- होम
- वीडियो
- सर्च
- वेब स्टोरीज
- ई-पेपर
- होम
- वीडियो
- सर्च
- वेब स्टोरीज
- ई-पेपर
- Hindi News
- National
- 60 देशों के संविधानों का बारीकी से अध्ययन कर बना भारतीय संविधान
शहरके डीआरजे कन्या कॉलेज में राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के तत्वावधान में शनिवार को संविधान दिवस मनाया गया। इस दौरान राजनीति विज्ञान व्याख्याता फरसाराम सराणा ने कहा कि संविधान देश का सबसे बड़ा कानून है। इसके प्रति हमें सत्य निष्ठा से पालन करते हुए अपने अधिकारों एवं कर्तव्यों के प्रति जागरूक होना चाहिए। सराणा ने बताया कि संविधान के प्रारूप समिति के अध्यक्ष एवं संविधान निर्माता डाॅ. भीमराव अंबेडकर ने विश्व के महत्वपूर्ण 60 देशों के संविधानों का अध्ययन कर भारत का संविधान आज ही के दिन 26 नवंबर 1949 को तैयार किया था। जिस पर संविधान सभा के 284 सदस्यों ने हस्ताक्षर किए। संविधान में समता, स्वतंत्रता, धर्मनिरपेक्षता, मताधिकार, महिलाओं की सुरक्षा, केंद्रीय बैंक, वित्त आयोग, महत्वपूर्ण परियोजना में उनका महत्वपूर्ण योगदान रहा। कार्यक्रम प्रभारी डाॅ. राजकुमारी द्वारा संविधान निर्माण संबंधी बारीकियों को बताया कि भारत का संविधान सर्वोपरि है। इसमें हर भारतीय काे न्याय दिलवाने के समान नियम नीतियां बताई गई है। कॉलेज प्राचार्य अर्जुनराम पूनिया ने छात्राओं को संविधान के प्रति निष्ठा एवं संपूर्ण की शपथ दिलवाई। इस दौरान कॉलेज स्टाफ छात्राएं उपस्थित थी।
संविधानकी मूल भावना समझाई : स्थानीयएमबीआर पीजी कॉलेज में राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई द्वारा संविधान दिवस शनिवार को समारोह पूर्वक मनाया गया। कार्यक्रम का प्रारंभ डाॅ. भीमराव राव अंबेडकर की तस्वीर पर माल्यार्पण कर किया गया। कार्यक्रम अधिकारी डाॅ. अनिल कुमार परिहार ने भारतीय संविधान की प्रस्तावना के बारे में जानकारी प्रदान की। मुख्य वक्ता राजनीति विज्ञान के व्याख्याता फरसाराम सराना ने संविधान की मूल भावना तथा राष्ट्रीय एकता एवं अखंडता पर जानकारी दी स्वंयसेवक भंवरलाल ने संविधान के अनुच्छेदों के बारे में बताया। प्राचार्य डाॅ. प्रतिभा सिंघवी ने संविधान की सार ग्रहिता को अपनाने की सलाह दी तथा सभी स्वयंसेवकों, कॉलेज छात्रों कॉलेज स्टाफ को भारतीय संविधान की शपथ ग्रहण करवाई। इस अवसर पर डाॅ. एचके जोशी, डाॅ. अरूणकुमार जैन, राजेन्द्रसिंह, माधोसिंह गहलोत सहित कॉलेज छात्र उपस्थित थे। इसी तरह राउप्रावि पनोतरीनाड़ी टापरा में भारतीय संविधान दिवस समारोह पूर्वक मनाया गया। इस दौरान विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया।
बाबासाहेब भारतीय संविधान के जनक: भारतरतन बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर द्वारा लिखित भारतीय संविधान 26 नवंबर को 1949 को संविधान सभा में स्वीकार किया गया था, जो 26 जनवरी 1950 को प्रभाव में आया। इस दिवस को प्रत्येक भारतीय को हर्ष के साथ मनाना चाहिए। ये विचार राजस्थान मेघवाल समाज उपखंड अध्यक्ष हरीराम जसोल ने उपस्थिति सभा को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। उन्होंने डॉ. भीमराव अंबेडकर को भारत के संविधान का जनक कहा जाता है।
