छत्तीसगढ़ में कुल 19720 गांव है। इन गांवों में कुछ ऐसे हैं, जहां तीज-त्योहार, पर्व व चुनाव में फसाद होना आम बात है। पुलिस की इन गांवों पर विशेष नजर होती है। शेष|पेज 6
यहां किसी भी तरह की गड़बड़ी होने की सूचना पर पुलिस प्राथमिकता के आधार पर पहुंच जाती है। थानों में ऐसे गांवों का रिकार्ड रखा जाता है। इन गांवों को झगड़ालू गांव का दर्जा मिला हुआ है। यहां आए दिन मारपीट, बलवा, संपत्ति संबंधी अपराध होते हैं।
फौरन पहुंचती है पुलिस
उक्त गांवों में होने वाली छोटी सी छोटी घटनाओं को संवेदनशील माना जाता है। सूचना मिलते ही यहां पुलिस फौरन पहुंच जाती है। साधारण विवाद को इन गांवों में बड़ी घटनाओं में तब्दील होने में समय नहीं लगता। जिले के ऐसे गांव में पुलिस नियमित रूप से भ्रमण करती है। यहां मुखबिरों को सक्रिय रखना पड़ता है। थाना प्रभारी विशेष रूप से ऐसे गांव में आते जाते रहते हैं।
किस जिले में कितने गांव झगड़ालू
रायपुर - 156
महासमुंद - 58
बिलासपुर - 86
मुंगेली - 54
कबीरधाम - 42
दुर्ग - 77
धमतरी - 63
रायगढ़ - 82
सरगुजा - 53
दंतेवाडा - 29
सुकमा - 28
राजनांदगांव - 77
जांजगीर - 65
कोण्डागाव - 49
सूरजपुर - 51
बलरामपुर - 33
बीजापुर - 35
नारायणपुर - 36
कांकेर - 56
बेमेतरा - 58
कोरबा - 82
बालोद - 53
कोरिया - 28
गरियाबंद - 39
बलौदा बाजार - 45
बस्तर - 64
जशपुर - 79
कुल - 1578
विलेज क्राइम नोटबुक में होता है अपडेट
निर्धारण करने का मापदंड
प्रत्येक थानों में विलेज क्राइम नोटबुक होता है। इसे ग्राम अपराध पुस्तिका भी कहते हैं। यह हरसाल अपडेट होता है। साल के अंत में थानेदार पुस्तिकाओं में सालभर का लेखाजोखा दर्ज करता है। इसमें सभी गांव की पृष्ठभूमि से लेकर थाना से दूरी, आवागमन के मार्ग, मुख्य व्यवसाय सहित ऐसी जाति विशेष का भी उल्लेख किया जाता है जो यहां निवास करते हैं। गांव के लफड़े झगड़े सबकुछ इस नोटबुक में होते हैं।
गांवों में बलवा, संपत्ति संबंधी अपराध, जमीन के नाम पर मारपीट, जाति विशेष या समुदाय में गुटबाजी, धोखाधड़ी संबंधी मामले, चुनाव, होली व विशेष पर्व के दौरान ला एंड आर्डर की स्थिति और थानों में दर्ज अपराध के आंकड़ों के आधार पर झगड़ालू गांव का चयन होता है। पुलिस इन गांवों का पूरा रिकार्ड तो रखती है साथ ही सूचना पटल पर इन्हें दर्ज किया जाता है।
संविधान के 73वें संशोधन के फलस्वरूप समस्त आर्थिक विकास एवं सामाजिक न्याय के 29 विषयों (संविधान की 11वीं अनुसूची) का क्रियान्वयन पंचायतों के माध्यम से किये जाने का प्रावधान है। छत्तीसगढ़ पंचायत राज अधिनियम 1993 में बने प्रावधान अनुसार प्रदेश में पंचायत राज संस्थाओं का संचालन एवं गतिविधियों का क्रियान्वयन किया जाता है। प्रदेश में त्रि-स्तरीय पंचायतराज संस्थाओं के अंतर्गत 27 जिला पंचायतें, 146 जनपद पंचायतें एवं 11664 ग्राम पंचायतें स्थापित है।
प्रदेश की पंचायत राज संस्थाओं में पंचायत पदाधिकारियों के पदों में आरक्षण की स्थिति निम्नानुसार है:-
क्र.पंचायत पदाधिकारी/कुल स्थानपुरूष महिला कुल स्थानअ.जा. अ.ज.जा.अ.पि.वर्गअनारक्षितयोग अ.जा. अ.ज.जा.अ.पि.वर्गअनारक्षितयोग1
जिला
अध्यक्ष
1
6
3
2
12
2
7
4
2
15
27
सदस्य
18
74
29
58
179
30
92
35
66
223
402
2
जनपद
अध्यक्ष
1
41
3
11
56
10
53
13
14
90
146
सदस्य
143
573
206
456
1378
206
656
237
496
1595
2973
3
ग्राम
अध्यक्ष
732
2795
688
1195
5410
550
3079
720
1212
5461
10976
सदस्य
7224
29441
8783
24483
69931
10935
34321
12862
27890
86008
155939
