Seasons Meaning in Hindi: पृथ्वी अपने अक्ष पर झुकी हुई है और इस पर ही गति करती हैं। दो चीजें ऋतुओं को बदलने का कारण बनती हैं। सबसे पहले पृथ्वी सूर्य के चारों ओर घूमती है। दूसरा पृथ्वी का घूर्णन अक्ष झुका हुआ है।
पृथ्वी एक अक्ष के चारों ओर घूमती है। जब यह अपने अक्ष पर घूर्णन गति करती है तो हमारी प्रकृति के मौसम में बदलाव आता है। मौसम को मुख्य रूप से तीन भागों में विभाजित किया गया है जो कि सर्दी, गर्मी और मानसून है।
आज हम आपको इस Seasons in Hindi पोस्ट में Information About Seasons in Hindi 6 ऋतुओं के नाम और जानकारी के बारे में बताने जा रहे हैं। यहां पर हम पूरी कोशिश करेंगे कि आपको मौसम की जानकारी (Mausam ki Jankari) की पूरी मिल जाये।
यहां पर Bharat ki 6 Ritu ke Naam in Hindi में बताने जा रहे हैं तथा Seasons Name (rituo ke naam in hindi) के साथ ये भी बतायेंगे कि इन मौसम के अन्दर कौन-कौन से त्यौहार आते हैं? आप 6 seasons in hindi की मदद से ऋतु (rituo ke naam) पर निबंध भी आसानी से लिख सकते हैं। तो आइये जानते हैं Hindi Seasons के बारे में विस्तार से।
विषय सूची
- भारत की 6 ऋतु के नाम और जानकारी | 6 Seasons India in Hindi
- 6 Season Name in Hindi, Ritu ke Naam Hindi Mein
- Types of Season in Hindi | ऋतु के नाम हिंदी में
- वसंत ऋतु (Spring Season in Hindi)
- ग्रीष्म ऋतु (Summer Season in Hindi)
- वर्षा ऋतु (Varsha Ritu in Hindi)
- शरद ऋतु (Autumn Season in Hindi)
- हेमंत ऋतु (Hemat Season)
- शीत ऋतु (Winter Season)
- Seasons in Hindi महत्वपूर्ण FAQ
भारत की 6 ऋतु के नाम और जानकारी | 6 Seasons India in Hindi
Name of Seasons in Hindi: अंग्रेजी कैलेंडर के हिसाब से मौसम को आमतौर पर तीन अलग-अलग मौसम के रूप में बांटा गया है। लेकिन हिन्दू कैलेंडर और भारतीय जलवायु के अनुसार भारत में एक साल में 6 ऋतु (Six Seasons in India) आती है, हर ऋतु दो महीने तक चलती है।
भारत के मुख्य त्यौहार भी इन ऋतुओं के अनुसार ही मनाये जाते हैं। जैसे दिवाली जब आती है तो शरद ऋतु का आगमन होता हैं और होली आपने पर इस ऋतु का समापन होता है, इसकी जगह पर दूसरी सीजन आ जाती है। इस प्रकार ऋतुओं का बदलाव बना रहता है।
इस आर्टिकल के द्वारा हम छह ऋतु के नाम हिंदी में (Six Seasons in Hindi) के बारे में आपको विस्तारपूर्वक जानकरी देंगे।
6 Season Name in Hindi, Ritu ke Naam Hindi Mein
Seasons of India in Hindi निम्न प्रकार है:
ऋतु के नाम (Season Names)अंग्रेजी में नामहिन्दू महीने में ऋतुअंग्रेजी महीने में ऋतुवसंत ऋतुSpring Seasonचैत्र से वैशाखमार्च और अप्रैलग्रीष्म ऋतुSummer Seasonज्येष्ठ से आषाढ़अप्रैल से जूनवर्षा ऋतुRainy Seasonआषाढ़ से सावनजून और अगस्तशरद ऋतुAutumn Seasonभाद्रपद से आश्विनअगस्त से अक्टूबरहेमंत ऋतुHemat Season, Pre Winter Seasonकार्तिक से पौषअक्टूबर से दिसम्बरशीत ऋतुWinter Seasonमाघ से फाल्गुनदिसम्बर से फरवरीTypes of Seasons in Hindi: भारत में ये 6 ऋतुएं है। इन ऋतुओं में सर्दी और गर्मी अलग-अलग स्तर पर पड़ती है। सभी ऋतुएं एक दूसरे पर आधारित होती है। हिन्दू कैलेंडर के अनुसार नए साल की पहली ऋतु वसंत ऋतु है। सभी ऋतु की अपनी अपनी विशेषताएं और महत्ता होती है। निम्नलिखित अनुच्छेद में ऋतु के नाम हिंदी में के बारे में पूरी जानकारी दी गई है।