रमणिया.क्षेत्रके सैला ग्राम पंचायत के राजकीय आदर्श उच्च माध्यमिक स्कूल में शनिवार को प्रधानाचार्य बाबूलाल मारवाल की अध्यक्षता में संविधान दिवस मनाया गया। इस दौरान प्रधानाचार्य मारवाल ने बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर को याद करते हुए कहा कि संविधान देश की आत्मा है। व्याख्याता राणाराम गर्ग ने बाबा साहेब की जीवनी पर प्रकाश डाला।
मोकलसर.कस्बेसहित संपूर्ण क्षेत्र के राजकीय और निजी स्कूलों में शनिवार को संविधान दिवस समारोह पूर्वक मनाया गया। कस्बे के एमजेएफ माध्यमिक स्कूल में बाबा भीमराव अंबेडकर की तस्वीर पर पुष्प अर्पित कर शिक्षाविद रमेश बारड़ द्वारा छात्र-छात्राओं को संविधान के बारे में जानकारी दी गई। इसी तरह सभी संस्था प्रधान और प्रबंधकों की निर्देशन में महिलावास के ड्रीम चॉइस स्कूल, रमणिया के प्रियंक विद्या मंदिर धरबला के भारत विद्या मंदिर स्कूल में संविधान दिवस पर विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया।
बालोतरा. कार्यक्रम में शपथ लेते छात्र।
बालोतरा. एमबीआर कॉलेज में संबोधित करते अतिथि।
बालोतरा. टापरा स्कूल में आयोजित कार्यक्रम में भाषण देती बालिका।
भारत का संविधान – 26 नंवबर 1949 को भारत का संविधान पारित हुआ और 26 जनवरी 1950 को प्रभावी हुआ. भारत का संविधान विश्व के किसी भी गणतांत्रिक देश का सबसे लंबा लिखित संविधान है।
10 देश, जिनसे भारत के संविधान निर्माण में सहायता ली गयी।
इस ट्रिक की मदद से आप आसानी से उन 10 देशों के नाम याद कर सकते हो ।
Trick: आबिद आज रुक जा अमेरिका फ्रांस गया है।
आ | आयरलैंड | नीति निर्देशक सिद्धांत, राष्ट्रपति के निर्वाचक-मंडल की व्यवस्था |
बी | ब्रिटेन | संसदीय प्रणाली, विधि निर्माण, एकल नागरिकता, मंत्रिमंडल प्रणाली |
द | दक्षिण अफ्रीका | संविधान संशोधन की प्रक्रिया |
आ | आस्ट्रेलिया | समवर्ती सूची |
ज | जर्मनी | आपातकाल का सिद्धांत |
रु | रूस | मूल कर्तव्य |
क | कनाडा | संघात्मक विशेषताएं, राज्यों में शक्ति का विभाजन |
जा | जापान | विधि द्वारा स्थापित प्रक्रिया |
अमेरिका | अमेरिका | न्यायिक पुनरावलोकन, स्वतंत्रता का अधिकार, मौलिक अधिकार, संविधान की सर्वोच्चता |
फ्रांस | फ्रांस | गणतंत्रात्मक और प्रस्तावना में स्वतंत्रता, समता, बंधुता के आदर्श का सिद्धांत फ्रांस से लिया गया है। |
भारत का संविधान कितने पेज का है?
संविधान की पांडुलिपि में 251 पन्ने (Pages) हैं, जिसका वजन 3. 75 किग्रा (KG) है।
संविधान के लेखक कौन है?
भारतीय संविधान के निर्माता का जिक्र आते ही डॉक्टर भीमराव अंबेडकर का नाम हमारे जेहन में सबसे पहले आता है।
भारतीय संविधान में कितनी धाराएँ हैं
भारतीय संविधान में वर्तमान समय में 395 अनुच्छेद (Paragraphs), तथा 12 अनुसूचियां हैं और इन्हे 25 भागों में विभाजित किया गया है।
संविधान के पहले पेज पर क्या लिखा है?
संविधान की मूलप्रति में राम, सीता और लक्ष्मण की तस्वीर
भारतीय संविधान कितने देशों से मिलकर बना है?
भारतीय संविधान 10 देशों से लिया गया है
More article
भारत के 8 केंद्र शासित प्रदेश
भारत के प्रधानमंत्री (India Prime Minister list) – GK Tricks