गले में खराश और बलगम के कारण - gale mein kharaash aur balagam ke kaaran

सर्दी के दिनों में खट्टी या ठंडी चीजों को खाने से गले में खराश या फिर गला खराब होने जैसी समस्याएं आम बात है। इनसे बचने के लिए कुछ घरेलू उपाय आपकी मदद कर सकते हैं। जानिए कौन से हैं वे 5 उपाय, जो खले की खराश से आपको निजात दिलाएंगे - 

1 खले को आराम देने का सबसे सही समय होता है रात का वक्त। रात को सोते समय दूध में आधी मात्रा में पानी मिलाकर पिएं। इससे गले की खराब कम होगी। साथ ही गर्म हल्दी वाला दूध भी बहुत फायदेमंद होगा।

एक कप पानी में 4 से 5 कालीमिर्च एवं तुलसी की 5 पत्तियों को उबालकर काढ़ा बना लें और इस काढ़े को पिएं। यह रात को सोते समय पीने पर लाभ होगा। इसके अलावा भोजन में आप साधारण चीजें ही खाएं तो बेहतर होगा।

गले में खराश होने पर गुनगुना पानी पिएं। गुनगुने पानी में सिरका डालकर गरारे करने से गले की खराश दूर होगी और गले का संक्रमण भी ठीक हो जाएगा। इसके अलावा गुनगुने पानी में नमक डालकर गरारे करना एक अच्छा इलाज है।

4 पालक के पत्तों को पीसकर इसकी पट्टी बनाकर गले में बांधे और 15 से 20 मिनट तक इसे बांधे रखने के बाद खोल लें। इसके अलावा धनिया के दानों को पीसकर उसका पाउडर बनाएं और उसमें गुलाब जल मिलाकर गले पर लगाएं। इससे भी आराम होगा।

5 गले की खराश के लिए कालीमिर्च को पीसकर घी या बताशे के साथ चाटने से भी लाभ होता है। साथ ही कालीमिर्च को 2 बादाम के साथ पीसकर सेवन करने से गले के रोग दूर हो सकते हैं।   

गले की खराश या फिर अन्य समस्या होने पर मांसाहार, रूखा भोजन, सुपारी, खटाई, मछली, उड़द इन चीजों से परहेज ही रखें, ताकि गला जल्दी ठीक हो सके। 

नई दिल्ली: क्या आपको भी गले में बार-बार कफ (Cough) बनने की समस्या परेशान करती है. एक्सपर्ट्स के मुताबिक, गले में कफ जमा होना एक सामान्य स्थिति होती है, लेकिन लगातार ये प्रॉब्लम हो तो ये किसी गंभीर बीमारी के संकेत भी हो सकते हैं. रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर (weak immunity) होने पर भी ये समस्या कुछ लोगों को होती है. आयुर्वेद के अनुसार जब शरीर में कफ दोष बढ़ता है, तो अधिक कफ या बलगम का निर्माण होता है.

क्यों होती है कफ की प्रॉब्लम?

अक्सर सर्दी-खांसी, जुकाम और बुखार होने पर गले में कफ जमा होने लगता है. वायरल या फ्लू होने पर गले में कफ बनता है और खांसी के साथ निकलने लगता है. एलर्जिक रिएक्शन की वजह से भी गले में कफ बनने की समस्या होती है.

अगर लंबे समय तक कफ बनता रहे तो ये फेफड़ों से जुड़ी किसी गंभीर बीमारी के लक्षण भी हो सकते हैं. कफ का निर्माण फेफड़ों और निचले श्वसन तंत्र के द्वारा किया जाता है. शरीर में अधिक कफ बनने पर ये गले में जमा हो जाता है और कफ में बैक्टीरिया, वायरस जमा होने लगते हैं. 

गले में बलगम बनने के लक्षण

गले में कफ बनने पर आपको गले में दर्द होने, खुजली, जी मिचलाने, मुंह से बदबू आने और रात में ज्यादा खांसी आने की समस्या हो सकती है.

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कफ की प्रॉब्लम हो तो अपनाएं ये घरेलू नुस्खे

-कफ कम करने के लिए गर्म पेय पदार्थों का सेवन करें. गर्म पानी, काढ़ा और सूप पिएं. इससे कफ की प्रॉब्लम दूर होगी.

-कफ की समस्या में नमक के पानी से गरारे करना भी आपके लिए फायदेमंद होगा. इससे गले में खराश और खुजली की समस्या दूर होगी. 

-अगर आपको कफ की समस्या है तो स्मोकिंग से बचें. इससे आपकी परेशानी बढ़ सकती है. 

-गले में बार-बार बलगम जमा होना फेफड़ों को नुकसान पहुंचा सकता है. इससे सेहत से जुड़ी कई समस्याएं हो सकती हैं. अगर ये समस्या लगातार बनी रहती है तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें. 

