लोहे की फ्राइंग पैन को जंग से बचाने के लिए कौन सी विधि उपयुक्त है? - lohe kee phraing pain ko jang se bachaane ke lie kaun see vidhi upayukt hai?

Q.17: लोहे के फ्राईंग पैन को जंग से बचाने के लिए निम्न में से कौन-सी विधि उपयुक्त है?

(a) ग्रीज लगाकर                   (b) पेंट लगाकर

(c) जिंक की परत लगाकर      (d) ऊपर के सभी।

उत्तर : ऊपर दिए गए सभी तरीके लोहे को जंग से बचाने में सक्षम हैं। परंतु (a) और (b) विधि फ्राई पैन के लोहे के लिए उपयुक्त नहीं है क्योंकि ग्रीज और पेंट दोनों ही गर्म करने पर जल जाते हैं। इसलिए विधि (c) का प्रयोग किया जाता है। क्योंकि जिंक लोहे से अधिक अभिक्रियाशील है इसलिए यह लोहे को जंग नहीं लगने देता। जिंक का गलनांक लोहे से कम होता है और यह उच्च तापमान को सहन कर सकता है, इसलिए इसका प्रयोग फ्राई पैन में लोहे को जंग से बचाने के लिए किया जा सकता है। अत: विधि (c) सही एवं उपयुक्त विधि है।

लोहे के फ्राइंग पैन को जंग से बचाने के लिए क्या किया जाता है?

क्योंकि जिंक लोहे से अधिक अभिक्रियाशील है इसलिए यह लोहे को जंग नहीं लगने देता। क्योंकि जिंक का गलनांक लोहे से कम होता है और यह उच्च तापमान को सहन कर सकता है, इसलिए इसका प्रयोग फ्राईंग पैन में लोहे को जंग से बचाने के लिए किया जा सकता है।

लोहे में जंग को रोकने के लिए कौन सी विधि है?

Solution : (a) यशदलेपन- इस प्रक्रिया में लोहे की वस्तुओं के ऊपर जिंक की एक परत चढ़ाई जाती है ।

7 लोहे को जंग से बचाने के लिए कौन सी विधि उपयुक्त है A ग्रीज लगाकर B पेंट लगाकर C जिंक की परत चढ़ाकर D उपरोक्त सभी?

ऐसे धातु ऑक्साइड जो अम्ल तथा क्षारक दोनों से अभिक्रिया करके लवण तथा जल प्रदान करते हैं, उभयधर्मी ऑक्साइड कहलाते हैं। अम्ल तथा क्षारक के साथ ऐलुमिनियम ऑक्साइड निम्न प्रकार से अभिक्रिया करता है। क्रियाकलाप 3.9 करने के बाद आपने देखा होगा कि उन धातुओं के नमूनों में सोडियम सबसे अधिक अभिक्रियाशील है।

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