स्टोरी हाइलाइट्स
- सोमवार के दिन किए जाने वाले उपाय
- भोलेनाथ को करें प्रसन्न
- पूरी होगी हर मनोकामना
हिंदू धर्म में सोमवार का दिन भगवान शिव को समर्पित माना गया है. बहुत से लोग सोमवार के दिन भगवान शिव की पूजा करते हैं. कुछ लोग सोमवार के दिन व्रत भी करते हैं. सोमवार के दिन कुछ विशेष उपाय करने से भोलेनाथ जल्द प्रसन्न होते हैं और राह में आने वाली हर बाधाओं को दूर करते हैं.
सोमवार व्रत और पूजा का महत्व- ऐसा माना जाता है कि जो भी व्यक्ति सोमवार के दिन भगवान शिव की पूजा-अर्चना और व्रत करता है उसे भगवान शिव का आशिर्वाद प्राप्त होता है. शिव अपने भक्तों की सारी मनोकामनाएं पूरी करते हैं. सोमवार का व्रत करने से जीवन से दुख, रोग, कलह, क्लेश और आर्थिक तंगी दूर होती है. जीवन में विवाह संबंधी कोई परेशानी आ रही हो तो सोमवार का व्रत और पूजा करने से लाभ मिलता है.
सोमवार के दिन करें ये उपाय- सोमवार के दिन स्नान करने के बाद 108 बार महामृत्युंजय मंत्र का जाप करें. इससे जीवन में सुख-समृद्धि आती है. सोमवार के दिन शिव की पूजा में बिल्व पत्र, अक्षत, चंदन, धतूरा और आंकड़े का फूल चढ़ाएं. इससे भगवान शिव शीघ्र प्रसन्न होते हैं. सोमवार के दिन भगवान शिव का अभिषेक करने से विवाह संबंधित सभी दिक्कतें दूर होती हैं. सोमवार की पूजा हरे, लाल, सफेद, केसरिया, पीला या आसमानी रंग का वस्त्र पहन कर करें.
शिव पूजन में ना करें ये काम- भगवान शिव को प्रसन्न करना बेहद आसान होता है लेकिन जरा सी चूक से भगवान शिव नाराज भी हो जाते हैं. सोमवार की पूजा कभी भी काले रंग के वस्त्र पहन कर नहीं करनी चाहिए. भगवान शिव की पूजा में तुलसी का प्रयोग वर्जित माना गया है. भगवान शिव को कभी भी नारियल का पानी नहीं चढ़ाना चाहिए.
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हिंदी न्यूज़ धर्मSomvar Puja : सोमवार के दिन इस विधि से करें भगवान शिव की पूजा, नोट कर लें पूजन- विधि और सामग्री की पूरी लिस्ट
bholenath puja vidhi : धार्मिक मान्यताओं के अनुसार सोमवार का दिन भगवान भोलेनाथ को समर्पित होता है। इस दिन विधि- विधान से भोलेनाथ की पूजा- अर्चना की जाती है। भोलेनाथ की कृपा से व्यक्ति को सभी तरह के द
Yogesh Joshiलाइव हिन्दुस्तान टीम,नई दिल्लीMon, 23 May 2022 05:14 AM
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार सोमवार का दिन भगवान भोलेनाथ को समर्पित होता है। इस दिन विधि- विधान से भोलेनाथ की पूजा- अर्चना की जाती है। भोलेनाथ की कृपा से व्यक्ति को सभी तरह के दुख- दर्द से मुक्ति मिल जाती है और जीवन सुखमय हो जाता है। आइए जानते हैं सोमवार के दिन भगवान शंकर की अराधना कैसे करें और किन नियमों का पालन करना चाहिए....
