बीजेपी के आईटी सेल क्या है - beejepee ke aaeetee sel kya hai

इन दिनों सोशल मीडिया पर भाजपा की आईटी सेल का हिस्सा बनने के नाम पर एक मैसेज तेजी से वायरल हो रहा है। इस मैसेज में एक लिंक देकर लिखा गया है- ‘आज ही जुड़े BJP IT सेल से और पाये पैसे कमाने का मौका कम से कम 300/दिन और साथ ही मोदीजी को 2019 जीतने मे मदद करे’।

जानें, सच क्या है..

वायरल मैसेज में जिस वेबसाइट का जिक्र किया गया है, वह //www.bjƿ.com है, जो पहली नजर में किसी को भी भाजपा की वेबसाइट लग सकती है। लेकिन इस लिंक में bjƿ में लिखा गया ‘ƿ’ असल में ‘p’ नहीं है, बल्कि एक लैटिन अक्षर है, जिसे 'wynn' कहा जाता है। जब आप इस लिंक पर क्लिक करेंगे तो ये आपको सीधे //www.xn--bj-o1a.com वेबसाइट पर ले जाएगी। दरअसल, यह एक स्पैम लिंक है, जिसे BJP की फेक वेबसाइट से हाइपरलिंक किया गया है।

आपको बता दें कि भाजपा की असली वेबसाइट //www.bjp.org है, लेकिन अगर आप www.bjp.com के नाम से भी सर्च करते हैं तो भी भाजपा की वेबसाइट ही खुलेगी। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि अक्सर बड़ी संस्थाएं मिलते-जुलते नामों का रजिस्ट्रेशन खुद ही करा लेतीं हैं, ताकि लोग नकली वेबसाइट पर जाकर धोखा न खाएं।

भाजपा की असली वेबसाइट कुछ इस तरह दिखती है..

जब हमने भाजपा की आईटी सेल की वेबसाइट देखी, तो उस पर भी लिखा था- ‘भाजपा आयटी सेल यह निस्वार्थ भावना से पार्टी तथा समाज हित हेतु काम करने वाले और आयटी क्षेत्र से जुडे कार्यकर्ताओं का समूह है। यह कोई व्यापारी प्रतिष्ठान या कंपनी नहीं है जिससे जुडने से आपको कोई आर्थिक लाभ हो। कृपया नौकरी या आर्थिक लाभ के उद्देश से यहा ना जुडें। यदि कोई व्यक्ति या इंटरनेट से जुडी लिंक आपको ऐसा आश्वासित करती है तो कृपया उसे असत्य मानें और बिलकुल विश्वास ना करें’।

हमारा लोगों से अनुरोध है कि इस फेक मैसेज के झांसे में न आएं और लिंक पर अपनी महत्वपूर्ण निजी जानकारियां शेयर न करें।

नई दिल्लीः साल 2019 में लोकसभा चुनाव हैं. तमाम पार्टियां जीत पक्की करने के लिए राजनीतिक दांव पेंच में जुट गई हैं. इन सबके बीच बीजेपी से जुड़ा एक मैसेज वायरल हो रहा जिसमें अपील की जा रही है कि बीजेपी आईटी सेल से जुड़कर पीएम मोदी की जीत सुनिश्चित करिए और साथ ही हर रोज 300 रुपए की कमाई भी कीजिए. हर रोज 300 रुपए की कमाई के साथ बीजेपी के भर्ती अभियान का दावा करने वाले वायरल मैसेज में लिखा है-

इस मैसेज के जरिए दावा किया जा रहा है कि //www.bjƿ.com लिंक पर क्लिक करके कोई भी बीजेपी की आईटी सेल का हिस्सा बन सकता है. और इतना ही नहीं दावे के मुताबिक बीजेपी से जुड़ने के साथ-साथ जेब में हर रोज 300 रुपए भी आएंगे. यानि एक महीने में 9000 रुपए की कमाई

//www.bjƿ.com पर क्लिक करते ही हमारे सामने एक पेज खुलकर आया जिसमें भारतीय जनता पार्टी का नाम और कमल का निशान था. लेकिन जब ऊपर लिखे url पर ध्यान दिया तो यहां bjp.com के बजाय कुछ और लिखा दिख रहा था (//www.xn--bj-o1a.com/ ))

ऊपर लिखा है- भारतीय जनता पार्टी, party with a differenece उसके नीचे बताया गया है कि ये फॉर्म आइटी सेल उम्मीदवारों के लिए है. फॉर्म भरने वाले के लिए चेतावनी भी है कि अभ्यर्थी हर जानकारी बहुत सावधानी से भरें क्योंकि जानकारी हमारे सदस्यों द्वारा सत्यापित की जाएगी.

