सर्दी-खांसी होने पर अदरक का इस्तेमाल आज से नहीं बल्कि, कई सालों से किया जाता रहा है। इसे आयुर्वेद में भी कई रोगों का इलाज माना गया है। अदरक में एंटीबैक्टीरियल, एंटीवायरल और एंटी इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो कि मौसमी बीमारियों से लड़ने में हमारी मदद करते हैं। अदरक में पाए जाने वाले कुछ यौगिक सर्दी-जुकाम के लक्षणों को कम करने के साथ फेफड़ों को स्वस्थ रखने में भी मददगार हैं। ज्यादातर लोग सर्दी-जुकाम में अदरक को काढ़े या फिर चाय में डाल कर लेन को कहते हैं। पर तब क्या जब हमें सूखी खांसी हो। दरअसल, सूखी खांसी होने पर अदरक ना सिर्फ खांसी को शांत करता है बल्कि गले को भी आराम पहुंचाने का काम करता है। ये गले में होने वाली एलर्जी के असर को धीमा करता है और बार-बार गले में महसूस होने वाली खिचखिच को कम करता है। तो, आइए आज जानते हैं कि जब आपको सूखी खांसी हो तो, आप अदरक को कैसे ले सकते हैं और इन्हें ऐसे लेने के फायदे क्या हैं?
सूखी खांसी में कैसे लें अदरक-How to use ginger in dry cough
1. शहद में मिला कर मुंह में दबाएं अदरक
जब किसी को सूखी खांसी होती है तो गले में खिचखिचज्यादा महसूस होती है और बिना कफ के खांसने से गला बार-बार सूखने लगता है। साथ ही नाक से मुंह तक आने वाले पैसेज छिल जाते हैं और कई बार उनमें सूजन आ जाता है। ऐसे में अदरक को शहद में मिला कर खाना गले के साथ नेसेल पैसज की सूजन को भी कम करता है। अदरक जहां नाक से मुंह तक आने वाली इन नलिकाओं के मेम्ब्रेन की सूजन कम करता है वहीं शहद इसमें एक आरामदायक परत की तरह काम करता है। इस तरह ये दोनों मिल कर गले का आराम देते हैं।
इसे भी पढ़ें: कब्ज-एसिडिटी जैसी पेट की कई समस्याओं का घरेलू इलाज है धनिया पाउडर, इन 5 तरीकों से करें सेवन
2. घी में अदरक पका कर खाएं
घी में अदरक पका कर खाना दादी-नानी के कुछ खास नुस्खों में से हैं। दरअसल, जब हम घी में अदरक पका कर लेने से ये गले के पैसेज को क्लीन करने में मदद करता है। साथ ही अदरक का एंटीबैक्टीरियल गुण इंफेक्शन या फिर एलर्जी को कम करने में मदद करता है। साथ ही सूखी खांसी के कारणजो हमारा गला बार-बार सूखता है, उस गले में घी एक नमी की परत बनाए रखता है। और दोनों मिल कर सूखी खांसी से आराम दिलाते हैं।
3. अदरक और गुड़ में बनाएं लड्डू
अदरक और गुड़ दोनों ही सर्दी-खांसी में शरीर को अंदर से गर्म करने का काम करते हैं। साथ ही अदरक का एंटीवायरल गुण गले में वायरस को बढ़ने से रोकता है। अगर किसी को मौसमी इंफेक्शन की वजह स सूखी खांसी हुई है तो ये इंफेक्शन को कम करता है। तो गुड़ का सेवन नेचुरल क्लीनजिंग एजेंट की तरह काम करता है। ये पूरे रेस्पिरेटरी सिस्टम के पैसेज को साफ करता है और सांस लेने को आसान बनाता है। इसलिए जब आपको सूखी खांसी होती है तो आप अदरक को कूच कर और गुड़ में पका कर लड्डू बनाना चाहिए। फिर आप इसे दिन में दो से तीन बार खा सकते हो।
इसे भी पढ़ें: वजन घटाने के लिए अदरक का इन 5 तरीकों से करें इस्तेमाल, तेजी से होगा फैट-बर्न
4. अदरक और लौंग से बनाएं कफ सिरप
अदरक और लौंग दोनों को पीस कर और शहद में मिला कर आप एक कफ सिरफ तैयार कर सकते हैं। ये काफी फायदेमंद होता है। दरअसल, लौंग में एंटीबैक्टीरियल, एंटीफंगल, एंटीऑक्सीडेंट और एंटीसेप्टिक गुण है जो कि सूखी खांसी के कारणों को बेअसर करते हैं और खांसी से राहत दिलाते हैं। साथ ही अदरक के गुण भी कुछ इसी प्रकार के हैं और दोनों मिल कर सूखी खांसी निजात दिलाते हैं। साथ ही शहद का इस्तेमाल गले का आराम पहुंचाता है।
