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गणित कक्षा शिक्षण में विषय वस्तु को पूर्व ज्ञान से जोड़ना क्या आवश्यक है?
इसे सुनेंरोकें3) गणित का सीखना पूर्व ज्ञान पर आधारित होना चाहिए। किसी बच्चे को गणित सिखाते समय, हमें पहले यह पता करना चाहिए कि वह पहले से कितना जानता है और क्या-क्या कर सकता है? हमें इसे उस गणितीय अवधारणा से भी जोड़ना होगा, जिसे हम आगे पढ़ाने जा रहे है जिससे कि सीखने की प्रक्रिया सार्थक रहे और उसमें कठिनाई उत्पन्न न हो।
बच्चों को आकृतियों की समझ क्यों होनी चाहिए?
इसे सुनेंरोकेंउसे इस बात की समझ होती है कि हर चीज का एक आकार होता है। हर आकार की कुछ आसानी से पहचानी जाने वाली विशेषताएँ होती हैं जिन्हें देखा जा सकता है, पहचाना जा सकता है, नाम दिया जा सकता है, उनका वर्णन किया जा सकता है और उन्हें वर्गीकृत भी किया जा सकता है। इन आकारों के विभिन्न उदाहरणों से बच्चे का परिचय पहले से ही होता है।
कक्षा में जाने से पूर्व गणित अध्यापक को क्या क्या तैयारी करनी चाहिए?
अलग–अलग पाठों की तैयारी करना
- परिचय पाठ के शुरू में, विद्यार्थियों को बताएं कि वे क्या सीखेंगे और करेंगे, ताकि हर एक को पता रहे कि उनसे क्या अपेक्षित है।
- पाठ का मुख्य भाग विद्यार्थियों के पूर्वज्ञान के आधार पर विषयवस्तु की रूपरेखा बनाएं।
- अधिगम का आकलन – पाठ की समाप्ति
सतत प्रक्रिया क्या है?
इसे सुनेंरोकेंइस योजना में शब्द ”सतत” का अर्थ छात्रों की ”वृद्धि और विकास” के अभिज्ञात पक्षों का मूल्यांकन करने पर बल देना है, जो एक घटना के बजाय एक सतत प्रक्रिया है, जो संपूर्ण अध्यापन-अधिगम प्रक्रिया में निर्मित हैं और शैक्षिक सत्र के पूरे विस्तार में फैली हुई है।
सामान्यतः गणित सीखना कठिन है क्योंकि?
सामान्यतः गणित सीखना कठिन होता है, क्योंकि :
- इसकी प्रकृति मूल रूप से अमूर्त है
- बच्चे इसे सीखना नहीं चाहते है।
- अच्छे शिक्षकों की अनुपलब्धता है।
- शिक्षण विधियाँ त्रुटिपूर्ण है।
स्थानिक समझ से क्या अभिप्राय है?
इसे सुनेंरोकेंआकृतियों और स्थानिक संबंधों के कारण ही हम अलग-अलग वस्तुओं को देख पाते हैं और उनकी विभिन्न विशेषताओं को भी समझ पाते हैं। अनुभवों को इस तरह से समझने की क्षमता को ही स्थानिक समझ कहते हैं।
प्रायः बच्चे गणित से डरते हैं क्यों?
इसे सुनेंरोकेंछात्रों को इस विषय में रुचि ही नहीं रहती। बहुत कम छात्र ही ऐसे होते हैं जो गणित को आसान विषय मानकर इसके साथ किस्म-किस्म के प्रयोग करते हैं। गणित में अच्छे प्रदर्शन वाले छात्र तो बहुत होते हैं लेकिन उनमें से कोई यह नहीं कहेगा कि गणित आसान है।