पेट पर सरसों का तेल लगाने से क्या होता है? - pet par sarason ka tel lagaane se kya hota hai?

क्या कभी किसी ने सोचा है कि नाभि में तेल लगाने से शरीर को क्या फायदे होते हैं? लोगों के मन में अक्सर नाभि में तेल लगाने से जुड़ा सवाल जरूर आता हैं। बहुत ही कम लोगों को पता होगा कि नाभि पर तेल लगाने से अद्भुत लाभ होता हैं, तेल आयुर्वेद का एक बहुत बड़ा हिस्सा हैं। नाभि में तेल लगाना एक बहुत ही पुरानी प्रक्रिया हैं। ऐेसे बहुत सारे तेल हैं जिसमें एंटी-बैक्टीरियल गुण पाए जाते हैं, नाभि हमारे शरीर का मध्य बिंदु होता हैं, नाभि में तेल लगाने के फायदे सुन कर आप आश्चर्य में पड़ जाएंगे।

नाभि व्यक्ति के शरीर पर असर डालती है। वहीं नाभि में तेल लगाने से त्वचा को चमकदार, दाग धब्बों रहित सुंदर और निरोगी बना सकते है। नाभि में तेल लगाने से कई फायदे होते हैं। लेकिन सवाल ये होता है कि नाभि में कौन सा तेल लगाना चाहिए। बता दें कि नाभि में तेल लगाने से पहले उसकी सफाई का खास ध्यान देना भी जरूरी होता है। जो अक्सर कई लोग भूल जाते हैं।

नाभि में सरसों का तेल डालने के फायदे - Nabhi Me Sarso Ka Tel Dalne Ke Fayde In Hindi

1 . अगर नाभि में सरसों का तेल लगाया जाए तो इसके प्रयोग से घुटनों के दर्द और गठिया रोगों में भी राहत मिलती है। नाभि में सरसों के तेल की दो बूंदें नियमित सोने से पहले डालें, ऐसा करने से आपको जोड़ो में होने वाले दर्द की समस्या से निजात मिलता है।

2. अगर किसी व्यक्ति के बाल तेजी से झड़ रहे हैं तो ऐसे में उसे अपनी नाभि पर सरसों का तेल डालना चाहिए। ऐसा करने से जल्द बाल झड़ने की समस्या से राहत मिलेगी।

3. वहीं अगर किसी को अपच की समस्या रहती है या पेट खराब रहने की समस्या है तो नाभि में नाभि में सरसों का तेल डालें। इससे पेट की परेशानी दूर होती है।

अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। स्पोर्ट्सकीड़ा हिंदी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है।

कई लोग नाभि के महत्व को नहीं जानते हैं लेकिन हमें नाभि की सफाई पर विशेष ध्यान नहीं देने की जरुरत हैं। नाभि शरीर का केंद्र बिंदु है, साथ ही बहुत कम लोग जानते है कि त्वचा पर सरसो तेल लगाने के बहुत लाभ होते हैं, लेकिन आपको शायद यह पता नहीं होगा कि नाभि पर सरसो तेल लगाने के अद्भुत लाभ होते हैं। Benefits Of Mustard Oil On Naval

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मुख्यत: उत्तर प्रदेश, बिहार, राजस्थान और दक्षिण भारत में के घरों में सब्जी बनाने में सरसों के तेल का इस्तेमाल मुख्य रूप से किया जाता है। कुछ जगहों पर इसे कड़वा तेल के नाम से भी जाना जाता है। सरसों का तेल सेहत और सुंदरता दोनों के ही लिए बहुत फायदेमंद है। सरसों के तेल में कई ऐसे तत्व पाए जाते हैं जो दर्द नाशक का काम करते हैं। जोड़ों का दर्द हो या फिर कान का दर्द, सरसों का तेल एक औषधि की तरह काम करता है। तो आइए जानते हैं कि सरसों और सरसों के तेल हमें किन किन चीजों में उपयोग किया जाता है।

नाभि पर सरसो तेल लगाने के फायदे :

1. नाभि में रोजाना सरसों का तेल लगाने से बहुत लाभ होते है, इससे फटे हुए होंठ नरम हो जाते हैं। इसके अलावा इससे आंखों की जलन, खुजली और सूखापन भी ठीक हो जाता है।
2. नाभि में तेल लगाने से शरीर के किसी भी भाग में सूजन की समस्या खत्म हो जाती है। सरसों का तेल नाभि पर लगाने से घुटने के दर्द में राहत मिलती है।
3. सर्दियों में नाभि पर सरसो तेल लगाने से हमारे चेहरे की रंगत बढ़ जाती है, इसलिए आपको रोजाना नाभि पर सरसो तेल लगाना चाहिए।
4. नाभि पर सरसो तेल लगाने से हमारा पाचन तंत्र भी मजबूत होता है।

Benefits Of Mustard Oil On Naval

सरसों और सरसों के तेल के फ़ायदे :

शरीर पर सरसों के तेल की मालिश से सारे शरीर में खून का दौरा तेज होकर शरीर में स्फूर्ति आती है। इससे शरीर पुष्ट होता है, बुढ़ापे के लक्षण मिटते हैं, थकान दूर होती है, माँसपेशियाँ मजबूत बनती हैं तथा त्वचा स्वच्छ एवं झुर्रियों रहित, कोमल कांतिपूर्ण बनती है।

