे आपके शरीर का वजन तेजी से घटता है।
स्ट्रेस रहता है दूर
चांदी आपके शरीर को शीतलता प्रदान करता है। यह एक शांति का प्रती है। अधिक गुस्सा होने वाले व्यक्ति को चांदी के बर्तनों को इस्तेमाल करने की सलाह दी जाती है। इतना ही नहीं अगर आप रोजाना चांदी के गिलास में पानी पीते हैं, तो स्ट्रेस से दूर रहेंगे। इतना ही नहीं आंखों से जुड़ी परेशानियों को दूर करने में भी यह हमारी मदद करता है।
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स्किन को भी मिलते हैं फायदे
गलत खानपान के कारण स्किन पर डार्क सर्कल्स, झुर्रियां और लाइनें काफी ज्यादा हो जाती हैं। इस तरह की समस्याओं से भी आप चांदी के बर्तनों का इस्तेमाल करके छुटकारा पा सकते हैं। इतना ही नहीं इसके इस्तेमाल से स्किन पर भी निखार आता है।