आद्रता बढ़ने पर ध्वनि पर क्या प्रभाव पड़ता है? - aadrata badhane par dhvani par kya prabhaav padata hai?

इसे सुनेंरोकेंकिसी माध्यम (जैसे हवा, जल, लोहा) में ध्वनि १ सेकेण्ड में जितनी दूरी तय करती है उसे उस माध्यम में ध्वनि का वेग कहते हैं। शुष्क वायु में 20 °C (68 °F) पर ध्वनि का वेग 344 मीटर प्रति सेकेण्ड है।

वायु में आद्रता बढ़ने पर ध्वनि के वेग पर क्या प्रभाव पड़ता *?

इसे सुनेंरोकेंआर्द्रता के बढ़ने पर वायु में ध्वनि का वेग कम हो जाता है।

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आद्रता बढ़ने से ध्वनि का वेग क्या होता है?

इसे सुनेंरोकेंमाध्यम का तापमान और आर्द्रता वायु में ध्वनि का वेग 343.2 मीटर/सेकंड है जो 1,236 किमी / घंटा में तब्दील होता है।

वायु में ध्वनि का वेग तापमान बढ़ने पर क्या होता है?

इसे सुनेंरोकेंतापमान के बढ़ने पर वायु में ध्वनि का वेग बढ़ता है। B. वायु में ध्वनि का वेग दाब पर निर्भर नहीं करता है।

तापमान बढ़ने पर ध्वनि की चाल पर क्या प्रभाव पड़ता है?

इसे सुनेंरोकेंAnswer: तापमान के बढ़ने पर वायु में ध्वनि का वेग बढ़ता है। आर्द्रता के बढ़ने पर वायु में ध्वनि का वेग कम हो जाता है।

वायु में ध्वनि की चाल पर ताप का क्या प्रभाव पड़ता है?

इसे सुनेंरोकेंताप बढ़ने पर चाल बढ़ जाती है।

वायु का सूत्र क्या है?

इसे सुनेंरोकेंलाप्लास ने वायु में ध्वनि के वेग के लिए सूत्र v=√γPd प्राप्त किया। यहाँ v ध्वनि का वेग, P वायुमण्डलीय दाब है तथा d घनत्व तथा γ एक शुद्ध अनुपात है।

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नियत ताप पर ध्वनि की गति पर दाब का प्रभाव क्या होता है?

इसे सुनेंरोकेंदाब का प्रभाव (effect of pressure) : यदि ताप को नियत रखकर दाब में परिवर्तन किया जाए तो दाब परिवर्तन का ध्वनि की चाल पर कोई प्रभाव नही डालता है। जब तक ताप को नियत रखा जाता है तब तक P/ρ भी नियत रहेगा जिससे दाब में परिवर्तन का कोई प्रभाव नही पड़ता जब तक की ताप नियत रखा जाता है।

ध्वनि का वेग अधिकतम कितना होता है?

विभिन्न माध्यमों में ध्वनि का वेग : ठोस > द्रव > गैस

  • ठोस में ध्वनि की चाल सबसे अधिक होगी.ध्वनि (Sound) एक प्रकार का कम्पन या विक्षोभ है जो किसी ठोस, द्रव या गैस से होकर संचारित होती है.
  • शुष्क वायु में 20 °C (68 °F) पर ध्वनि का वेग 343.59 मीटर प्रति सेकेण्ड है.
  • ठोसों में ध्वनि का वेग
  • V =√E/P.
  • संगीत में ध्वनि कितने प्रकार के होते हैं?

    इसे सुनेंरोकेंविद्वानों ने माना है कि जो ध्वनियाँ निश्चित ताल और लय में होती हैं वहीं संगीत पैदा करती हैं। ध्वनियों के मोटे तौर पर दो प्रकार ‘आहत’ और ‘अनाहत’ ध्वनियाँ हैं. ‘अनाहत’ ध्वनियां संगीत के लिए उपयोगी नहीं होतीं, इनका अनुभव ध्यान की परावस्था में होता है अतः ‘आहत’ नाद से ही संगीत का जन्म होता है।

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    ध्वनि के प्रमुख कितने भेद है?