5. अदरक, लौंग, दालचीनी, मुलेठी और गुड़ से बनाएं चूर्ण
अदरक, लौंग, दालचीनी, मुलेठी और गुड़ इन सबको पहले दरदरा करके पीस लें। अब सबको सूखे पैन में गर्म कर लें। अब इसे एक डिब्बे में बंद करके रख लें। और खांसी आने पर या रात मेंसोने से पहले गर्म पानी के साथ लें। ये आपकी सूखी खांसी को कम करने में आपकी मदद करेगी। साथ ही ये सीने की जगड़न को कम करेगा, नेसेल पैसेज को क्लीन करेगा और सांस लेने में आपकी मदद करेगा।
तो, इस तरह आप इन 5 तरीकों से सूखी खांसी होने पर अदरक का इस्तेमाल कर सकते हैं। हमारा सुझाव है कि आप इन चीजों को ताजे अदरक से बनाएं और ताजा ही इस्तेमाल करें। इससे आपको ज्यादा फायदा मिलेगा। पहले से ही इसे बना कर रखने और इस्तेमाल करने से बचें।
all images credit: freepik
बच्चों में सर्दी जुकाम या खांसी होने पर दवाओं की बजाय घरेलू नुस्खों या काढे का इस्तेमाल
करना चाहिए। यहां हम आपको घर पर काढा बनाने की विधि के बारे में बता रहे हैं। ये काढा बच्चों में खांसी और जुकाम का इलाज करने में असरकारी है।तुलसी काढा
तुलसी की चार पत्तियों, एक चम्मच काली मिर्च, अदरक का एक छोटा टुकडा और शहद स्वादानुसार। तुलसी की पत्तियों , काली मिर्च और अदरक को एक कटोरी में एक साथ पीस लें। इसे एक कप पानी में उबालें और फिर शहद मिलाकर बच्चे को दें।
यह भी पढ़ें : बच्चों को दालें खिलाना है बहुत जरूरी, जानें इसके फायदे
दालचीनी का काढा
दालचीनी की दो छोटी स्टिक और तीन लौंग एवं शहद स्वादानुसार। दालचीनी का काढा बनाने के लिए कप पानी में आधा चम्मच दालचीनी के पाउडर को लौंग के साथ उबालें। इसमें शहद मिलाकर बच्चों को पिलाएं। इस काढे से बच्चों में सर्दी जुकाम ठीक होगा।
यह भी पढ़ें : लॉकडाउन में नहीं लगवा पाएं हैं बच्चे को वैक्सीन तो अब क्या करें
घी और अदरक का काढा
आधा चम्मच घी, एक चुटकी काली मिर्च और अदरक का छोटा टुकडा, तुलसी की चार पत्तियां और चीनी। एक पैन लें और उसे गैस पर रख कर उसमें थोडा घी डालें। घी गर्म होने पर काली मिर्च, अदरक और तुलसी को कूटकर डाल दें। अब दो कप पानी और तीन चम्मच चीनी डालकर पानी को उबाल लें। आपका काढा तैयार है।
यह भी पढ़ें : बच्चों में डेंगू के क्या हैं लक्षण और इलाज
सौंफ का काढा
आधा चम्मच सौंफ, अदरक का एक छोटा टुकडा, पांच लौंग, पांच तुलसी की पत्तियां और चीनी की जरूरत होगी। दो कप पानी को सौंफ के साथ उबालें और इसमें लौंग और चार चम्मच चीनी डालें। पानी के उबलने पर अदरक और तुलसी के पत्तों को मसल कर डालें और पानी उबाल लें।
यह भी पढ़ें : बच्चों को हेल्दी चीजें खिलाने के मशहूर हैं मांओं के ये
बहाने
मोटी इलायची का काढा
इस काढे को बनाने के लिए चार मोटी इलायची, आधा चम्मच जीरा, एक
चौथाई चम्मच
अजवायन,
एक दालचीनी की स्टिक, एक चुटकी
हल्दी
पाउडर, चार तुलसी की पत्तियां चाहिए। दो कप पानी में मोटी इलायची, जीरा, अजवायन, दालचीनी और हल्दी पाउडर डालकर उबालें। पानी के उबलने पर उसमें तुलसी की पत्तियां डालें और फिर कुछ मिनट तक उबालें।
Navbharat Times News App: देश-दुनिया की खबरें, आपके शहर का हाल, एजुकेशन और बिज़नेस अपडेट्स, फिल्म और खेल की दुनिया की हलचल, वायरल न्यूज़ और धर्म-कर्म... पाएँ हिंदी की ताज़ा खबरें डाउनलोड करें NBT ऐप
लेटेस्ट न्यूज़ से अपडेट रहने के लिए NBT फेसबुकपेज लाइक करें