Types of Season in Hindi | ऋतु के नाम हिंदी में
वसंत ऋतु (Spring Season in Hindi)
Vasant Ritu में न ही ज्यादा गर्मी होती है और न ही ज्यादा सर्दी होती है। इसलिए इसे सभी ‘ऋतुओं का राजा’ भी कहा जाता है। वसंत ऋतु का मौसम बड़ा ही सुहाना और सबका प्रिय मौसम होता है। इस मौसम में बिलकुल भी नमी नहीं होती है, इस मौसम में सुहानी हवा चलती है। ये ऋतु हमारे शरीर को ताजा महसूस करवाती है। इस मौसम के दौरान दिन लंबा और रात छोटी हो जाती है।
इस ऋतु का प्रारम्भ माघ मास की शुल्क पक्ष की पंचमी को होता है। अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार ये मार्च और अप्रैल में आती है। इस मौसम के दौरान ही भारत के मुख्य त्यौहार होली का भी आगमन होता है। यह मौसम पृथ्वी के समस्त जीवों का दिल जीत लेती है।
वसंत ऋतु में त्यौहार
- गुडी पडवा (Gudi Padwa)
- वसंत पंचमी
- होली (Holi)
- रामनवमी (Ram Navami)
- हनुमान जयंती (Hanuman Jayanti)
- बैसाखी
- परशुराम जयंती
- अक्षय तृतीया
- महाशिवरात्रि
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ग्रीष्म ऋतु (Summer Season in Hindi)
इस मौसम को गर्मियों का मौसम (Grishma Ritu) भी कहा जाता है। यह मौसम अंग्रेजी महीने के हिसाब से अप्रैल से जून तक चलता है। जबकि ये मौसम हिन्दू कैलेंडर के अनुसार वैसाख के शुक्ल पक्ष के मध्य से शुरू होता है और ज्येष्ठ आषाढ़ तक चलता है।
इस मौसम की रातें बहुत छोटी है जबकि दिन लम्बे होते हैं। इस मौसम (Summer Season Hindi) में सूर्य का प्रकाश बहुत चमकीला होता है और सूर्य की किरणें सीधी पृथ्वी पर आती है, जिससे पृथ्वी की तालाब और नदियां सुख जाती है। पृथ्वी के समस्त जीवों के लिए यह मौसम कष्टदायक है। इस मौसम में आम, तरबूच, लीची, अंगूर, ककड़ी और खीरा जैसे मज़ेदार और रसदार फल पाये जाते है।
ग्रीष्म ऋतु में त्यौहार
- भगवान बुद्ध जयंती
- निर्जला एकादशी
- वट सावित्री व्रत
- देवशयनी एकादशी
- गंगा दशहरा
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वर्षा ऋतु (Varsha Ritu in Hindi)
गर्मिओं के मौसम में बहुत गर्मी बहुत पड़ती है, जिसके कारण सभी तालाब, कुएं सुख जाते हैं और धरती प्यास से तपने लगती है। लेकिन जब ये मौसम समाप्त हो जाता है और वर्षा ऋतु (Rainy Season) का प्रारम्भ हो जाता है, तो इस मौसम में वर्षा की ठंडी बूंदे तपती धरती की प्यास बुझाती है और सभी सूखे तालाब और कुओं को पानी से भर देती है। वर्षा हो जाने से सभी को तपती गर्मी से राहत मिल जाती है।
