इनमें से कौन राजनीतिक भूगोल का उपक्षेत्र नहीं है? - inamen se kaun raajaneetik bhoogol ka upakshetr nahin hai?

किसी भी देश की उन्नति वहां के वैज्ञानिक, राजनीतिक, अर्थशास्त्री, भूगोलवेत्ता एवं नीति निर्धारक के सहयोग से होती है और इनका सहयोग आर्थिक भूगोल से होता है आर्थिक भूगोल के अन्तर्गत आर्थिक वस्तुओं का उत्पादन, उपभोग का स्थानीयकरण का अध्ययन किया जाता है। आरम्भ में प्रत्येक वस्तु का विश्व वितरण एवं उत्पादन का अध्ययन किया जाता था। इनका भौगोलिक पर्यावरण से सम्बन्ध तथा आर्थिक क्षेत्रों का सीमांकन करना भी इसके अध्ययन में समिलित किया जाता है।

आर्थिक भूगोल की कई अन्य उपशाखाएं भी हैं-
अ) कृषि भूगोल
ब) वाणिज्य भूगोल
स) संसाधन भूगोल
द) परिवहन भूगोल
य) विनिर्माण उद्योग
कुछ विद्वानों ने आर्थिक भूगोल की परिभाषा इस प्रकार बताई है-
"economic geography defined as the study of the influence exerted upon the economic activities of man by his physical environment."
(मनुष्य के आर्थिक क्रियाओं पर प्राकृतिक वातावरण का प्रभाव पड़ता है उसके अध्ययन को आर्थिक भूगोल का विषय माना गया है।) Nefarlane
"economic geography is that aspect of the subject which deals with the influence of the environment inorganic and organic on the economic activities of man."
(आर्थिक भूगोल वह विषय है जिसमें मनुष्य के आर्थिक क्रियाओं पर वातावरण द्वारा डाले हुए प्रभाव का अध्ययन होता है।) Rudmose Brown [३]
इन परिभाषाओं से स्पष्ट होता है कि अपने वातावरण से प्रभावित होकर मनुष्य जो कार्य करता है उसका अध्ययन ही आर्थिक भूगोल का विषय है इस प्रकार आर्थिक भूगोल के अध्धयन में दो बातों का वर्णन होता है-

  1. भौगोलिक वातावरण-इसके अंतर्गत विश्व की भू रचना जलवायु,प्राकृतिक वनस्पति,खनिज संपत्ती,पशुधन आदि का वर्णन होता है।
  2. मनुष्य की आर्थिक क्रियाएं- भौगोलिक वातावरण में रहता हुआ मनुष्य उससे प्रभावित होकर जीवन निर्वाह के लिए जो कार्य करता है वह इसके अंतर्गत आता है ऐसे कार्यों में खेती करना,कारखानों में काम करना,लकड़ी काटना,मछली पकड़ना आदि सम्मिलित है।

इसके अंतर्गत हम यह भी जान सकते हैं कि मनुष्य पृथ्वी पर अनेक प्रकार के क्रियाओं में संलग्न है। हम आगे के अध्याय में इस क्रियाओं के बारे में विस्तृत रूप से जानकारी प्राप्त करेंगे लेकिन उसका छोटा सा रूप इस अध्याय में भी अध्ययन कर लेते हैं । पृथ्वी पर मानव की आर्थिक क्रियाओं का क्षेत्र बहुत ही व्यापक है वर्तमान में इस समय बहुस्तरीय आर्थिक क्रियाएं सम्मिलित की जाती है।आर्थिक क्रियाएं मुख्यतः चार प्रकार से होती है।

  • प्राथमिक उत्पादन संबंधी क्रियाओं में प्रकृति से प्राप्त संसाधन का सीधा उपयोग होता है जैसे कृषि करना, खाने खोदना, मछली पकड़ना, आखेट करना, वस्तुओं का संचय करना, वन संबंधी उद्योग आदि
  • द्वितीयक उत्पादन क्रियाओं में प्रकृति से प्राप्त संसाधनों का सीधा उपयोग नहीं होता वरन् उनको साफ परिष्कृत अथवा रूप परिवर्तित करके उपयोग होता है जैसे लोहे को गला कर वस्तु बनाना, गेहूं से आटा या मैदा बनाना, कपास और ऊन से कपड़ा बनाना, लकड़ी से फर्नीचर, कागज आदि बनाना।
  • तृतीयक उत्पादन क्रिया में वस्तुओं का परिवहन, संचार और संवादवाहन, वितरण एवं संस्थाओं और व्यक्तियों की सेवाएं सम्मिलित की जाती है।

आर्थिक भूगोल का अन्य विषयों के साथ संबंध[सम्पादन]

