कवि बादल की गर्जन के द्वारा क्या करना चाहता है * A समाज में भय B समाज में उत्साह C समाज में आलस्य D समाज में कायरता? - kavi baadal kee garjan ke dvaara kya karana chaahata hai * a samaaj mein bhay b samaaj mein utsaah ch samaaj mein aalasy d samaaj mein kaayarata?

1. 'उत्साह' कविता में कवि ने किसका आह्वान किया है?

    A. बादल का
    B. पवन का
    C. सूर्य का
    D. वर्षा का

ANSWER= A. बादल का

2. कवि ने बादल का आह्वान क्यों किया है?;’

    A. गर्जन करने के लिए
    B. मधुर राग सुनाने के लिए
    C. वर्षा करने के लिए
    D. छाया करने के लिए

ANSWER= A. गर्जन करने के लिए

3. कवि बादल की 'गर्जन' के द्वारा क्या करना चाहता है?

    A. समाज में भय
    B. समाज में उत्साह
    C. समाज में आलस्य
    D. समाज में कायरता

ANSWER= B. समाज में उत्साह

4. कवि ने बादलों को किसकी कल्पना के समान बताया?

    A. बालकों की
    B. कवि की
    C. सैनिक की
    D. व्यापारी की

ANSWER= A. बालकों की

5. कवि बादलों के माध्यम से मानव को क्या प्रदान करना चाहता है?

    A. धन
    B. ज्ञान
    C. जीवन की नई-नई प्रेरणाएँ
    D. अतीत का इतिहास

ANSWER= C. जीवन की नई-नई प्रेरणाएँ

6. कवि ने बादलों के हृदय में कैसी छवि बताई है?

    A. सुनहरी छवि
    B. विद्युत छवि
    C. पुष्प-छवि
    D. प्रातःकालीन छवि

ANSWER= B. विद्युत छवि

7. 'बज्र छिपा' का अर्थ है

    A. बादलों में बिजली की कड़क छिपी है
    B. बादलों में पत्थर छिपे हैं
    C. बादलों में कठोरता छिपी है
    D. बादल में ओले छिपे हैं

ANSWER= A. बादलों में बिजली की कड़क छिपी है

8. कवि के अनुसार कौन व्याकुल थे?

    A. संसार के लोग
    B. अमीर लोग
    C. गरीब लोग
    D. बच्चे

ANSWER= A. संसार के लोग

9. विश्व के जन क्यों व्याकुल एवं परेशान थे?

    A. भूख के कारण
    B. बीमारी के कारण
    C. प्रियजनों से दूर जाने के कारण
    D. भयंकर गर्मी के कारण

ANSWER= D. भयंकर गर्मी के कारण

10. कवि बादलों से किसलिए प्रार्थना करता है?

    A. गर्जन करने के लिए
    B. वर्षा करने के लिए
    C. छाया करने के लिए
    D. अपना सुंदर रूप दिखाने के लिए

ANSWER= B. वर्षा करने के लिए

11. 'तप्त धरा' का सांकेतिक अर्थ क्या है?

    A. तपी हुई पृथ्वी
    B. आग में जलती हुई पृथ्वी
    C. सांसारिक दुखों से पीड़ित पृथ्वी
    D. गर्म रेत वाली धरा

ANSWER= C. सांसारिक दुखों से पीड़ित पृथ्वी

12. 'अट नहीं रही है' कविता के कवि का क्या नाम है?

    A. जयशंकर प्रसाद
    B. तुलसीदास
    C. महादेवी वर्मा
    C. महादेवी वर्मा

ANSWER= D. सूर्यकांत त्रिपाठी 'निराला'

13. 'अट नहीं रही है' कविता में कवि ने किस मास का वर्णन किया है?

    A. फागुन मास का
    B. कार्तिक मास का
    C. सावन मास का
    D. आषाढ़ मास का

ANSWER= A. फागुन मास का

14. कवि के अनुसार क्या ‘अट' नहीं रही है?

    A. धूप
    B. फागुन की प्राकृतिक छटा
    C. प्रसन्नता
    D. सुगंध

ANSWER= B. फागुन की प्राकृतिक छटा

15. कवि के अनुसार घर-घर में क्या भर जाता है?

    A. धुआँ
    B. जल
    C. फागुन मास की शोभा
    D. वर्षा का पानी

ANSWER= C. फागुन मास की शोभा

16. फागुन मास के आते ही वृक्ष कैसे लगने लगते हैं?

    A. हरे-भरे
    B. पीले-पीले
    C. सूखे-सूखे
    D. पत्र-विहीन

ANSWER= A. हरे-भरे

17. कवि की आँख कहाँ से नहीं हट रही है?

    A. प्राकृतिक सुंदरता से
    B. धन-दौलत से
    C. अपनी रचना से
    D. समाज की बुराइयों से

ANSWER= A. प्राकृतिक सुंदरता से

18. फागुन मास में कौन-सी ऋतु होती है?

    A. वर्षा
    B. बसंत
    C. ग्रीष्म
    D. सर्दी

ANSWER= D. सर्दी

😊😊😊

आपके टोटल मार्क्स कितने आए? ... कमेंट करना मत भूलना...!!!

कवि बादल की गर्जन के द्वारा क्या करना चाहता है?

1. कवि समाज में क्रांति एवं उत्साह की भावना का संचार कर, नवजीवन व परिवर्तन लाना चाहता है। इसीलिए वह बादल को गरजने के लिए कह रहा है।

उत्साह कविता में कवि बादलों से क्या कहना चाहता है?

उत्तर: कवि बादलों से प्रार्थना करता है क्योंकि उसे धरती की तपन बुझानी है। कवि के अनुसार धरती पर रहने वाले लोगों ने अत्यधिक कष्टों का सामना किया है, वे गर्मी के प्यासे हैं। वह बादलों के बरसने से धरती की प्यास बुझाकर उसे शीतल करना चाहता है।

उत्साह कविता में कवि बादल को गरजने के लिए क्यों कहता है बादल से कवि की अन्य अपेक्षाएं क्या है?

उत्तर- 'उत्साह' कविता में कवि बादल को गरजने के लिए इसलिए कहता है क्योंकि वह लोगों में उत्साह और क्रांति लाना चाहता है। उससे कवि अपेक्षा करता है कि गरमी से व्याकुल, पीड़ित और वेचैन लोगों को छुटकारा दिलाए।

उत्साह किस प्रकार की कविता है इसके माध्यम से कवि क्या बताना चाहता है?

" उत्साह " कविता कवि सूर्यकांत निरालाजी की रचना है जिसमें उन्होंने लोगों ने बादलों के माध्यम से सकारात्मक दृष्टिकोण रखने की प्रेरणा दी है। बादलों के माध्यम से कवि यह संदेश देना चाहते है कि बादल घोर गर्जना करते है , वे बरसते है। उनके इस कार्य से हमें प्रेरणा लेनी चाहिए , वे गरजकर हमारे अंदर उत्साह का संचार करते है।

संबंधित पोस्ट

Toplist

नवीनतम लेख

टैग