इसे सुनेंरोकेंअल-हुतैब गांव पृथ्वी की सतह से 3,200 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। गांव के चारों ओर का वातावरण वास्तव में काफी गर्म है। हालांकि सर्दियों के दौरान सुबह के समय वातावरण बहुत ठंडा होता है, लेकिन जैसे ही सूरज उगता है लोगों को गर्मी का सामना करना पड़ता है। इस गांव की सबसे खास बात ये है कि यहां कभी बारिश नहीं होती।
ऐसी कौन सी जगह है जहां बारिश नहीं होती?
इसे सुनेंरोकेंअब अगर आप सोच सोच रहे हैं कि ये जगह पक्का रेगिस्तान है तो आप बिल्कुल गलत है क्योंकि एक गांव ऐसा भी है, जहां कभी बारिश नहीं होती. इस गांव का नाम अल-हुतैब है, जो यमन की राजधानी सना के पश्चिम में मनख के निदेशालय के हरज क्षेत्र में स्थित है.
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ऐसा कौन सा गांव है जहां बारिश नहीं होती?
बारिश क्यों नहीं होती है?
इसे सुनेंरोकेंजब कभी नमी वाली गर्म हवा किसी ठंडे और उच्च दबाव वाले वातावरण के संपर्क में आ जाती है तब बारिश होती है। गर्म हवा में ठंडी हवा से ज्यादा पानी इकट्ठा करती है और जब यह हवा अपने अंदर इकट्ठे पानी को ऊंचाई पर ले जाती है तो ठंडे जलवायु मैं मिल जाती है और अपने अंदर का जमा हुआ पानी के भारी हो जाने पर उसे नीचे गिराने लगती है।
कौन से देश में बारिश नहीं होती है?
इसे सुनेंरोकेंविश्व में ऐसा कौन सा देश है जहां पूरे साल भर बारिश नहीं होती? पृथ्वी पर सबसे शुष्क क्षेत्र पेरू और चिली के अटाकामा रेगिस्तान के भीतर है।
कौन सा गांव में बारिश है?
इसे सुनेंरोकें1-मेघालय के मासिनराम में दुनिया का सबसे अधिक बारिश और नम इलाका है. यहां करीब 11,871 मिलीमीटर वर्षा होती है. यहां लोग कभी भी बिना छाता लिए घर से बाहर नहीं निकलते हैं. बंगाल की खाड़ी की वजह से मासिनराम में काफी ज़्यादा नमी है और 1491 मीटर की ऊंचाई वाले खासी पहाड़ियों की बदौलत यह नमी संघनित भी हो जाती है.
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ऐसा कौन सा देश है जिसमें ज्यादा बारिश होती है?
इसे सुनेंरोकेंदुनिया में सबसे ज़्यादा नमी वाले जगह के तौर पर गिनीज़ बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में भारत के मेघालय में मासिनराम का नाम दर्ज है. यहां बंगाल की खाड़ी की वजह से काफी ज़्यादा नमी है और 1491 मीटर की ऊंचाई वाले खासी पहाड़ियों की बदौलत यह नमी संघनित भी हो जाती है. यहां औसतन सालाना बारिश 11,871 मिलीमीटर होती है.
