अकबर के संरक्षक का नाम क्या है? - akabar ke sanrakshak ka naam kya hai?

दिल्ली में अतगा खां का मकबरा निजामुद्दीन इलाके में स्थित है, इस मकबरे का निर्माण किसके शासन काल में हुआ था ?

📌   बालाकृष्णन समिति की अनुशंसाओं के आधार पर कौन-सा कथन सही है ?

📌   दिल्ली के किस शासक ने अलाई मीनार का काम शुरु करवाया था | बीच में ही शासक की मृत्यु हो जाने पर मीनार अधूरा रह गया |

📌   पश्चिम दिल्ली क्षेत्र से 2014 के चुनाव में लोकसभा सदस्य चुना गया है ?

📌   दिल्ली में किस गुलाम शासक ने चालीस अमीरों व सरदारों का एक दल बनाया था ?

📌   1857 ई. में बहादुरशाह को अंग्रेजों ने कैद करके किस जेल में भेजा जहां उसकी मृत्यु हो गई ?

📌   किस मुगल शासक ने दिल्ली में लाल किला बनवाया था ?

📌   दिल्ली में यमुना नदी किनारे पर स्थित राजघाट क्या है ?

📌   निम्न में से किस शासक ने सोने-चांदी के बदले तांबे के सिक्के चलाए थे ?

📌   निम्न में से लोदी वंश का संस्थापक कौन था ?

📌   "बाबरनामा" किसने लिखा था ?

📌   दिल्ली का साक्षरता प्रतिशत कितना है ?

📌   देश में दिल्ली हरियाली में कौन-से स्थान पर है ?

📌   दिल्ली के किस शासक ने "तुगलकाबाद" शहर बसाया था ?

📌   दिल्ली की कितनी प्रतिशत आबादी कृषि कार्य करती है ?

📌   दिल्ली में औसत वर्षा कितनी होती हैं ?

📌   दिल्ली राज्य को कब राज्यों के कानून (पार्ट-सी) के अधीन मुख्य आयुक्त की सहायता और सलाह के लिए विधान सभा व मंत्रीपरिषद् प्रदान की गई ?

अपनी वेबसाइट पर हम डाटा संग्रह टूल्स, जैसे की कुकीज के माध्यम से आपकी जानकारी एकत्र करते हैं ताकि आपको बेहतर अनुभव प्रदान कर सकें, वेबसाइट के ट्रैफिक का विश्लेषण कर सकें, कॉन्टेंट व्यक्तिगत तरीके से पेश कर सकें और हमारे पार्टनर्स, जैसे की Google, और सोशल मीडिया साइट्स, जैसे की Facebook, के साथ लक्षित विज्ञापन पेश करने के लिए उपयोग कर सकें। साथ ही, अगर आप साइन-अप करते हैं, तो हम आपका ईमेल पता, फोन नंबर और अन्य विवरण पूरी तरह सुरक्षित तरीके से स्टोर करते हैं। आप कुकीज नीति पृष्ठ से अपनी कुकीज हटा सकते है और रजिस्टर्ड यूजर अपने प्रोफाइल पेज से अपना व्यक्तिगत डाटा हटा या एक्सपोर्ट कर सकते हैं। हमारी Cookies Policy, Privacy Policy और Terms & Conditions के बारे में पढ़ें और अपनी सहमति देने के लिए Agree पर क्लिक करें।

Agree

हुमायूं की मौत के बाद अकबर की ताजपोशी और दिल्ली में वापस कब्जा करने के लिए बैरम का नाम इतिहास में दर्ज हुआ. बैरम हुमायूं का सबसे विश्वसनीय था, लेकिन यह विश्वास यूं नहीं बढ़ा.

बैरम खां का नाम मुगल इतिहास में बड़े सम्मान के साथ दर्ज किया गया. इसकी कई वजह थीं. उनका कनेक्शन मुगलों की दो पीढ़ियों से था- हुमायूं और अकबर से. भारत में मुगलिया सल्तनत में को बचाने में बैरम का अहम रोल रहा. हुमायूं की मौत के बाद अकबर की ताजपोशी और दिल्ली में वापस कब्जा करने के लिए बैरम का नाम इतिहास में दर्ज हुआ. बैरम हुमायूं का सबसे विश्वसनीय था, लेकिन यह विश्वास यूं नहीं बढ़ा. इसके पीछे पारिवारिक विरासत भी रही है.