नियम बताने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और स्वामी विवेकानंद की तस्वीरें दिखती हैं. इसके बाद इस पेज पर कुछ जानकारियां मांगी गई थीं. इन जानकारियों को भरकर देखा गया कि होता क्या है?

सब्मिट पर क्लिक करते ही फॉर्म भरने के लिए धन्यवाद का मैसेज दिखता है. उसके नीचे बताया गया है कि इसे व्हॉट्सएप या फेसबुक पर शेयर करने से आप कितना पैसा कमा सकते हैं. इसके मुताबिक, 10 शेयर पर जूनियर कंटेंट पोस्टर बनकर आप हर दिन 200 रुपए कमा सकते हैं. 30 शेयर पर आप सीनियर कंटेंट पोस्टर बन जाएंगे और 500 रुपए की कमाई कर सकते हैं. 50 शेयर पर आप एरिया को-ऑर्डिनेटर बनकर 700 रुपए हर दिन कमा सकते हैं. 100 शेयर पर आप डिस्ट्रिक्ट यानि जिला कोऑर्डिनेटर के तौर पर 1000 रुपए तक कमाए जा सकते हैं. 100 से ऊपर के तो आइटी सेल वाले आपसे पर्सनली मिलेंगे और आपके रोल और तनख्वाह के बारे में बात की जाएगी.

यानि वेबसाइट पर बीजेपी से इस लिंक के जरिए जुड़ने और ज्यादा से ज्यादा पैसा कमाने का पूरा लालच दिया जा रहा है. लिंक पर क्लिक करके जो हो रहा था उसके पीछे की कहानी समझने के लिए साइबर एक्सपर्ट अनुज अग्रवाल से सवाल किया गया कि क्या इस तरह के लिंक पर क्लिक किया जाना सही हो सकता है?

साइबर एक्सपर्ट अनुज अग्रवाल ने साफ किया कि इस तरह के लिंक पर क्लिक करना बेहद खतरनाक है. क्योंकि इससे लिंक पर क्लिक करने वाले व्यक्ति की निजी जानकारियां ऐसे लोगों तक पहुंच रही हैं जो इसका गलत फायदा उठा सकते हैं. इतना ही नहीं, आपके कंम्यूटर पर रखी गईं निजी तस्वीरें भी मालवियर के मास्टर डाटाबेस में चली जाती हैं.

इस तरह की वेबसाइट क्यों बनाई जाती हैं? इस तरह की वेबसाइट आर्थिक फायदे के लिए बनाई जाती हैं. पिछले दिनों इनका इस्तेमाल कंप्यूटर में रेनसमवेयर डालने के लिए भी किया गया है. फोन या कंप्यूटर में आया रेनसमवेयर फाइलें लॉक कर देता है. उन फाइल्स को अनलॉक करने के लिए साइबर क्रिमिनल के पास जाना होता है. साइबर क्रिमिनल को बिटकॉइन में पेमेंट होता है. साइबर क्रिमिनल के लिए इसका उद्देश्य आर्थिक है और इसका इस्तेमाल दूसरों को नुकसान पहुंचाने के लिए भी होता है.

यानि साइबर एक्सपर्ट के मुताबिक ये वेबसाइट आपकी जानकारियां चुराकर आर्थिक फायदा लेने के मकसद से बनाई गई है. हालांकि दावा बीजेपी की आई टी सेल के बारे में किया जा रहा है इसलिए बीजेपी की आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय से बात की गई. बीजेपी आईटी सेल के प्रमुख ने वेबसाइट से संबंध होने की बात को नकारते हुए इसे कांग्रेस की चाल बताया है लेकिन हम इस बात की पुष्टि नहीं करते.

हमारी पड़ताल में साइबर एक्सपर्ट और बीजेपी से बात के आधार पर हर रोज 300 रुपए कमाई वाले बीजेपी के भर्ती अभियान का दावा करता ये लिंक झूठा साबित हुआ है.

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