योग811932930971226205769661173338208138712968093392170358 प्रतीक चिह्न की आकृति गोल है, जिसके चारों तरफ छत्तीस (36) गढ़ निर्मित है। मध्य में अशोक स्तंभ, राष्ट्र ध्वज के तीन रंग, राज्य की नदियाँ, नीचे आदर्श वाक्य सत्यमेव जयते लिखा हुआ है। राज्य की प्रमुख फसल के रूप में धान की बालिय तथा ऊर्जा के प्रतीक को चित्रित किया गया है।इस लेख के माध्यम से छत्तीसगढ़ में कितने जिले हैं | Chhattisgarh Ke Jile जानने में मदद मिलेगा। छत्तीसगढ़ की जनसंख्या 25545198 है (2011 के अनुसार), 2022 अनुमानित जनसंख्या 32199722 है, जनसंख्या के मामले में भारत का 17 वां राज्य है।
क्षेत्रफल की दृष्टि से 9 वां राज्य। इसका क्षेत्रफल 135192 वर्ग किमी है।छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर है। वर्तमान में छत्तीसगढ़ में गांवों की संख्या 4637 है।
छत्तीसगढ़ राज्य की स्थापना 1 नवंबर 2000 को हुई थी। यह भारत का 26वां राज्य है। पहले यह मध्य प्रदेश का हिस्सा था। ऐसा माना जाता है कि एक समय में इस क्षेत्र के भीतर 36 किले थे, यही वजह है कि इसका नाम छत्तीसगढ़ रखा गया। चलो पता करते है छत्तीसगढ़ में कितने जिले हैं | Chhattisgarh Ke Jile
Table of Contents
- छत्तीसगढ़ में कितने जिले हैं | Chhattisgarh Ke Jile
- छत्तीसगढ़ में कितने जिले हैं उनके नाम, आयतन, आबादी और मुख्यालय शहर (Cg Me Kitne Jile Hai)
- छत्तीसगढ़ के जिले बारे मैं बिसेष जानकारी
- 2022 में छत्तीसगढ़ में कितने जिले हैं (Video)| Chhattisgarh me kul kitne jile hai
- सबसे अधिक जनसंख्या वाले छत्तीसगढ़ में कितने जिले हैं (Cg Me Kitne Jile Hai 2022)
- सबसे कम जनसंख्या वाले छत्तीसगढ़ में कितने जिले है (Chhattisgarh Ke Jile)
- सबसे अधिक साक्षरता वाले वर्तमान में छत्तीसगढ़ में कितने जिले हैं (Cg Me Kitne Jile Hai 2022)
- सबसे कम साक्षरता वाले छत्तीसगढ़ में कितने जिले हैं(Chhattisgarh Ke Jile)
- सबसे अधिक लिंग अनुपात वाले छत्तीसगढ़ में कितना जिला है (Chhattisgarh Mein Kitne Jile Hain)
- सबसे कम लिंग अनुपात वाले छत्तीसगढ़ में कितने जिले हैं(Chhattisgarh Mein Kitne Jile Hai)
- Chhattisgarh Districts with Official Website in Hindi – छत्तीसगढ़ में कितने जिले हैं 2022 List और उनकी वेबसाइट
- भारत के अन्य राज्यों के जिलों के बारे में जानिए
- भारत के केंद्रशासित प्रदेश के जिलों के बारे में जानिए
- FAQ छत्तीसगढ़ के बारे में जानकारी (Chhattisgarh Ke Bare Mein)
- प्रश्न: छत्तीसगढ़ का सबसे बड़ा जिला कौन सा है?
- प्रश्न: छत्तीसगढ़ में कुल कितने जिले हैं 2022 | Chhattisgarh Me Kitne Jile Hai?
- प्रश्न: छत्तीसगढ़ की जनसंख्या कितनी है 2022?
- प्रश्न: छत्तीसगढ़ का सबसे बड़ा गांव कौन सा है?
- प्रश्न: छत्तीसगढ़ का सबसे छोटा गांव कौन सा है?
- प्रश्न: छत्तीसगढ़ में कुल कितने गांव हैं?
- प्रश्न: छत्तीसगढ़ के राज्यपाल कौन है?
- प्रश्न: छत्तीसगढ़ के शिक्षा मंत्री कौन है?
- प्रश्न: छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री कौन है?
- प्रश्न: छत्तीसगढ़ में कौन सी सरकार है?
- प्रश्न: छत्तीसगढ़ में कितने राज्य हैं?
- प्रश्न: छत्तीसगढ़ में किसकी सरकार है| छत्तीसगढ़ में किस पार्टी का सरकार है?
- प्रश्न: छत्तीसगढ़ में केलो नदी कौन से जिले में बहती है?
- प्रश्न: छत्तीसगढ़ में अभ्यारण कहां है?
- प्रश्न: छत्तीसगढ़ में कितनी नदियां हैं?
- प्रश्न: छत्तीसगढ़ में कितने तहसील हैं?
छत्तीसगढ़ में कितने जिले हैं | Chhattisgarh Ke Jile
2022 तक छत्तीसगढ़ में 33 जिले हैं। छत्तीसगढ़ राज्य के गठन के समय छत्तीसगढ़ में 16 जिलों था, जिनमें से छह गोंडी और 10 छत्तीसगढ़ भाषी थे।
गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिलों का उद्घाटन 10 फरवरी 2020 को किया गया, इसके बाद चार नए जिलों- मानपुर-मोहला, शक्ति, मनेंद्रगढ़, और सारनगढ़-बिलाईगढ़- की घोषणा 15 अगस्त 2021 को और छत्तीसगढ़ के नये जिले खैरागढ़-छुईखदान की 17 अप्रैल 2022 को की गई। नए जिले की घोषणा 17 अप्रैल 2022 को की गई थी।