क्या ब्लीच हेयर रिबॉन्डिंग कर सकते हैं? - kya bleech heyar ribonding kar sakate hain?

आज के समय में नैचुरली खूबसूरत बाल बहुत कम ही लोगों के होते हैं, बाकी लोग तो बस निरंतर हेयर प्रॉब्लम्स से ही जूझ रहे हैं। किसी को हेयरफॉल की प्रॉब्लम, किसी को बेजान बालों की प्रॉब्लम तो किसी को ड्राय और फ्रिज़ी बालों की प्रॉब्लम। इन प्रॉब्लम्स से निजात पाने के लिए या डैमेज कंट्रोल करने के लिए अक्सर हम हेयर ट्रीटमेंट्स का सहारा लेते हैं।

हालांकि हेयर ट्रीटमेंट्स करवाते वक्त अक्सर कनफ्यूज़न रहती है कि कौन सा ट्रीटमेंट हमारे बालों के लिए अच्छा रहेगा और हमारी हेयर प्रॉब्लम्स को कम करेगा। ऐसी सूरत में हमें सैलॉन स्टाइलिस्ट्स पर ही आश्रित होना पड़ता है और वो जो कहते हैं वही ट्रीटमेंट करवाना सही लगता है। लेकिन अगर आपको खुद पता चल जाए कि कौन-सा ट्रीटमेंट किसलिए होता है तो, इसके क्या फायदे होते हैं और क्या रिज़ल्ट होता है तो आपके लिए अपने लिए ट्रीटमेंट चुनना आसान हो जाएगा।

हम आपका काम आसान कर रहे हैं और आपको बता रहे हैं कि सबसे कॉमन हेयर ट्रीटमेंट्स कौन-से हैं, उनका क्या काम है और उनका बालों पर कैसा असर होता है।

रीबॉण्डिंग (Rebonding)

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किस तरह के बालों के लिए ये अच्छा है - मोटे, घने और मज़बूत बालों के लिए।

किस तरह के बालों में ये नहीं करवाना चाहिए - पतले, बेजान, फ्लैट और कमज़ोर बालों में।

इस ट्रीटमेंट को जैपनीज़ स्ट्रेटनिंग के नाम से भी जाना जाता है। केमिकल की मदद से बालों को स्ट्रेट करने के ये सबसे पुराने तरीकों में से एक है जो आज भी सैलॉन्स में किया जाता है। ये बालों को पिन-स्ट्रेट और स्लीक बनाता है। मगर अक्सर इससे बाल फ्लैट लगने लगते हैं। कई बार ये ट्रीटमेंट करवाने के बाद अगर आप अपने बालों को कर्ल करना चाहें तो भी नहीं कर पाएंगी।

इतना ही नहीं ये बालों को भी काफी नुकसान पहुंचाता है। ये ट्रीटमेंट करवाने के कम से कम 6 महीनों तक आपको अपने बालों को कलर या दूसरा कोई भी ट्रीटमेंट नहीं करवाना चाहिए। अगर आपके बाल ड्राय, फ्रिज़ी और कमज़ोर हैं तो ये ट्रीटमेंट आपके लिए बिल्कुल भी नहीं है। ये ट्रीटमेंट उन्हीं के लिए है जिनके बाल मोटे, घने और मज़बूत हैं।

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स्मूदनिंग (Smoothening)

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किस तरह के बालों के लिए अच्छा है - पतले लेकिन मज़बूत, ट्विस्टेड, रफ और सख्त बालों के लिए।

किस तरह के बालों में ये नहीं करवाना चाहिए - बाल जो पतले और कमज़ोर हों।

इस हेयर ट्रीटमेंट को ब्राज़िलियन ब्लोआउट भी कहते हैं। इस ट्रीटमेंट में बालों को अमीनो ऐसिड्स की एक परत से कवर किया जाता है जिससे बालों को ना सिर्फ प्रोटेक्शन मिलती है बल्कि ये बालों में मौजूद घुमाव और कर्ल्स को स्मूद कर के फ्रिज़ को भी कम करता है। हालांकि ये ट्रीटमेंट करने के बाद स्ट्रेटनर को हाई-हीट पर सेट कर के बालों को स्ट्रेट किया जाता है, जिससे पतले और कमज़ोर बाल और ज़्यादा डैमेज हो जाते हैं।

स्मूदनिंग और रीबॉण्डिंग में बस इतना फर्क है कि स्मूदनिंग ट्रीटमेंट आपके बालों के स्ट्रकचर को नहीं बदलते हैं यानि कि ये आपके बालों को पोकर स्ट्रेट नहीं बनाते हैं। अगर आपके बाल वेवी हैं तो वो वैसे ही रहेंगे बस पहले के मुकाबले ज़्यादा स्मूद और सिल्की हो जाएंगे।

केराटिन (Keratin)

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किस तरह के बालों पर ये करवाना चाहिए - फ्रिज़ी बाल जिन्हें आप स्मूद करना चाहते हैं।

किस तरह के बालों के लिए ये ठीक नहीं है - हार्ड और ड्राय बाल

जो बात आपको सबसे पहले समझ लेनी चाहिए वो ये कि केराटिन ट्रीटमेंट्स बालों को स्ट्रेट नहीं करते हैं। दूसरी सबसे ज़रूरी बात जो आपको पता होनी चाहिए वो ये कि इस ट्रीटमेंट के दौरान बहुत ज़्यादा हीट यानि कि गर्माहट का इस्तेमाल किया जाता है बालों पर, जिससे पहले से कमज़ोर बाल और ज़्यादा डैमेज हो सकते हैं। यही वजह है कि ये ट्रीटमेंट करने से पहले ये बात अच्छे से समझ लें कि आपके बाल ये ट्रीटमेंट बर्दाश्त कर पाएंगे या नहीं। बहुत से लोगों के साथ ऐसा होता है कि केराटिन ट्रीटमेंट करवाने के बाद उनके बाल हार्ड होकर टूटने लगते हैं।