बैरम खां का ताल्लुक तुर्क जनजातीय से था. इनके पिता और दादा बाबर के साम्राज्य से जुड़े थे. उस विरासत को आगे बढ़ाते हुए पिता सैफ़ अली बेग के बाद बैरम खां भी बाबर के दरबार में शामिल हुए.

ऐसे हुई हुमायूं से दोस्ती

बैरम को साहित्य और संगीत से खास लगाव था. साहित्य और संगीत से जुड़ी दिलचस्प जानकारियों के कारण वह जल्द ही हुमायूं का करीबी बन गया. बाबर की मौत के बाद दोस्ती और गहरी हो गई. हुमायूं ने गुजरात के चांपानेर में जब किला फतह किया तो बैरम खां उनके साथ मौजूद थे. इतना ही नहीं, चौसा में शेरशाह सूरी से जंग लड़ते वक्त भी बैरम ने हुमायूं का साथ नहीं छोड़ा. कन्नौज की जंग में भी बराबर से खड़े रहे. इन घटनाओं ने हुमायूं ओर बैरम के बीच की दोस्ती को मजबूत किया.

1556 में हुमायूं की मौत के बाद मुगल साम्राज्य पर खतरा मंडराने लगा. हुमायूं की मौत के बाद मुगल साम्राज्य की ही कई लोग बैरम के खिलाफ साजिश रचने लगे. यह वो समय था जब बैरम सबसे ज्यादा चुनौतियों से जूझ रहे थे. उसी दौर में सूरी वंश के सिकंदर शाह सूरी की नजर मुगल साम्राज्य पर थी और शाहजादे अकबर की रक्षा करने की जिम्मेदारी भी का भी दायित्व था. उस समय अकबर गुरदासपुर ज़िले में कलानौर के कैंप में थे और उम्र थी 13 साल.

आनन-फानन में हुई अकबर की ताजपोशी

आनन-फानन में 14 फरवरी 1556 में अकबर की ताजपोशी की घोषणा की गई. इतिहासकार और अकबर नवरत्नों में शामिल रहे अबुल फज़ल ने ‘अकबरनामा’ में लिखा है, हुमायूं की मौत के बाद बैरम खां ने जिस चबूतरे पर अकबर की ताजपोशी की उसे तख़्त-ए-अकबर नाम दिया गया. उस दौर में बैरम को वकील-उस-सल्तनत का दर्जा मिला हुआ था, ये मुगल सल्तनत के सबसे ओहदे में शामिल था. अकबर को शहंशाह घोषित करने के बाद बैरम खां ने मुगल सेना की बागडोर संभाली.

हत्या का हिस्सा…

लेखक टी. सी. ए. की किताब अटेंडेंट लॉर्ड्स के मुताबिक़, साल 1561 में जनवरी की आखिरी शाम कोबैरम खां की गुजरात में हत्या हुई. हत्या कररने वाला मुबारक खान लोहानी था, जिसके पिता को 1555 में माछीवाड़ा की लड़ाई में मुगलों ने मार डाला था. अकबर की जीवनी ‘अकबरनामा’ में लिखा गया है कि लोहानी बैरम खां का सम्मान करने के लिए उसके गले लगा. इस दौरान उसने खंजर से ऐसा वार किया कि खंजर छाती से पार हो गया. बैरम की लाश स्थानीय लोगों को मिली. इसका जिक्र गुजरात के पाटन में सहस्रलिंग तालाब के पास लगे हुए आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ़ इंडिया के साइन बोर्ड में किया गया है.

अकबर के संरक्षक का नाम क्या था ?`?

(6) बैरम खान 1556 से 1560 ई तक अकबर का संरक्षक रहा.

अकबर किसके संरक्षण में बढ़ा हुआ?

1556 से 1560 तक अकबर बैरम खां के संरक्षण में रहा था। 5 नवम्बर, 1556 को पानीपत का द्वितीय युद्ध हुआ था, इस युद्ध में अकबर की सेना का मुकाबला सेनापति हेमू से हुआ था। हेमू अफगान शासक मुहम्मद आदिल शाह का सेनापति था।

जब अकबर युवा था उसका संरक्षक कौन था?

सही जवाब बैरम खान है।

अकबर को किसने हराया था?

अंतिम हिन्दू शासक हेमू विक्रमादित्य ने अकबर को उसकी विशाल सेना के साथ हराकर अपना नाम इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में लिखवा लिया.

संबंधित पोस्ट

Toplist

नवीनतम लेख

टैग