राजस्थान में गुर्जर जाति कौन से वर्ग में आती है?
हिमाचल और जम्मू कश्मीर में जहां गूजरों को अनुसूचित जनजाति का दर्ज़ा दिया गया है वहीं राजस्थान में ये लोग अन्य पिछड़ा वर्ग में आते हैं.
महाभारत में गुर्जर कौन थे?
महाभारत काल से पहले तथा महाभारत के समय गुर्जरो के चेची तथा कुषाण वंश के राजनैतिक स्तर पर शक्तिशाली होने के प्रमाण मिलते है। कुषाणों को ऋषिक,देवपुत्र तथा तुषार भी कहा जाता था। कुषाणों ने महाभारत के युध्द में भाग लिया था क्योंकि वे कुरूवंशियों के निकट संबंधी थे।
गुर्जरों के वंशज कौन थे?
गुर्जर (Gurjar) जाति की उत्पत्ति
गुर्जर अभिलेखो के हिसाब से ये सूर्यवंशी या रघुवंशी हैं. प्राचीन महाकवि राजशेखर ने गुर्जरों को 'रघुकुल-तिलक' तथा 'रघुग्रामिणी' कहा है. 7 वी से 10 वी शतब्दी के गुर्जर शिलालेखो पर सुर्यदेव की कलाकृतियाँ भी इनके सुर्यवंशी होने की पुष्टि करती हैं.
गुर्जर की जाति कौन सी होती है?
'गुर्जर भी क्षत्रिय वर्ण के ही हैं'
राजपूत जाति तो तेरहवीं शताब्दी के बाद अस्तित्व में आई. उससे पहले तो राजपूत जाति थी ही नहीं.'' ''क्षत्रिय वर्ण होता था और गुर्जर प्रतिहार भी क्षत्रिय थे. गुजरात गूजरों के नाम पर है, पाकिस्तान में गुजरांवाला गुर्जरों के नाम पर है."