इस मौसम का समय जून और अगस्त का होता है। हिन्दू महीने के अनुसार इस ऋतु का समय आषाढ़ से सावन तक का होता है। इस मौसम में सभी किसान वर्षा की सम्भवना को देखकर खुश हो जाते हैं और इस मौसम में धान और जूट की फसलें पकने लगती है। पूरी धरती हरी हरी सी लगती है।
वर्षा ऋतु में त्यौहार
- योग दिवस (21 जून)
- संत कबीर की जयंती
- जगन्नाथपूरी रथ यात्रा
- गुरुपूर्णिमा
- रक्षाबंधन
- कृष्ण जन्माष्टमी
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शरद ऋतु (Autumn Season in Hindi)
इस मौसम में हमें पूरा असमान साफ़ और नीला दिखाई देता है, गर्मी कम हो जाती है। शरद मौसम में आकाश में सभी दिशाओं में सफ़ेद बादल छाये रहते हैं और ऐसा प्रतीत होता है कि वह एक दूसरे से खेल रहे हैं। इस मौसम में हर दिशा में खुशहाली छाई रहती है। इस मौसम को पतझड़ (Autumn) ऋतु भी कहा जाता है।
इस मौसम में हमें सुबह-सुबह घास पर मोतियों जैसी ओस की बूंदे देखने को मिलती है और इस मौसम में सब्जियों की भी बहुत पैदावार होती है। यह ऋतु (Ritu in Hindi) अगस्त महिने में शुरू होती है और अक्टूबर तक चलती है। हिन्दू महीनो में इसका समय भाद्रपद से आश्विन तक होता है।
शरद ऋतु में त्यौहार
- शरद नवरात्रि प्रारंभ
- विजयदशमी
- गणेश चतुर्थी
- हरतालिका तीज
Read Also: शरद ऋतु पर निबंध
हेमंत ऋतु (Hemat Season)
इस ऋतु में मौसम बहुत ही सुहावना हो जाता है और इस मौसम में ठण्ड बढ़ने लग जाती है। जब ये ऋतु समाप्त होती है तो ठंड बहुत बढ़ जाती है। अर्थात् सर्दियों के पहले जो मौसम आता है उसे Hemant Ritu कहा जाता है।
ये मौसम अक्टूबर से दिसम्बर के मध्य आता है। हिन्दू महीनो में इसका समय कार्तिक से पौष तक का रहता है। इस मौसम के जाते जाते ठण्ड बहुत ही बढ़ जाती है और सर्दी का मौसम शुरू हो जाता है।
हेमंत ऋतु में त्यौहार
- अहोई अष्टमी
- नरक चतुर्दशी
- महालक्ष्मी पूजन
- गोवर्धन पूजा
- दिवाली
- भाईदूज
- गोपाष्टमी
- तुलसीविवाह
- गुरू नानक जयंती
- छठ पूजा
Read Also: हेमंत ऋतु पर निबंध
शीत ऋतु (Winter Season)
इस मौसम को शिशिर ऋतु भी कहा जाता है। इस मौसम के दौरान सबसे ज्यादा सर्दी पड़ती है और कहीं-कहीं पर तो बर्फ भी पड़ना शुरू हो जाती है। पहाड़ी इलाके बर्फ की सफ़ेद चादर से ढक जाते हैं। सभी मौसम में से इस मौसम में ही सबसे ज्यादा ठण्ड पड़ती है।
यह मौसम दिसम्बर से लेकर फरवरी तक चलता है, जिसके चलते इतनी सर्दी होती है कि लोग अपने घर से बाहर भी नहीं निकल पाते। हिन्दू महीनो में इसका समय माघ से फाल्गुन तक होता है। इस मौसम में विभिन्न फल, फूल और सब्जियां उपलब्ध होते हैं, जो सेहत के लिए काफी फायदेमंद होते है।
शीत ऋतु में त्यौहार
- लोहड़ी त्यौहार
- गुरू गोविन्द सिंह जयंती
- वसंत पंचमी
- मकर संक्रांति
- पोंगल
- गणतंत्र दिवस
- क्रिसमस
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Seasons in Hindi महत्वपूर्ण FAQ
ऋतुएँ कैसे बनती है?
