22 चार्ल्स का नियम क्या है What is Charles Law ?`? - 22 chaarls ka niyam kya hai what is chharlais law ?`?

आयतन और ताप में सम्बन्ध दिखाने वाला एक चलायमान चित्र।

सांतत्यक यांत्रिकी

नियम

द्रव्यमान संरक्षण का नियम  • संवेग संरक्षण का नियम  • ऊर्जा संरक्षण का नियम  • एन्‍ट्रॉपी असमानता

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वैज्ञानिक

बर्नूली

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  • वा
  • सं

चार्ल्स का नियम (इसे आयतन नियम के नाम से भी जाना जाता है) प्रायोगिक गैस नियम है जिसके अनुसार गैस को गर्म करने पर उसमें विस्तार होता है। चार्ल्स के नियम का आधुनिक कथन निम्नलिखित प्रकार से लिखा जा सकता है:

जब किसी शुष्क गैस को नियत दाब पर रखा जाता है तो केल्विन तापमान और आयतन एक दूसरे के अनुक्रमानुपाती होते हैं।[1]

यह अनुक्रमानुपाती सम्बन्ध निम्न प्रकार लिखा जा सकता है:

V = kT

अथवा

जहाँ:

V गैस का आयतन हैT गैस का (कैल्विन पैमाने पर) तापमान हैk नियतांक है।

सन्दर्भ[संपादित करें]

  1. फुललिक, पी॰ (1994), Physics [भौतिकी] (अंग्रेज़ी में), हाइनमान, पपृ॰ 141–42, आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 0-435-57078-1.

  • चार्ल्स का नियम
    • चार्ल्स के नियम का सूत्र
      • अणुगति सिद्धांत के आधार पर चार्ल्स का नियम

चार्ल्स का नियम

इस नियम के अनुसार, नियत पर किसी गैस के निश्चित द्रव्यमान का आयतन गैस के परमताप के अनुक्रमानुपाती होता है।
अर्थात्     V ∝ T
अथवा   \footnotesize \boxed { \frac{V}{T} = नियतांक }
अतः इस समीकरण द्वारा स्पष्ट होता है कि यदि हम गैस के दाब को नियत रखते हुए गैस के ताप को दोगुना कर दें तो गैस का आयतन भी दोगुना हो जायेगा।

चार्ल्स के नियम का सूत्र

माना नियत दाब पर किसी द्रव्यमान की गैस का प्रारंभिक ताप व आयतन T1 व V1 हों तथा गैस के अंतिम ताप व आयतन T2 व V2 हों तो चार्ल्स के नियम से
\footnotesize \boxed { \frac{V_1}{T_1} = \frac{V_2}{T_2} }

चित्र में किसी गैस के विभिन्न दाबों P1 , P2 व P3 पर ताप व आयतन के बीच ग्राफ को प्रदर्शित किया गया है।
आदर्श गैस दाब की सभी अवस्थाओं में चार्ल्स के नियम का पालन करती है।

पढ़ें… 11वीं भौतिक नोट्स | 11th class physics notes in Hindi

अणुगति सिद्धांत के आधार पर चार्ल्स का नियम

अणुगति सिद्धांत से निश्चित द्रव्यमान की गैस का दाब
P = \large \frac{1}{2} (\frac{m}{V}) v2
जहां V – गैस का आयतन, m – गैस के प्रत्येक कण का द्रव्यमान , n – गैस के अणुओं की संख्या तथा v – अणुओं का वर्ग माध्य मूल चाल है।
अतः PV = \large \frac{1}{3} mn v2
V = \large \frac{2}{3} \frac{n}{P} × \frac{1}{2} mn v2 (2 से गुणा-भाग)
चूंकि गैस के एक अणु की गतिज ऊर्जा = \large \frac{1}{2} mv2
= \large \frac{2}{3} kT होता है। तब
V = \large \frac{2}{3} \frac{n}{P} × \frac{3}{2} kT
V = \large \frac{nkT}{P}
यदि गैस का दाब नियत हो तब एक निश्चित द्रव्यमान की गैस के लिए n भी नियत होगा। एवं k तो नियतांक ही है तब
\footnotesize \boxed { V ∝ T }
यही चार्ल्स का नियम है।

चार्ल्स का सिद्धांत क्या है?

इस नियम के अनुसार, नियत पर किसी गैस के निश्चित द्रव्यमान का आयतन गैस के परमताप के अनुक्रमानुपाती होता है। अतः इस समीकरण द्वारा स्पष्ट होता है कि यदि हम गैस के दाब को नियत रखते हुए गैस के ताप को दोगुना कर दें तो गैस का आयतन भी दोगुना हो जायेगा।

गैलू साख का नियम क्या है इसका गणितीय व्यंजक लिखिए?

Solution : गे-लुसैक का नियम-जब गैसें आपस में संयोग करती हैं, तो उनके आयतनी में सरल अनुपात होता है और यदि उनके संयोग से बना हुआ पदार्थ भी गैस हो, तो उसका आयतन भी क्रियाकारी गैसों के आयतन के सरल अनुपात में होगा, जयबकि सभी आयतन एक हो ताप व दाब पर नापे जायें।

बॉयल के नियम के अनुसार स्थिरांक क्या है?

Detailed Solution सही उत्तर PV है। बॉयल का नियम: बॉयल के नियम के अनुसार, "स्थिर ताप पर गैस के एक निश्चित द्रव्यमान का आयतन, दाब के व्युत्क्रमानुपाती होता है"।

2 क बॉयल का नियम क्या है समझाइए?

इस नियम के अनुसार, नियत ताप पर किसी गैस के निश्चित द्रव्यमान का आयतन उस गैस के दाब के व्युत्क्रमानुपाती होता है। अर्थात् इस समीकरण द्वारा स्पष्ट होता है कि यदि हम गैस के ताप को नियत रखते हुए उसके दाब को दोगुना कर दें तो गैस का आयतन आधा रह जाएगा।

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