लखनऊ चिड़िया घर में क्या क्या है? - lakhanoo chidiya ghar mein kya kya hai?

होम /न्यूज /उत्तर प्रदेश /Lucknow Zoo: लखनऊ जू का उल्लू घर बना आकर्षण का केंद्र, दिवाली और अमावस्या पर रहता है सख्‍त पहरा

Lucknow Zoo:लखनऊ चिड़ियाघर (नवाब वाजिद अली शाह प्राणी उद्यान) अपने उल्लू घर को लेकर काफी प्रसिद्ध है. यहां पर आपको विभिन्न प्रजाति के भारतीय उल्लू एक साथ देखने का मौका मिलता है.

  • News18 Uttar Pradesh
  • Last Updated : September 06, 2022, 18:04 IST

रिपोर्ट:अंजलि सिंह राजपूत

लखनऊ. क्या आपने चिड़ियाघर के अंदर बने हुए उल्लू घर को देखा है? अगर नहीं तो हम आपको आज दिखाते हैं नवाब वाजिद अली शाह प्राणी उद्यान यानी लखनऊ चिड़ियाघर में बना उल्लू घर कैसा है. इसका निर्माण 7 अक्टूबर 2008 में किया गया था. उल्लू घर मछली घर के पास में बना हुआ है. इसकी सबसे बड़ी खासियत यह है कि यहां पर विभिन्न प्रजाति के भारतीय उल्लू को एक साथ देखने का मौका मिलता है. उनकी खूबसूरती को आप अपने कैमरे में कैद कर सकते हैं.

इसके साथ ही यहां पर कांटेदार साही को भी रखा गया है. साही करीब 90 सेंटीमीटर लंबी है और भार 18 किलोग्राम तक है. दिवाली और अमावस्या पर लखनऊ चिड़ियाघर की ओर से इस उल्लू घर की खास निगरानी कराई जाती है, क्योंकि लोग अंधविश्वास के चलते साही का कांटा और उल्लू के पंख को लेने की कोशिश करते हैं.

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देखने के लिए दूर दराज से आते हैं लोग
गोरखपुर से आए अनुज सिंह ने बताया कि उन्होंने लखनऊ चिड़ियाघर और उल्लू घर के बारे में बहुत सुना था, इसीलिए वह लखनऊ में तो अपना पेपर देने आए थे लेकिन जैसी उन्हें खाली वक्त मिला तो वह इसका दीदार करना नहीं भूले. वहीं, वाराणसी से आए अनुराग कुमार ने बताया कि उन्होंने भी यहां के बारे में बहुत सुन रखा था, इसीलिए चिड़ियाघर घूमने आए हैं.

इस तरह पहुंचे चिड़ियाघर
अगर आप चारबाग रेलवे स्टेशन से लखनऊ चिड़ियाघर आ रहे हैं तो सबसे पहले आपको हजरतगंज चौराहे पर आना होगा. वहां से दाएं लेकर आपको सिविल हॉस्पिटल के ठीक किनारे से बाईं ओर जा रही गली में जाना होगा. करीब 500 मीटर की दूरी पर ही सामने रखो चिड़ियाघर का गेट आपको दिख जाएगा.

सोमवार को बंद रहता है चिड़ियाघर
चिड़ियाघर सोमवार को बंद रहता है. जबकि यहां 12 साल से ऊपर के प्रति व्यक्ति का 80 रुपए का टिकट लगता है. बच्चों के टिकट की बात करें तो 5 साल से लेकर 12 साल तक के बच्चों का टिकट 40 रुपए का है. वहीं, आप WWW.lucknowzoo.com पर जाकर ऑनलाइन टिकट भी बुक कर सकते हैं.

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Tags: Lucknow city, Lucknow news

FIRST PUBLISHED : September 06, 2022, 18:04 IST

लखनऊ के चिड़ियाघर में क्या क्या है?

एक अनुमान के मुताबिक इस चिड़ियाघर में हर साल करीब दस लाख पर्यटक आते हैं। इस चिड़ियाघर में पक्षियों, सरीसृपों और स्तनधारियों सहित कई प्रकार के जानवर पाए जाते हैं, इस चिड़ियाघर में एक रॉयल बंगाल टाइगर, शेर भेड़िया, हिमालय काला भालू, गैंडा, काला हिरण, ज़ेबरा, माया, एशियाई हाथी, जिराफ़, विशाल गिलहरी और कई हैं। अधिक।

चिड़िया घर में क्या क्या रहता है?

चिड़ियाघर या प्राणिउपवन (Zoological garden) वह संस्थान है जहाँ जीवित पशु पक्षियों को बहुत बड़ी संख्या में संग्रहीत कर रखा जाता है। लोग इन संग्रहित पशु पक्षियों को सुविधा और सुरक्षापूर्वक देख सकें इसकी भी व्यवस्था की जाती है। यहाँ उनके प्रजनन और चिकित्सा आदि की भी व्यवस्था होती है।

लखनऊ का चिड़ियाघर कौन से दिन बंद रहता है?

चिड़ियाघर सुबह 8:00 बजे से लेकर शाम 6:00 बजे तक खुला रहता है. वहीं, सोमवार को चिड़ियाघर बंद रहता है.

लखनऊ में सबसे बड़ा चिड़ियाघर कौन सा है?

लखनऊ चिड़ियाघर का इतिहास लखनऊ प्राणी उद्यान दशकों पहले 1921 में अस्तित्व में आया था और यह 71.6 एकड़ भूमि में फैला हुआ है। जगह का औपचारिक नाम “द प्रिंस ऑफ वेल्स जूलॉजिकल गार्डन” है, जिसका नाम हिज रॉयल हाइनेस, प्रिंस ऑफ वेल्स की लखनऊ यात्रा को यादगार बनाने के लिए रखा गया है।

लखनऊ का चिड़ियाघर कितने एकड़ में है?

मंत्रिपरिषद के अनुसार, लखनऊ के वन क्षेत्र के पूर्वी और पश्चिमी ब्लॉकों को मिलाकर 2027.4 हेक्टेयर के घने वन के 350 एकड़ क्षेत्र में एक नाइट सफारी और 150 एकड़ क्षेत्र में जूलॉजिकल पार्क की स्थापना की जाएगी।

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