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ये ट्रीटमेंट उन लोगों के लिए अच्छा है जो अपने वेव्ज़ और कर्ल्स को मेंटेन करते हुए स्मूद बाल चाहते हैं। ये फ्रिज़ को स्मूद कर के बालों को सिल्की बनाता है। हालांकि बहुत ज़्यादा केराटिन ट्रीटमेंट करवाने से बाल हार्ड हो सकते हैं और ड्राय भी। ये ट्रीटमेंट उन लोगों के लिए बिल्कुल भी नहीं है जिनके बाल पहले से ही हार्ड या ड्राय हैं।

केराटिन ट्रीटमेंट करवाने के बाद आप कोई भी शैम्पू, कंडीशनर या हेयर प्रोडक्ट इस्तेमाल नहीं कर सकती हैं। इसके लिए आपको खास तरह के प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करना होगा। हालांकि अच्छी बात ये है कि इस ट्रीटमेंट के बाद आपको काफी समय तक अपने बालों को स्ट्रेट करने के बारे में नहीं सोचना पड़ेगा।

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ओलाप्लेक्स (Olaplex)

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किस तरह के बालों पर ये करवाना चाहिए - डैमेज्ड, कमज़ोर, स्प्लिटएंड्स वाले और ब्लीच किए हुए बाल।

किस तरह के बालों के लिए ये नहीं है - ड्राय बाल या मज़बूत और हेल्दी बाल।

हेयर ट्रीटमेंट्स की दुनिया में ये एक नए तरह का ट्रीटमेंट है जो अक्सर ब्लीच किए हुए बालों के लिए इस्तेमाल किया जाता है। ये बालों की क्वॉलिटी और टेक्सचर रीस्टोर करने में मदद करता है जो ज़्यादा ब्लीच करने की वजह से डैमेज हो गए हैं। ज़्यादातर लोगों का कहना है कि ओलाप्लेक्स ट्रीटमेंट से बाल सॉफ्ट, सिल्की और स्मूद हो जाते हैं। ये एक नया ट्रीटमेंट है जिस वजह से इसमें दूसरे ट्रीटमेंट्स की तरह उतने साइड इफेक्ट्स नहीं हैं। 

Olaplex

तो अगर आपके बाल ड्राय हैं तो ज़रूरी है कि आप उसे कंडीशनर से हायड्रेट करें क्योंकि ओलाप्लेक्स उसे ठीक नहीं करेगा। ये डैमेज बालों को रिपेयर कर सकता है लेकिन ड्राय बालों की प्रॉब्लम दूर नहीं करेगा। ओलाप्लेक्स ड्राय या हार्ड बालों पर ना करवाएं।

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हम उम्मीद करते हैं कि ये जानकारी आपके काम आएगी। ऐसी ही स्टोरीज के लिए पढ़ते रहिये idiva हिंदी।

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हेयर रिबॉन्डिंग के नुकसान क्या है?

हेयर रिबॉन्डिंग के दौरान इस्तेमाल किए जाने वाले सामान के कारण हमारी स्किन, आंखें और स्कैल्प दुष्प्रभाव का शिकार हो सकती है। सेंसिटीव स्किन पर कई बार रैशिज़ और अन्य समस्याएं देखने को मिलती हैं, जो बड़ी परेशानी का कारण भी बन जाती है। बहुत से लोग ऐसे हैं, जो थोड़े थोड़े वक्त के बाद बालों की रिबांडिंग करवाते रहते हैं।

रिबॉन्डिंग और स्मूथनिंग में क्या अंतर है?

स्मूदनिंग करवाने से आपके बाल अधिक स्मूद और सिल्की लुक देते हैं, जबकि स्ट्रेटनिंग व रिबॉन्डिंग से आपको कृत्रिम रूप से स्ट्रेट लुक मिलता है। इस प्रक्रिया में भी कई तरह के केमिकल्स का इस्तेमाल किया जाता है, लेकिन यह बालों को उतना नुकसान नहीं पहुंचाते हैं। इस प्रक्रिया में बालों को रि-शेप करने में मदद मिलती है।

क्या मैं रिबॉन्डिंग के बाद तेल का उपयोग कर सकता हूं?

क्या मैं रिबॉन्डिंग के बाद मैं अपने बालों में तेल लगा सकती हूं? हां, रिबॉन्डिंग के बाद भी अपने बालों को पोषण के लिए नियमित रूप से तेल लगाने की सलाह दी जाती है। हालांकि, ट्रीटमेंट के तुरंत बाद, लगभग 3 दिनों तक सभी हेयर प्रोडक्ट्स से दूर रहें।

रिबॉन्डिंग के बाद बालों की केयर कैसे करें?

1-हेयर रिबॉन्डिंग के बाद आपको कम से कम दिन 3 दिन तक बालों में पानी की बूंद तक को लगने से बचाना चाहिए. यानी आपको इस ट्रीटमेंट के बाद बाल नहीं धोने हैं..
बालों में कंडीशनर लगाना न भूलें.
रिबॉन्डिंग के बाद बालों में सीरम जरूर लगाएं. ... .
रिबॉन्डिंग के बाद बालों में हेयर मास्क लगाना न भूलें..

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