Village where there is never evening: तेलंगाना के पेड्डापल्ली जिले में मौजूद कोडूरूपका गांव कभी निजाम शासकों के घूमने और टहलने का स्थान होता था। हाल ही में इस गांव ने एक बार फिर लोगों का ध्यान अपनी तरफ खींचा है। वजह यह है कि इस गांव में कभी शाम नहीं होती। दिन और रात को मिलाकर हुए 24 घंटों में यहां केवल सुबह दोपहर और रात होती है।
निजामों के लिए खास रहा यह गांवयह गांव चारों तरफ से पहाड़ियों से घिरा हुआ है। कभी निजामों के लिए खास रहा गांव एक बार फिर टूरिस्ट प्लेस बनता जा रहा है। इस गांव में हरियाली बहुत है। यहां आकर मन को काफी सुकून मिलता है। निजाम शासन के वक्त इस गांव का नाम पोडालपका हुआ करता था, जो बाद में कोडूरूपका हो गया। इस क्षेत्र में चावल की खेती मुख्य रूप से होती है। अब कपास और मक्का की खेती भी यहां लोग कर रहे हैं।
गांव चारों तरफ से पहाड़ियों से घिरा हुआ है
यह गांव चारों तरफ से पहाड़ियों से घिरा हुआ है। इस गांव के पूरब में गोला गुट्टा, पश्चिम में रंगानायकुला गुट्टा, दक्षिण में पामुबंदा गुट्टा और उत्तर में नांबुलादरी स्वामी गुट्टा पहाड़ियां मौजूद हैं। इसी वजह से यहां सूरज उगने और अस्त होने का समय प्रभावित होता रहता है।
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आप सभी तो जानते ही होंगे कि दुनिया में सबसे अधिक बारिश भारत के मांसिराम में होता है, लेकिन आज के लेख में जानेगें उस गांव के बारे में जहां बारिश ही नही होती.... most amazing village in the worldहमारी इस पूरी दुनिया में एक से एक हैरान करने वाली जगहें हैं, जिनकी खूबियां रोमांचित कर देती हैं। जैसे कि मेघालय का मासिनराम गांव, जहां दुनिया में सबसे अधिक बारिश होती है, लेकिन क्या कभी आपने किसी ऐसी जगह के बारे में सुना है, जहां कभी बारिश ही नहीं होती।
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अब आपके मन में सवाल आता होगा कि शायद वो जगह कोई रेगिस्तान हो सकती है, जहां बारिश नही होती, लेकिन ऐसा नहीं है कि यह जगह कोई रेगिस्तान नही है, बल्कि यह एक गांव है, जहां लोग रहते भी हैं। most mysterious village in the world
दुनिया के इस अजूबे गांव का नाम है अल-हुतैब (Al Hutaib), जो यमन की राजधानी सना के पश्चिम में मनख के निदेशालय के हरज क्षेत्र में स्थित है। इस गांव में पूरी दुनिया भर से अक्सर पर्यटक आते रहते हैं और यहां के शानदार नजारे का लुत्फ उठाते हैं। यमन के पहाड़ों की चोटी पर भी इतने खूबसूरत घर बनाए हुए हैं, जिसे लोग देखते ही रह जाते हैं।
अल हुतैब नामक यह गांव (One such village in the world, where it never rains) पृथ्वी की सतह से करीब 3,200 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। इस गांव के चारों ओर का वातावरण वास्तव में काफी गर्म रहता है। हालांकि यहां सर्दियों के दौरान सुबह के समय वातावरण बहुत ठंडा होता है, लेकिन जैसे ही सूर्योदय होता है, वैसे ही यहां के लोगों को गर्मियों का सामना करना पड़ता है।
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अल हुतैब (Al Hutaib Village In Hindi) नामक यह गांव ग्रामीण और शहरी विशेषताओं के साथ प्राचीन और आधुनिक वास्तुकला दोनों को जोड़ने वाला गांव है। यह गांव अब 'अल-बोहरा या अल-मुकरमा' लोगों का गढ़ है। इन्हें यमनी समुदाय भी कहा जाता है। ये मुहम्मद बुरहानुद्दीन के नेतृत्व वाले इस्माइली (मुस्लिम) संप्रदाय से आते हैं, जो मुंबई में रहते थे। वर्ष 2014 में अपनी मृत्यु तक हर 3 साल में वो इस गांव का दौरा करते थे।
यमन के इस गांव (world's most amazing villages) की सबसे खास बात यह है कि यहां कभी बारिश नहीं होती। इसकी खास वजह यह है कि यह गांव बादलों के ऊपर बसा हुआ है। यह गांव पृथ्वी की सतह से 3,200 मीटर ऊपर स्थित है, जिसके कारण बादल इस गांव के नीचे ही बनते हैं और बरस जाते हैं। यहां का नजारा देखने में ऐसा है, जैसा शायद ही आपने कभी कहीं देखा होगा।