    इसे सुनेंरोकें1) ध्वनि की तरंगे अनुदैर्ध्य होती हैं। 2) ध्वनि तरंगे ध्रुवित नहीं हो सकती हैं। 3) डेसीबल ध्वनि की तीव्रता को मापने का यंत्र है। 4) पानी के अन्दर ध्वनि की तीव्रता हाइड्रोजन से ज्ञात की जाती है।

    इसे सुनेंरोकेंमाध्यम का ताप बढ़ाने पर उसमें ध्वनि की चाल बढ़ जाता है। वायु में प्रति 1 डिग्री सेल्सियस ताप बढ़ने पर ध्वनि की चाल 0.61 m/s बढ़ जाती है।

    नियत ताप पर ध्वनि की गति पर दाब का प्रभाव क्या होता है *?

    इसे सुनेंरोकेंदाब का प्रभाव (effect of pressure) : यदि ताप को नियत रखकर दाब में परिवर्तन किया जाए तो दाब परिवर्तन का ध्वनि की चाल पर कोई प्रभाव नही डालता है। जब तक ताप को नियत रखा जाता है तब तक P/ρ भी नियत रहेगा जिससे दाब में परिवर्तन का कोई प्रभाव नही पड़ता जब तक की ताप नियत रखा जाता है।

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    वायु में ध्वनि का वेग ताप बढ़ने से क्या होता है?

    किसी माध्यम (जैसे हवा, जल, लोहा) में ध्वनि १ सेकेण्ड में जितनी दूरी तय करती है उसे उस माध्यम में ध्वनि का वेग कहते हैं। शुष्क वायु में 20 °C (68 °F) पर ध्वनि का वेग 344 मीटर प्रति सेकेण्ड है।…वायु में ध्वनि की चाल की ताप पर निर्भरता

    तापमान °C मेंध्वनि का वेग m/s में−20319.09−25315.91

    यदि तापमान बढ़ता है तो ध्वनि की गति क्या होगी?

    इसे सुनेंरोकेंA. तापमान के बढ़ने पर वायु में ध्वनि का वेग बढ़ता है।

    आद्रता बढ़ने पर ध्वनि पर क्या प्रभाव पड़ता है?

    इसे सुनेंरोकेंआद्रता का वायु में ध्वनि के वेग पर क्या प्रभाव पड़ता है? – आद्रता के बढ़ने पर वायु में ध्वनि का वेग बढ़ जाता है।

    आद्रता बढ़ने से ध्वनि की चाल पर क्या प्रभाव पड़ता है?

    इसे सुनेंरोकेंनमी युक्त वायु का घनत्व, शुष्क वायु के घनत्व से कम होता है, अतः शुष्क वायु की अपेक्षा नमी-युक्त वायु में ध्वनि की चाल अधिक होती है।

    वायु में ध्वनि का संचरण वायु के कणों के कम्पन के कारण उत्पन्न हुए संपीडन और विरलन के रूप में होता है।

    किसी माध्यम (जैसे हवा, जल, लोहा) में ध्वनि १ सेकेण्ड में जितनी दूरी तय करती है उसे उस माध्यम में ध्वनि का वेग कहते हैं। शुष्क वायु में 20 °C (68 °F) पर ध्वनि का वेग 344 मीटर प्रति सेकेण्ड है।

    वेग = अवृत्ति x तरंगदैर्घ्य

    ध्वनि एक यांत्रिक तरंग है। इसके संचरण के लिये माध्यम की आवश्यकता होती है। निर्वात में ध्वनि का संचरण नहीं होता। वायु में ध्वनि का संचरण एक अनुदैर्घ्य तरंग (लांगीट्युडनल वेव) के रूप में होता है। अलग-अलग माध्यमों में ध्वनि का वेग अलग-अलग होता है। 0°c,पर ध्वनि का वेग 332m/से होता है

