फेस मास्क इस्तेमाल करने के फायदे –
1. क्लींजिंग -
आपको रोजाना अपना चेहरा साबुन, जेल, क्लींजर या अन्य उत्पादों से साफ करते आ रहे होंगे। तो अब आप सोच रहे होंगे कि कैसे फेस मास्क इनसे अलग है। फेस मास्क का चयन आप अपनी त्वचा के प्रकार के अनुसार कर सकते हैं। इससे आपको बेहद प्रभावी परिणाम देखने को मिलेगा। फेस मास्क आपकी त्वचा की परत में गहराई से जाकर काम करता है, जो अन्य उपाय बेहद कम कर पाते हैं। फेस मास्क से त्वचा डिटॉक्स भी होती है।
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2. छिद्रों को खोलता है -
छिद्र गंदगी और मृत कोशिकाओं से बंद हो जाते हैं, जिसकी वजह से इन्फेक्शन और मुहांसों की समस्या बढ़ने लगती है। छिद्रों को साफ करने के लिए रोज फेस मास्क का इस्तेमाल करें और त्वचा को साफ रखें। इस तरह कील-मुहांसों की परेशानी दूर हो जाएगी।
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3. रक्त परिसंचरण बढ़ाता है -
फेस मास्क, खासकर जो छिलके वाले खाद्य पदार्थों से बनते हैं वो रक्त परिसंचरण को बढ़ाने में मदद करते हैं। ड्राई मास्क को धोते समय इसे रगड़कर हटाना पड़ता है। इससे रक्त वाहिकाएं थोड़ी फूल जाती हैं, जिससे रक्त प्रवाह बढ़ता है और त्वचा को पोषण मिलता है। फेस मास्क लगाने से त्वचा को पोषण मिलता है और त्वचा की अन्य समस्याएं भी ठीक होती हैं। फेस्क मास्क हटाने के बाद त्वचा में निखार आता है, वो कोमल और मुलायम भी लगने लगती है।
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4. त्वचा की देखभाल के अन्य स्टेप्स को बेहतर बनाता है -
फेस मास्क लगाने के बाद त्वचा सीरम, टोनर या क्रीम हम फेस मास्क को ज्यादा अच्छे से अवशोषित करती है और ये तेजी से अपना कार्य करते हैं।
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5. फेस मास्क त्वचा को आराम देता है -
फेस मास्क को 20 से 30 मिनट तक लगाकर रखना त्वचा को बहुत आराम पहुंचता है। फेस मास्क लगाने से त्वचा को ठंडक पहुँचती है और अन्य समस्याओं से भी राहत मिलती है।
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6. समस्याओं को ठीक करता है -
फेस मास्क रूखी, तैलीय, झुर्रियों आदि से संबंधित परेशानियों को सही करता है। फेस्क मास्क आप त्वचा के प्रकार के अनुसार खरीद या बना सकते हैं।
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7. फेस मास्क का उपयोग आसान होता है -
फेस मास्क लगाना बेहद आसान है। यह पूरी प्रक्रिया सिर्फ 20 से 30 मिनट लेती है। आप इसे लगाकर कोई भी कार्य कर सकते हैं या आराम भी कर सकते हैं।
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अशोक उपाध्याय| नवभारतटाइम्स.कॉम | Updated: Apr 1, 2022, 9:25 PM
Government Guidelines For Masks: देश में कोरोना की रफ्तार धीमी होने के साथ ही अधिकांश लोगों ने सार्वजनिक स्थानों पर मास्क लगाना भी छोड़ दिया है। दिल्ली, मुंबई जैसे शहरों में भीअब मास्क पहनने को लेकर कोई बाध्यता नहीं है। मगर आप अब भी मास्क लगाते हैं तो एक्सपर्ट की नजरों में यह एक अच्छी आदत है, जो आपको कई घातक बीमारियों से बता सकती है।
फेफड़ों पर पड़ता है वायु प्रदूषण का असर दिल्ली की आबो-हवा में मास्क को कैसे नजर अंदाज करेंगे आप दिल्ली और मुंबई में मास्क पहनना हुआ ऐच्छिक
जानिए एक्सपर्ट की राय
इंडियन कॉलेज ऑफ़ एलर्जी, अस्थमा एवं इम्युनोलॉजी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. सूर्यकांत ने कहा कि मास्क पहनने से सिर्फ कोविड-19 महामारी से ही नहीं क्षय रोग (तपेदिक), निमोनिया और कई तरह की एलर्जी से भी बचाव होता है। डॉ. सूर्यकांत ने बताया कि बढ़ता प्रदूषण इन
बीमारियों को और गंभीर बना सकता है। ऐसे में मास्क लगाना बेहद जरूरी है।
डॉ. सूर्यकांत ने कहा कि 'वायु प्रदूषण का असर फेफड़ों पर ही नहीं बल्कि शरीर के अन्य हिस्सों पर भी पड़ता है। कम तापमान व स्मॉग के चलते धूल कण ऊपर नहीं जा पाते और नीचे ही वायरस व बैक्टीरिया के संवाहक का कार्य करते हैं, ऐसे में अगर बिना मास्क लगाए बाहर निकलते हैं तो वह सांसों के जरिये शरीर में प्रवेश करने का मौका पा जाते हैं।'
उन्होंने कहा, 'घर से बाहर निकलने पर मास्क से मुंह व नाक को अच्छी तरह से ढंककर वायरस व बैक्टीरिया से जुड़ी बीमारियों जैसे कोरोना, टीबी व निमोनिया ही नहीं बल्कि एलर्जी, अस्थमा व वायु प्रदूषण जनित तमाम बीमारियों से भी सुरक्षित रहा जा सकता है।' उन्होंने कहा कि 'वायु प्रदूषण में पार्टिकुलेट मैटर (पीएम) 2.5 माइक्रान यानि बहुत ही महीन धूल कण ज्यादा नुकसानदायक साबित हो सकते हैं,
क्योंकि वह सांस मार्ग से फेफड़ों तक पहुंच सकते हैं जबकि 10 माइक्रान तक वाले धूलकण गले तक ही रह जाते हैं जो गले में खराश और बलगम पैदा करते हैं।'
आमतौर पर दिल्ली की हवा खराब ही रहती है और लोगों का सांस लेना दूभर हो जाता है। हर साल सर्दियों के मौसम में दिल्ली की वायु गुणवत्ता काफी खराब हो जाती है। वायु प्रदूषण के कहर से बचने के लिए लोग घरों में एयर प्यूरीफायर तक लगाते हैं। अस्थमा के पेशंट्स को काफी परेशानी का सामना
करना पड़ता है।वायु प्रदूषण से पैदा होने वाली विकट परिस्थितियों में घर से बाहर निकलते वक्त जहरीली हवा से बचने का सबसे आसान उपाय मास्क ही है। ऐसे में मास्क की आदत को एक झटके में नजर अंदाज कर देना सेहत के लिए हानिकारक सिद्ध होगा।
दिल्ली के बाद अब मुंबई में भी मास्क न लगाने पर जुर्माना नहीं लगेगा। दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने गुरुवार को फैसला किया कि राष्ट्रीय राजधानी में सार्वजनिक स्थानों पर मास्क नहीं लगाने पर अब जुर्माना
नहीं लगाया जाएगा। इसके बाद महाराष्ट्र सरकार ने 2 अप्रैल से सभी कोरोना प्रतिबंधों को भी हटाने का फैसला लिया। एक्सपर्ट ने महाराष्ट्र सरकार के इस फैसले का समर्थन किया।
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