पानी में दूध मिलाकर नहाने से क्या होता है? - paanee mein doodh milaakar nahaane se kya hota hai?

सेहत और स्वस्थता

Milk Bath Benefits: स्किन के लिए नहाना काफी जरूरी होता है. जिससे गंदगी, धूल-मिट्टी और डेड स्किन सेल्स हटाकर स्किन को बेदाग और खूबसूरत बनाया जाता है. लेकिन क्या आप नहाने के पानी में दूध मिलाकर नहाते हैं? क्योंकि, इससे सनबर्न के कारण होने वाला काला रंग हटाया जा सकता है. लेकिन सभी लोग इस स्किन केयर टिप को नहीं अपना सकते हैं. आइए नहाने के पानी में दूध मिलाने का तरीका और सावधानी जानते हैं.

How to take milk bath: नहाने के पानी में कैसे मिलाएं दूध?
नहाने के पानी में दूध मिलाने को मिल्क बाथ कहते हैं. मिल्क बाथ लेने के लिए आप गुनगुना पानी लें और उसमें 1 कप दूध मिला लें. अब आपको इस पानी से नहाना है. आइए आर्टिकल में आगे नहाने के पानी में दूध मिलाने के फायदे जानते हैं और इस उपाय को किन लोगों को नहीं करना चाहिए.

Milk Bath Benefits: दूध मिलाकर नहाने के फायदे क्या हैं?

  1. दूध मिलाकर नहाने से आपकी त्वचा को नमी मिलती है, जिससे त्वचा का रूखापन दूर हो जाता है.
  2. अगर आप एक्जिमा के कारण स्किन रैशेज, खुजली और दाने हो रहे हैं, तो मिल्क बाथ ले सकते हैं.
  3. एक्जिमा की तरह सोरायसिस से राहत पाने के लिए भी नहाने के पानी में दूध मिलाया जा सकता है. इससे खुजली, फ्लेकी व पैची स्किन जैसे सोरायसिस के लक्षणों से राहत मिलती है.
  4. अब पानी में दूध मिलाकर नहाने का सबसे खास फायदा जानते हैं. दूध में विटामिन ए, डी, प्रोटीन, अमिनो एसिड होते हैं, जो सनबर्न के कारण काली हुई त्वचा को निखारने में मदद करते हैं.

Milk Bath Safety: इन लोगों के लिए नुकसानदायक है दूध से नहाना
मिल्क बाथ के फायदों को लेकर अभी रिसर्च होना बाकी है. इसलिए एक्सपर्ट सेंसिटिव स्किन वाले लोगों को पानी में दूध मिलाकर नहाने से मना करते हैं. क्योंकि, दूध में मौजूद लैक्टिक एसिड संवेदनशील त्वचा को नुकसान पहुंचा सकता है. वहीं, आपको बुखार या गर्भावस्था में मिल्क बाथ लेने से बचना चाहिए.

Disclaimer:
इस जानकारी की सटीकता, समयबद्धता और वास्तविकता सुनिश्चित करने का हर सम्भव प्रयास किया गया है. हालांकि इसकी नैतिक जिम्मेदारी ज़ी न्यूज़ हिन्दी की नहीं है. हमारा आपसे विनम्र निवेदन है कि किसी भी उपाय को आजमाने से पहले अपने चिकित्सक से अवश्य संपर्क करें. हमारा उद्देश्य आपको जानकारी मुहैया कराना मात्र है.

नई दिल्ली/टीम डिजिटल। हिंदू धर्म में मान्यता है कि कुंडली के दोष या जाने-अनजाने में किए गए पाप कर्मों के कारण दुर्भाग्य का सामना करना पड़ता है। यदि व्यक्ति को कड़ी मेहनत के बाद भी भाग्य का साथ नहीं मिल पा रहा है तो ज्योतिष में बताए गए उपाय करने से लाभ मिल सकता है।

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नहाने से स्वास्थ्य लाभ और पवित्रता मिलती है। नहाने के पानी में कुछ खास वस्तुएं मिलाने से भाग्य की बाधाएं दूर हो सकती हैं और सफलता के साथ ही धन और सुख भी मिल सकता है। सभी प्रकार के पूजन कर्म आदि नहाने के बाद ही किए जाते हैं, इस कारण स्नान का काफी अधिक महत्व है। 

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पुराने समय में सभी ऋषि-मुनि नदी में नहाते समय सूर्य को जल अर्पित करते थे और मंत्रों का जप करते थे। इस प्रकार के उपायों से अक्षय पुण्य मिलता है और पाप नष्ट होते हैं। ज्योतिष में धन संबंधी परेशानियों से मुक्ति पाने के लिए कई उपाय बताए गए हैं, जो अलग-अलग समय पर किए जाते हैं। नहाते समय करने के लिए एक उपाय बताया गया है। इस उपाय को सही विधि से हर रोज किया जाए तो निकट भविष्य में सकारात्मक फल प्राप्त हो सकते हैं।

  • रोज नहाने से पहले पानी में थोड़ी-सी इलायची और केसर मिलाकर स्नान करने से आपका बुरा समय धीरे-धीरे दूर हो सकता हैं।
  • पानी में दूध मिलाकर स्नान करने से मनुष्य को लम्बी आयु प्राप्त होती है। साथ ही शारीरिक बल भी प्राप्त होता है।
  • पानी में तिल डालकर स्नान करने से महालक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है और घर में धन-समृद्धि का आगमन बना रहता है।
  • रोज नहाने के पानी में थोड़ा-सा घी मिलाकर स्नान करने से स्वस्थ शरीर और सुंदर त्वचा की प्राप्ति होती है।
  • नहाने के पानी में रोज सुगंधित वस्तुएं जैसे फुल, चंदन आदि मिलाकर स्नान करने से धन संबंधी परेशानियां खत्म हो सकती है।

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नहाते समय करें मंत्रों का जप
शास्त्रों में दिन के सभी आवश्यक कार्यों के लिए अलग-अलग मंत्र बताए गए हैं। नहाते समय भी हमें मंत्र जप करना चाहिए। स्नान करते समय किसी मंत्र का पाठ किया जा सकता है या कीर्तन या भजन या भगवान का नाम लिया जा सकता है। ऐसा करने से अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती है।

नहाते समय इस मंत्र का जप करना श्रेष्ठ रहता है।
मंत्र: गंगे च यमुने चैव गोदावरी सरस्वति। नर्मदे सिंधु कावेरी जलस्मिन्सन्निधिं कुरु।।

नदी में नहाते समय पानी पर ऊं लिखें
यदि कोई व्यक्ति किसी नदी में स्नान करता है तो उसे पानी पर ऊँ लिखकर पानी में तुरंत डुबकी मार लेना चाहिए। ऐसा करने से नदी स्नान का पूर्ण पुण्य प्राप्त होता है। इसके अलावा आपके आसपास की नकारात्मक ऊर्जा भी समाप्त हो जाती है। इस उपाय से ग्रह दोष भी शांत होते हैं। यदि आपके ऊपर किसी की बुरी नजर है तो वह भी उतर जाती है।

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