भूगोल विषय के कई अंग होते हैं। प्राकृतिक वातावरण का वर्णन प्राकृतिक भूगोल में किया जाता है। मानवीय क्रियाओं का वर्णन मानवीय भूगोल का विषय है इन दोनों का एक दूसरे पर क्या प्रभाव पड़ता है इसका अध्ययन आर्थिक भूगोल का विषय है। इनके अतिरिक्त भिन्न-भिन्न देशों का वर्णन राजनीतिक भूगोल का लाता है पृथ्वी का विस्तार उसकी ग्रहों एवं नक्षत्रों से दूरी आदि का अध्ययन गणित संबंधी भूगोल का विषय है भूगोल के इन दोनों अंगों का संबंध किसी न किसी प्रकार आर्थिक भूगोल से अवश्य है।[४] आर्थिक भूगोल का विषय इतना विस्तृत है कि इसका संबंध न केवल भूगोल के भिन्न-भिन्न अगों से है परंतु अन्य विषय भी इससे संबंधित है। उदाहरण के लिए लोहे के कारखाने का वर्णन करते समय यह बताया जाता है कि लोहा और कोयला कहां मिलता है यह भूगर्भ विद्या का विषय है। कृषि की उपज पढ़ते समय यह ज्ञात किया जाता है कि गेहूं और चावल भिन्न-भिन्न जलवायु में पैदा होते हैं अतः यह जलवायु विज्ञान का विषय है। विश्वत रेखा के निकट है घने वन क्यों है वहीं दूसरी ओर सहारा यूं वृक्ष क्यों नहीं है यह वनस्पति विज्ञान का विषय है।आर्थिक भूगोल में इन सभी विषयों की सहायता लेनी पड़ती है इसलिए आर्थिक भूगोल अनेक विषयों से संबंधित है।

इसे सुनेंरोकेंब्रिटैनिका एन्साइक्लोपीडिया के विवरण अनुसार, “सामाजिक भूगोल अपना ध्यान समाज में मौजूद विभाजनों, शुरुआती तौर पर वर्ग-विभाजन, नृजातीयता (एथनिसिटी) और कुछ हद तक धर्म (आधारित विभाजन) पर केंद्रित करता है; हालांंकि, हाल में इसमें और कई चीजें जुड़ी हैं, जैसे कि लिंग (जेंडर) और कामुक झुकाव, उम्र इत्यादि।

सामाजिक भूगोल क्या है वर्णन करें?

इसे सुनेंरोकेंसामाजिक भूगोल Social Geography. पृथ्वी पर मानव के विभिन्न समुदाय एवं सामाजिक वर्ग पाए जाते हैं इन विभिन्न सामाजिक वर्गों का अपना-अपना जीवनयापन का विशेष तरीका होता है। उनके उद्योग-धंधे, समाजिक रीति-रिवाज, कार्यकलाप और उनका वातावरण के साथ सामंजस्य आदि का अध्ययन सामाजिक भूगोल में किया जाता है।

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सामाजिक भूगोल कितने प्रकार के होते हैं?

इसे सुनेंरोकेंभूगोल (Geography) मुख्यतः तीन प्रकार के होते हैं : भौतिक भूगोल, मानव भूगोल और प्रादेशिक भूगोल, जिन्हें भौतिक तथा मानवीय परिघटनाओं के रूप में वर्गीकृत किया गया है. वैसे तो भूगोल की कई शाखाएँ होती हैं लेकिन यह तीन भूगोल की प्रमुख शाखाएँ मानी जाती है.

इनमें से कौन राजनीतिक भूगोल का उपक्षेत्र है?

इसे सुनेंरोकेंइसके अध्ययन के केंद्र में राष्ट्र होता है इसके ऊपर अंतर्राष्ट्रीय संबंधों या भू-राजनीति का तथा निचले स्तर पर स्थानिय क्षेत्रों का अध्ययन किया जाता है। लोग, देश औ्र क्षेत्र के पारस्परिक संबंधों की पड़ताल को सारांश रूप में इस उप-अनुसासन की प्राथमिक चिंताओं के रूप में रेखांकित किया जा सकता है।

2 इनमें से कौन राजनीतिक भूगोल का उपक्षेत्र है?

इसे सुनेंरोकेंइकाई- राजनीतिक भूगोल के प्रमुख अध्ययन बिन्दु, राज्य, राष्ट्र-राज्य तथा राष्ट्र निर्माण, सीमान्त तथा सीमाएँ, उपनिवेशीकरण, अनोपनिवेशवाद तथा नव उपनिवेशीकरण, संघवाद तथा शासन के अन्य प्रकार, विवाद तथा सहकार।

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सामाजिक भूगोल का जनक कौन है?

इसे सुनेंरोकेंहिकैटियस को भूगोल का जनक कहा जाता है जिन्होंने सर्वप्रथम स्थल भाग को सागरों से घिरा हुआ माना तथा दो महादेशों के बारे में अपना ज्ञान दिया. उन्होंने पीरियड्स विश्व का प्रथम क्रमबद्ध का वर्णन किया और इसी लिए एच॰ एफ॰ टॉजर ने हिकेटियस (550 ईसा पूर्व) को ‘भूगोल का पिता’ का उपमा दिया.

कौन राजनीतिक भूगोल का उपक्षेत्र नहीं है?

राजनीतिक भूगोल आर्थिक भूगोल का उप-क्षेत्र नहीं है।

राजनीतिक भूगोल का क्षेत्र कौन है?

राजनीतिक भूगोल मानव भूगोल की वह शाखा है जो राजनितिक निषपत्ति के रूप में सामने आने वाले भौगोलिक स्वरूप और भौगोलिक स्वरूप द्वारा निर्धारित होने वाली राजनीति की प्रक्रियाओं का अध्ययन करता है। परंपरागत रूप से राजनितिक भूगोल में विश्लेषण के लिए त्रिस्तरीय संरचना का उपयोग किया जाता है।

निम्नलिखित में से कौन सामाजिक भूगोल का उपक्षेत्र नहीं है?

Expert-Verified Answer चिकित्सा भूगोल सामाजिक भूगोल का क्षेत्र नही है। चिकित्सा भूगोल में चिकित्सा संबंधी कार्य क्षेत्रों का अध्ययन किया जाता है।

निम्न में से कौन भूगोल का एक उपागम नहीं है?

मात्रात्मक क्रांति मानव भूगोल का उपागम नहीं है.

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