पूजा- विधि
- सुबह जल्दी उठ जाएं और स्नान आदि से निवृत्त होने के बाद साफ वस्त्र धारण करें।
- घर के मंदिर में दीप प्रज्वलित करें।
- सभी देवी- देवताओं का गंगा जल से अभिषेक करें।
- शिवलिंग में गंगा जल और दूध चढ़ाएं।
- भगवान शिव को पुष्प अर्पित करें।
- भगवान शिव को बेल पत्र अर्पित करें।
- भगवान शिव की आरती करें और भोग भी लगाएं। इस बात का ध्यान रखें कि भगवान को सिर्फ सात्विक चीजों का भोग लगाया जाता है।
- भगवान शिव का अधिक से अधिक ध्यान करें।
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व्रत नियम
- इस दिन सात्विक आहार लेना चाहिए। प्याज, लहसुन नहीं खाना चाहिए।
- मांस- मदिरा का सेवन नहीं करना चाहिए।
- अधिक से अधिक भगवान शंकर की अराधना करनी चाहिए।
- ब्रह्मचर्य का भी पालन करना चाहिए।
भगवान शिव की पूजा में प्रयोग होने वाली सामग्री-
- पुष्प, पंच फल पंच मेवा, रत्न, सोना, चांदी, दक्षिणा, पूजा के बर्तन, कुशासन, दही, शुद्ध देशी घी, शहद, गंगा जल, पवित्र जल, पंच रस, इत्र, गंध रोली, मौली जनेऊ, पंच मिष्ठान्न, बिल्वपत्र, धतूरा, भांग, बेर, आम्र मंजरी, जौ की बालें,तुलसी दल, मंदार पुष्प, गाय का कच्चा दूध, ईख का रस, कपूर, धूप, दीप, रूई, मलयागिरी, चंदन, शिव व मां पार्वती की श्रृंगार की सामग्री आदि।
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सोमवार के दिन भगवान शिव की पूजा के साथ ही व्रत भी रखा जाता है और इस व्रत को सोमेश्वर नाम से जाना जाता है.
Somvar Vrat Vidhi: शास्त्रों के अनुसार सोमवार को भगवान शिव जी की पूजा-अर्चना की जाती है और इस दिन व्रत करने से भगवान शिव और देवी पार्वती प्रसन्न होते हैं. सोमवार का व्रत बेहद ही सरल होता है, लेकिन इस व्रत को करने के कुछ नियम हैं. उन नियमों का पालन करना आवश्यक है. कई बार सोमवार के व्रत और पूजन में कुछ गलतियां हो जाती है और कहा जाता है कि इन गलतियों की वजह से व्रत का फल नहीं मिल पाता. आइए जानते हैं सोमवार को व्रत करने के नियम और साथ ही जानें पूजा में कौन सी गलतियां न करें.
सोमवार व्रत के नियम
सोमवार के दिन भगवान शिव की पूजा और व्रत का विशेष महत्व होता है. इस दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि कर साफ
वस्त्र ग्रहण करें. यदि संभव हो तो मंदिर में जाकर शिवलिंग का जलाभिषेक करने के बाद व्रत का संकल्प लें. इसके बाद भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा-अर्चना करें और व्रत की कथा जरूर सुनें. हिंदू शास्त्रों के अनुसार सोमवार के व्रत में तीन पहर में एक बार ही भेजना करना चाहिए. व्रत में फलाहार लिया जा सकता है.
सोमवार व्रत के प्रकार
सोमवार का व्रत तीन प्रकार का होता है. इसमें साधारण प्रति सोमवार, सोम्य प्रदोष और सोलह सोमवार शामिल हैं. तीनों ही व्रत का विधि-विधान और पूजा के नियम
एक समान ही हैं. इनमें एक बार भोजन करना चाहिए.
शिवजी की पूजा में न करें ये गलतियां
सोमवार के भगवान शिव की पूजा की जाती है और इस दिन व्रत करने से भगवान खुश होकर भक्तों की मनोकामना पूर्ण करते हैं. लेकिन शिवजी की पूजा में भूलकर भी ऐसी गलती न करें .
- शिवजी की पूजा में दूध का जलाभिषेक किया जाता है. ध्यान रखें गलती से भी तांबे से लौटे में दूध न डालें. तांबे के बर्तन में दूध डालने से दूध संक्रमित होता हो जाता है और चढ़ाने योग्य नहीं रहता.
- शिवलिंग पर दूध, दही, शहद या कोई भी वस्तु चढ़ाने के बाद जल जरूर चढ़ाएं तभी जलाभिषेक पूर्ण होता है.
- शास्त्रों के अनुसार शिवलिंग पर कभी भी रोली व सिंदूर की तिलक नहीं करना चाहिए. शिवलिंग पर हमेशा चंदन का ही तिलक करें.
- भगवान शिव के मंदिर में परिक्रमा करते वक्त ध्यान रखें कि कभी भी पूरी परिक्रमा न लगाएं. जहां से दूध बहता है वहां रूक जाएं और वापस घूम जाएं.
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