पृथ्वी सूर्य के चारों ओर एक अण्डाकार (लम्बी वृत्त) कक्षा में भी घूमती है, जिसे पूरा करने के लिए लगभग 365 1/4 दिनों की आवश्यकता होती है। पृथ्वी अपने कक्षीय तल के संबंध में 23.5° के कोण पर झुकी हुई है। पृथ्वी की स्पिन धुरी अपने कक्षीय तल के संबंध ऋतुओं का कारण बनता है।
भारत में कौन कौन सी ऋतु है?
भारतीय जलवायु को ध्यान में रखते हुए मौसम को 6 ऋतुओं में बांटा गया है। ऋतुओं के नाम क्रमानुसार वसंत ऋतु, ग्रीष्म ऋतु, वर्षा ऋतु, शरद ऋतु, हेमंत ऋतु और शीत ऋतु है।
ऋतुओं का राजा कौन है?
ऋतुओं का राजा वसंत ऋतु है। क्योंकि इस मौसम के दौरान प्रकृति खुशनुमा, मनोहर और रोमांच से भरपूर नजर आती है।
वसंत ऋतु का आगमन कहाँ हुआ है?
अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार इस ऋतु का आगमन मार्च-अप्रैल में होता है। माघ महीने में वसंत पंचमी के बाद इस सुहानी ऋतु का आरंभ होता है।
बसंत ऋतु का क्या विशेष महत्व है?
सभी ऋतु में वसंत ऋतु का अधिक महत्त्व माना जाता है। यह ऋतु स्वास्थ्यवर्धक है क्योंकि इस ऋतु में ना सर्दी होती है और ना गर्मी। इस ऋतु के दौरान प्रकृति की सुन्दरता चरमसीमा पर होती है। मौसम एकदम खिला खिला और जीवन को उमंग से भर देने वाला होता है, इस लिए इस ऋतु को राजा का दर्जा दिया गया है।
शरद ऋतु का समय कब से कब तक माना जाता है?
हिंदू कैलेंडर के अनुसार ऋतु शरद ऋतु अश्विन से शुरू होकर कार्तिक माह तक का होता है और अंग्रेजी महीनों के अनुसार अक्टूबर से नवंबर के मध्य में पड़ता है।
शीत ऋतु और शरद ऋतु में क्या अंतर है?
शीत ऋतु और शरद ऋतु में यह अंतर है कि शीत ऋतु में कड़ाके की ठंडी पड़ती है और कई कई जगहों पर बर्फ की बारिश भी होती है, जबकि शरद ऋतु में ठंडी की मात्रा थोड़ी कम हो जाती है लेकिन आपको गर्मी का अहसास नहीं होता है।
भारत की 6 ऋतुओं के बारे में हमनें एक यूट्यूब का लिंक भी संलग्न किया हैं जिसे आप यहाँ देख सकते हैं।
हमने यहां पर Seasons in India in Hindi के बारे में लगभग पूरी जानकारी शेयर की है। ‘6 Seasons of The Year’ में यदि कोई भी त्रुटी हो तो आप हमें कमेंट के जरिये जरूर बताएं। इस Seasons Name In Hindi की जानकारी को आगे शेयर जरूर करें।
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