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों पर आधारित है. इसे अपनाने से पहले चिकित्सीय सलाह जरूर लें. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

आपके वायुमार्ग में थोड़ा बलगम का होना अच्छा है. आपको उसे सुरक्षित और अपने टिश्यू को नम करने की जरूरत है. लेकिन जमाव का मतलब है आपके शरीर में बहुत ज्यादा बलगम होना. ये उस वक्त बनता है जब आपको सर्दी, साइनस या एलर्जी हो जाए या जब आप धुएं या प्रदूषकों में सांस लें.

मौसम में मामूली बदलाव आपकी सेहत को खराब कर सकता है. जब आपके आसपास पर्यावरण में परिवर्तन हो, तो जुकाम, खांसी और गले में कफ की समस्या होती है. इसका अहम कारण एलर्जी है. एलर्जी और बिना इलाज के स्थिति गले में कफ के आम कारण हैं. मौसम में बदलाव के साथ हमारे आसपास के पेड़ और पौधे पराग छोड़ते हैं, जिसके बदले में खांसी और बलगम का होता है. 

कफ युक्त गला के कारण- जैसा कि मौसम में बदलाव में आता है, तो सुबह की हवा सर्द हो जाती है और ये गले में कफ का प्रमुख कारण होता है. सर्द हवा या नमी मुक्त हवा हमारे नाक और गले में सूखापन पैदा कर सकती है. नमी को पूरा करने के लिए हमारा शरीर कफ बनाता है. ये कफ हमारे श्वसन तंत्र को नमी और गर्मी देता है जो जलन को कम करता है.

सर्दियों में फ्लू, साइनस का संक्रमण और सामान्य जुकाम वायरल होते हैं जो गले में कफ का कारण बनता है. कमजोर इम्यूनिटी के कारण आप अक्सर बीमार पड़ते हैं जिससे गले में कफ की शिकायत होती है. आपके आसपास का सर्द वातावरण रोगाणुओं का खतरा भी बढ़ाता है, जो गले में कफ को बढ़ाता है. इसके जेनेटिक कारण भी हो सकते हैं. दूसरे संक्रमण भी गले में कफ की समस्या के जिम्मेदार होते हैं.  

गले से कफ दूर करने के आसान उपाय- पोषण का सही इस्तेमाल, पर्याप्त पानी पीना, गैर जरूरी दिमागी तनाव से दूरी बरतकर आप समस्या का हल कर सकते हैं. शरीर और दिमाग को हेल्दी रखने के लिए शारीरिक व्याया बहुत महत्वपूर्ण है. अपनी उम्र और मेहनत के हिसाब से पर्याप्त नींद लें. दांतों को ब्रश करना सुबह में और रात के खाने के बाद सुनिश्चित करें. घर छोड़ते वक्त अपने मुंह और नाक को रूमाल से ढंक लें, बाहर के खाने से परहेज करें, विशेषकर कच्चे फल और सब्जियां और दूषित पानी न पीएं. अगर आपका गला खुरदुरा हो गया है, तो गुनगुने पानी में थोड़ा नमक डालकर गरारा करें. अदरक और काली मिर्च कफ पैदा कर गले को आराम देते हैं. बहुत ज्यादा ठंडा पानी ना पीएं, आइसक्रीम और कोल्ड ड्रिंक्स का सेवन कम करें. 

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गले में बार बार कफ क्यों बनता है?

अक्सर सर्दी-खांसी, जुकाम और बुखार होने पर गले में कफ जमा होने लगता है. वायरल या फ्लू होने पर गले में कफ बनता है और खांसी के साथ निकलने लगता है. एलर्जिक रिएक्शन की वजह से भी गले में कफ बनने की समस्या होती है. अगर लंबे समय तक कफ बनता रहे तो ये फेफड़ों से जुड़ी किसी गंभीर बीमारी के लक्षण भी हो सकते हैं.

गले में कफ जमा हो तो कैसे निकाले?

अदरक और लहसुन- लहसुन खाने से गले में जमा कफ आसानी से निकल जाता है. साथ ही अदरक को चबाने से गले को काफी आराम मिलता है. काली मिर्च- काली मिर्च के कुछ दानों को अच्छी तरह पीस लें. दो कप पानी गर्म करें और काली मिर्च का पाउडर उसमें मिक्स कर दें.

गले में इन्फेक्शन के क्या लक्षण होते हैं?

गले में इंफेक्शन (संक्रमण) के लक्षण (Symptoms of Throat Infection in Hindi).
गले में दर्द और खराश.
खानपान की चीजों को निगलने में दर्द और कठिनाई.
टॉन्सिल में दर्द और सूजन.
आवाज कर्कश होना.
कुछ मामलों में बुखार और खांसी.
गले का सूखना.
जबड़े और गर्दन में दर्द.
सिर में दर्द.

गले की खराश को कैसे दूर किया जा सकता है?

आइए जानें इनका इस्तेमाल आप कैसे कर सकते हैं..
नमक के पानी से गरारे नमक के पानी के गरारे गले की खराश और दर्द से तुरंत आराम मिलता है. ... .
काली मिर्च और शहद काली मिर्च और शहद का मिश्रण एक सदियों पुराना उपाय है. ... .
अदरक अदरक में जिंजरोल होता है. ... .
सेब का सिरका ... .
मुलेठी.

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