    विभिन्न माध्यमों में ध्वनि का वेग[संपादित करें]

    गैसों में ध्वनि के वेग का सूत्र यह है-

    v=γRTM{\displaystyle v={\sqrt {\frac {\gamma {R}{T}}{M}}}}

    जहाँ

    γ समऐन्ट्रॉपिक प्रसार गुणांक (isentropic expansion factor) या रुद्धोष्म गुणांक,R सार्वत्रिक गैस नियतांकT तापमान (केल्विन मेंM गैस का अणुभार है।

    सामान्य ताप और दाब पर इनके मान निम्नलिखित हैं-

    γ = 1.4 (वायु के लिये)R = 8.314 J/mol·K = 8,314 kg·m2/mol·K·s2T = 293.15 K (20 °C)M = 0.029 kg/mol (वायु के लिये)

    आदर्श गैस समीकरण का प्रयोग करने पर,

    PV=mMRT{\displaystyle PV={\frac {m}{M}}{R}{T}}

    जहाँ P गैस का दाब (पास्कल में), V गैस का आयतन ( m3 में) और m गैस का द्रव्यमान है। इससे ध्वनि के वेग का निम्नलिखित सूत्र प्राप्त होता है-

    v=γPρ{\displaystyle v={\sqrt {\frac {\gamma {P}}{\rho }}}}

    जहाँ ρ माध्यम का घनत्व ( kg/m3 में) है।

    vs=Eρ{\displaystyle v_{s}={\sqrt {\frac {E}{\rho }}}}

    जहाँ E ठोस का यंग मापांक और ρ ठोस का घनत्व है। इस सूत्र से इस्पात में ध्वनि का वेग निकाला जा सकता है जो लगभग 5148 m/s है।

    द्रवों में ध्वनि का वेग[संपादित करें]

    जल में ध्वनि के वेग का महत्व इसलिये है कि समुद्र-तल की गहराई का मानचित्र बनाने के लिये इसका उपयोग होता है। नमकीन जल में ध्वनि का वेग लगभग 1500 m / s होता है जबकि शुद्ध जल में 1435 m / s होता है। पानी में ध्वनि का वेग मुख्यतः दाब, ताप और लवणता पर आदि के साथ बदलता है।

    आद्रता बढ़ने से ध्वनि का वेग क्या होता है?

    आर्द्रता बढ़ने के साथ वायु में ध्वनि का वेग कम हो जाता है। वायु में ध्वनि का वेग दाब से स्वतंत्र होता है। वायु में ध्वनि का वेग तापमान के बढ़ने के साथ बढ़ता है।

    आर्द्रता बढ़ने पर ध्वनि तरंगों पर क्या प्रभाव पड़ता है?

    वायु में ध्वनि की गति आर्द्रता में वृद्धि के साथ बढ़ती है, क्योंकि आर्द्र वायु का घनत्व शुष्क वायु के घनत्व से कम होता है। माध्यम का घनत्व कम होने पर माध्यम में ध्वनि की गति बढ़ जाती है। अतः आर्द्र वायु में ध्वनि की गति शुष्क वायु की अपेक्षा तेज होती है।

    आद्रता बढ़ने पर घनत्व पर क्या प्रभाव पड़ता है?

    आर्द्रता का प्रभाव जैसे-जैसे आर्द्रता बढ़ती है, वायु का घनत्व कम हो जाता है जिससे ध्वनि का वेग बढ़ जाता है।

    तापमान बढ़ने पर ध्वनि की गति पर क्या प्रभाव पड़ता है?

    माध्यम के तापमान में वृद्धि के साथ ध्वनि की गति बढ़ जाती है। उदाहरण के लिए। हवा में ध्वनि की गति 0.61 m / s बढ़ जाती है जब तापमान 1 डिग्री सेल्सियस बढ़ जाता है। शुष्क हवा की तुलना में नम हवा में ध्वनि की गति अधिक होती है

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