बनावली हरियाणा के कौन से जिले में है? - banaavalee hariyaana ke kaun se jile mein hai?

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Shown within India Haryana#India

बनावली (भारत)

priyaranjan
बगुवाली, हरियाणा, भारत
29°35′54″N 75°23′31″E / 29.59833°N 75.39194°Eनिर्देशांक: 29°35′54″N 75°23′31″E / 29.59833°N 75.39194°E
Settlement
हड़प्पा 3ए से हड़प्पा 5 तक
सिन्धु घाटी सभ्यता
आर॰ एस॰ बिष्ट

बनावली एक भारतीय राज्य हरियाणा के जिला स्थित एक पुरातत्व स्थल है जो कि सिन्धु घाटी सभ्यता से सम्बन्धित है। यह कालीबंगा से १२० किमी तथा फतेहाबाद से १६ किमी दूर है। यह नगर रंगोई नदी के तट पर स्थित था।[1] कालीबंगा सरस्वती की निचली घाटी जबकि यह नगर इसकी उपरी घाटी में स्थित था।[2]

सन्दर्भ[संपादित करें]

  1. Archaeological Survey of India. "Excavations - Banawali". website. मूल से 4 मार्च 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 22 April 2016.
  2. fatehabad.nic.in

"//hi.wikipedia.org/w/index.php?title=बनावली&oldid=5266901" से प्राप्त

श्रेणियाँ:

  • सिन्धु घाटी सभ्यता
  • हरियाणा के ऐतिहासिक स्थल
  • फतेहाबाद ज़िला

छुपी हुई श्रेणी:

  • विकिडेटा पर उपलब्ध निर्देशांक

बनावली हरियाणा के किस जिले में है?

Answer: Click Hereहिसार जिले में

Explain:बनावली हरियाणा के हिसार जिले में स्थित है। यहां से दो सांस्कृतिक अवस्थाओं के अवशेष मिले है। हड़प्पा पूर्व एवं हड़प्पाकालीन इस स्थल की खुदाई 1973-74 ई. में 'रवींद्र सिंह विष्ट' के नेतृत्व में की गयी। यहां दुर्ग तथा निचला नगर अलगअलग न होकर एक ही प्राचीर से घिरे थे। यहां से मिट्टी के बर्तन, गोलियाँ, मनके, तांबे के वाणाग्र, हल की आकृति के खिलौने आदि मिले हैं। ....और भी जाने

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बनावली क्यों प्रसिद्ध है?

यह हरियाणा का हिसार जिला में स्थित स्थल है जो रंगोई नदी के किनारे बसा हुआ था। इसकी खोज 1974 में रबिन्द्र सिंह बिष्ट ने की। इस स्थान से हल के खिलौने के साक्ष्य प्राप्त हुए है।.

रंगोई नदी का दूसरा नाम क्या है?

इसका ऋग्वैदिक कालीन नाम परुष्णी है। तथा इसे लहौर नदी भी कहा जाता है। ... .

बनवाली कहाँ स्थित है?

बनावली एक भारतीय राज्य हरियाणा के जिला स्थित एक पुरातत्व स्थल है जो कि सिन्धु घाटी सभ्यता से सम्बन्धित है। यह कालीबंगा से १२० किमी तथा फतेहाबाद से १६ किमी दूर है। यह नगर रंगोई नदी के तट पर स्थित था। कालीबंगा सरस्वती की निचली घाटी जबकि यह नगर इसकी उपरी घाटी में स्थित था।

धोलावीरा से क्या मिला है?

धोलावीरा से सिन्धु लिपि के सफ़ेद खड़िया मिट्टी के बने दस बड़े अक्षरों में लिखे एक बड़े अभिलेख पट्ट की छाप मिली है. यह संभवतः विश्व के प्रथम सूचना पट्ट का प्रमाण है. इस प्रकार धोलावीरा एक बहुत बड़ी बस्ती थी जिसकी जनसंख्या लगभग 20 हजार थी जो मोहनजोदड़ो से आधी मानी जा सकती है.

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