ब्राह्मण लहसुन और प्याज क्यों नहीं खाते हैं? - braahman lahasun aur pyaaj kyon nahin khaate hain?

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प्याज लहसुन क्यों नहीं खाते- दोस्तों नमस्कार indohindi.in में आप सभी का स्वागत है आज हम बात करेंगे एक ऐसे विषय पर जो कि pyaaj lahasun kyon nahin khaate कभी ना कभी हमारे मन में जरूर आया होगा की प्याज लहसुन धरती पर उगता है इसमें किसी जीव की हानि नहीं होती किसी की जान नहीं जाती तो फिर प्याज लहसुन को पूजा-पाठ , भगवान के भोग , संत समाज तथा ब्राह्मण समाज में वर्जित क्यों माना गया है आज के इस मॉडर्न जमाने में बिना प्याज लहसुन का खाना नई पीढ़ी को बिल्कुल पसंद नहीं आता लेकिन फिर भी कई ब्राह्मण परिवारों , वैश्य परिवारों तथा संत समाज या किसी भी धार्मिक जगह पर प्याज लहसुन का प्रयोग वर्जित होता है। हम जानेंगे इसके पीछे धार्मिक मान्यता तथा आयुर्वेदिक मान्यता क्या है । pyaaj lahasun kyon nahin khaate

संत,वैश्य,ब्राह्मण,जैन, प्याज लहसुन क्यों नहीं खाते ? / लहसुन प्याज की उत्पत्ति कैसे हुई According to religious belief, why not eat onion garlic

धार्मिक मान्यता के अनुसार प्याज लहसुन क्यों नहीं खाते/ लहसुन प्याज की उत्पत्ति कैसे हुई – इसके पीछे कई कहानियां हैं लेकिन मैंने कई संतों तथा धर्म आचार्यों से इस विषय में चर्चा की तो उन्होंने जो बताया मैं आपको वही बताता हूं उन्होंने बताया कि एक मान्यता के अनुसार जब समुद्र मंथन चल रहा था तब समुद्र मंथन से अमृत कलश निकला था जिसको कि भगवान विष्णु देवताओं में बांट रहे थे उसी समय राहु नामक राक्षस भी अपना भेष बदलकर उन देवताओं के बीच आकर बैठ गया तथा धोखे से अमृत पान कर लिया जब भगवान विष्णु को राक्षस राहु के बारे में पता चला तो उन्होंने अपने सुदर्शन चक्र से राहु का सर उसके धड़ से अलग कर दिया क्योंकि राहु अमृत पान कर चुका था इसलिए उसे अमृत प्राप्त हो चुका था लेकिन उसके सिर तथा धड़ से जो रक्त धरती पर गिरा उस रक्त से प्याज तथा लहसुन की उत्पत्ति हुई क्योंकि वह रक्त एक राक्षस का था लेकिन राक्षस ने अमृत पान कर लिया था अमृत पान की वजह से प्याज लहसुन में अच्छे गुण आ गए लेकिन वह एक राक्षस के रक्त से उत्पन्न हुए इस वजह से इसमें कई दोष माने गए हैं अतः उसे तामसी भी माना गया है तामसी गुणों के अनुसार इनका सेवन शरीर में उत्तेजना तथा क्रोध को बढ़ाता है रक्त से हुई उत्पत्ति के कारण प्याज तथा लहसुन का प्रयोग पूजा पाठ तथा धार्मिक कार्यों में वर्जित माना गया है । pyaaj lahasun kyon nahin khaate प्याज लहसुन क्यों नहीं खाते

आयुर्वेद के अनुसार प्याज लहसुन क्यों नहीं खाते ? According to Ayurveda, why not eat onion garlic

  • आयुर्वेद के अनुसार प्याज लहसुन क्यों नहीं खाते – खाद्य पदार्थों को तीन श्रेणी में रखा गया है।
  • सात्विक – शांति ,संयम , पवित्रता
  • राजसिक– जुनून और खुशी
  • तामसिक– क्रोध , जुनून , अहंकार और विनाश pyaaj lahasun kyon nahin khaate

क्योंकि तामसिक भोजन से क्रोध अहंकार बढ़ता है इस कारण संत समाज या फिर धार्मिक वर्ग इनके सेवन को वर्जित मानते हैं प्याज लहसुन में सूक्ष्मजीवों का होना भी एक कारण है। प्याज लहसुन क्यों नहीं खाते

pyaj lahsun kyo nahi khana chahiye क्यों प्याज और लहसुन माना जाता है , मांसाहारी क्यों प्याज और लहसुन शाकाहारी नहीं है लहसुन प्याज क्यों वर्जित है , सावन में लहसुन प्याज क्यों नहीं खाना चाहिए

साइंस के अनुसार According to science

लेकिन साइंस के अनुसार प्याज लहसुन के अनेकों फायदे भी हैं जिन से इनकार नहीं किया जा सकता है धर्म को मानने वाले लोग आज भी इन सब बातों पर अमल करते हैं । आप सभी के बारे में इस बारे में क्या विचार हैं कृपया कमेंट बॉक्स में अवश्य बताएं अगर आपको यह जानकारी अच्छी लगी है तो अपने मित्रों रिश्तेदारों के साथ भी अवश्य शेयर करें indohindi.in पर पधारने के लिए हम आपके बहुत आभारी हैं । धन्यवाद जय हिंद वंदे मातरम

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पंडित लोग प्याज क्यों नहीं खाते हैं?

ब्राह्मण लोग लहसुन और प्याज अंहिसा के चलते नहीं खाते है, क्योंकि यह सब पौधे राजसिक और तामसिक रूप में बंटे हुए है। जिनका मतलब है कि जुनून और अज्ञानता में वृद्धि करते है। क्योंकि यह जमीन पर कई जीवाणुओं की मौत का कारण बनते है। इसलिए इसके सेवन पर मनाही है।

प्याज और लहसुन मांसाहारी क्यों है?

लहसुन ओर प्याज को नॉन वेज क्यों कहते हैं? लहसुन और प्याज को तामसिक भोजन की प्रवर्ति मे रखा गया है। क्योंकि इनकी तासीर गर्म पदार्थों मे की गयीं है। और इनके खाने से व्यक्ति मे सहनशीलता कम होतीं हैं।

लहसुन प्याज साधु लोग क्यों नहीं खाते हैं?

साधु-संत नहीं करते प्याज-लहसुन का उपयोग : सनातन धर्म के अनुसार उत्तजेना और अज्ञानता को बढ़ावा देने वाले खाद्य पदार्थों को साधु-संत को उपयोग नहीं करना चाहिए। इससे अध्यात्मक के मार्ग पर चलने में बाधा उत्पन्न होती हैं और व्यक्ति की चेतना प्रभावित होती है।

ब्राह्मण को क्या नहीं खाना चाहिए?

शास्त्र के अनुसार लहसुन, प्याज और मशरूम ब्राह्मणों के लिए निषिद्ध हैं, क्योंकि आमतौर पर ये अशुद्धता बढ़ाते हैं और अशुद्ध खाद्य की श्रेणी में आते हैं। ब्राह्मणों को पवित्रता बनाए रखने की जरूरत होती है, क्योंकि वे देवताओं की पूजा करते हैं जोकि प्रकृति में सात्विक (शुद्ध) होते हैं।

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