नवजात शिशु तथा प्रसूता, दोनों का शरीर सरसों के तेल की मालिश से पुष्ट तथा बलवान बनता है। यह शरीर के रोम छिद्रों द्वारा सारे शरीर में पहुँच कर शरीर का पोषण करता है तथा शक्ति प्रदान करता है। सर्दियों में सरसों के तेल की मालिश करके नहाने से शरीर पर ठण्ड का असर नहीं होता।

शरीर का रोग ग्रस्त अंग जिसमें दर्द, सूजन या गठिया हो, सरसों के तेल की मालिश से आराम मिलता है। सरसों के तेल में हींग, अजवायन, लहसुन, डालकर गर्म करके, ठण्डा होने पर छान कर शीशी में रखें।

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सर्दी के कारण हाथ, पैर, कमर में दर्द होने लगे तो इस तेल की मालिश से आराम मिलेगा। बच्चों को सर्दी लग जाने पर इस तेल की मालिश से उनकी सर्दी दूर होगी। सिर के बालों में नियमित रूप से सरसों का तेल लगाने से वे असमय सफेद नहीं होंगे, सिर में दर्द नहीं होगा, आँखों की ज्योति बढ़ती है तथा नींद ठीक आती है।

कानों में सरसों का तेल डालने से कान दर्द, बहरापन आदि कान के रोग मिटते हैं। इससे कान का मैल फूलकर बाहर निकल आता है। कान में दर्द हो या कीड़ा घुस गया हो तो सरसों के तेल में ३-४ कलियाँ लहसुन की डाल कर गर्म करके गुनगुना रहने पर १-२ बूँद कान में डालें। कीड़ा मरकर तेल के साथ बाहर आ जाएगा।

सरसों के तेल में बारीक पिसा नमक मिलाकर कुछ समय तक लगातार मंजन करने से दाँत दर्द, पायरिया आदि रोगों में लाभ होता है। जुकाम होने पर गर्म सरसों के तेल की छाती, पीठ पर मालिश करने तथा नाक के चारों ओर लगाने से लाभ होता है।

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पैर के तलवों में सरसों के तेल की मालिश से थकावट दूर होती है, पैरों की शक्ति बढ़ती है तथा इससे आँखों की ज्योति भी बढ़ती है। सरसों के दाने शहद के साथ पीसकर चाटने से खाँसी में आराम मिलता है।

सरसों के तेल में कपूर डालकर मालिश करने से गठिया के दर्द में आराम मिलेगा। बच्चे के पेट की तिल्ली बढ़ जाने पर सरसों के तेल को गुनगुना गर्म करके कुछ दिन उसके पेट की मालिश करें। प्रसूतिगृह की विषाक्त गंध को दूर करने के लिए सरसों के दानों की घी के साथ धूप देनी चाहिए।

किसी ने जहरीला पदार्थ खा लिया हो तो गर्म पानी में सरसों के दाने पीसकर पिलाने से तत्काल वमन हो जाएगा तथा पेट से जहरीला पदार्थ बाहर निकल आता है। सरसों के तेल में आक के पत्तों का रस तथा हल्दी मिलाकर गर्म करें, ठण्डा होने पर छान कर शीशी में रख लें। खाज-खुलली, दाद आदि चर्म रोगों के लिए यह तेल बहुत फायदेमंद है।

सरसों का तेल पेट में लगाने से क्या होता है?

क्योंकि सरसों का तेल नाभि में लगाने से पेट दर्द (Stomach pain), अपच, एसिडिटी (Acidity) जैसी पेट संबंधी समस्याएं दूर होती है। साथ ही पाचन तंत्र भी बेहतर रहता है। 3- नाभि में सरसों का तेल लगाना गठिया यानि जोड़ों के दर्द (Joint Pain) की बीमारी में काफी फायदेमंद माना जाता है।

नाभि में सरसों का तेल लगाकर सोने से क्या होता है?

नाभि में सरसो तेल डालने के ये है फायदे अगर नाभि में सरसों तेल लगाया जाए तो इसके प्रयोग से घुटनों के दर्द और गठिया रोगों से भी राहत मिल जाएगी। नाभि में सरसों के तेल की दो बूंदे नियमित सोने से पहले डालें, ऐसा करने से आपको जोड़ों में होने वाले दर्द की समस्या से निजात मिलता है।

नाभि के अंदर तेल लगाने से क्या होता है?

स्किन की नमी को बनाए रखने में मदद करता है. नाभि में नारियल या जैतून का तेल डालकर मसाज करने से बालों को मजबूती मिलती है. नाभि शरीर के अंदर लगभग 72,000 नसों से जुड़ा होता है, जो शरीर को तेल में मौजूद विभिन्न प्रकार के आवश्यक मिनरल्स को अवशोषित करने में मदद करता है.

नाभि में सरसों का तेल कैसे लगाएं?

नाभि पर तेल लगाने का सही तरीका- नाभि पर तेल लगाने के लिए सबसे पहले आप नाभि के आसपास तेल की कुछ बूंदें डालकर उसे उंगलियों की मदद से नाभि पर लगा लें। इसके अलावा रूई के फाहे में तेल की कुछ बूंदें डालकर उसे नाभि में लगाकर कम से कम 20 मिनट के लिए छोड़ दें।

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