अल्सर में चावल खा सकते हैं क्या? - alsar mein chaaval kha sakate hain kya?

बासी चावल खाने से चमकेंगे बाल, रिसर्च में हुआ खुलासा बहुत फायदेमंद है बासी चावल

बासी चावल को बनाकर खाने वाले जानते हैं कि ये कितने टेस्टी लगते हैं। कई तरीकों से बासी चावल का इस्तेमाल हर घर में किया जाता है। अगर आप उन लोगों में से हैं जो बासी चावल को अनहेल्दी मानकर फेंक रहे हैं या टैस्ट के चलते इन्हें खा रहे हैं तो आपके लिए एक बेहद खास जानकारी है।

जितनी बार भी आपने बासी चावल खाए हैं, आपको मिले हैं अच्छे स्वास्थ्य के ये बढ़िया फायदे। बासी चावल टैस्ट में जितने अच्छे होते हैं, उतने ही खास हैं इनके गुण। तो जानिए क्या हैं बासी चावल खाने के फायदे।

1. अल्सर से छुटकारा : अगर आपको पेट में अल्सर की मुश्किल है तो बासी चावल खाएं। ये प्राकृतिकतौर पर ठंडक देते हैं। सुबह बासी चावल खाने से आपके पेट में आराम लगेगा।

2. टी या कॉफी की आदत से छुटकारा : अगर आपको सुबह दिन की शुरुआत चाय या कॉफी से करने की है और इस तलब से परेशान हैं तो बासी चावल खाएं। ये आदत छूट जाएगी।

3. ब्लडप्रेशर में फायदा : आपके शरीर को सुबह नाश्ते में चावल खाने में कई पोषक तत्व प्राप्त होते हैं। सुबह बासी चावल को खाने आपको ब्लडप्रेशर में बहुत फायदा होगा।

4. खूबसूरत हो जाएंगे बाल : चावल में आयरन, पोटेशियम और कैल्शियम की भरपूर मात्रा होती है। इतने तत्वों से भरपूर चावल सुबह खाए जाने पर शरीर में अच्छी तरह पच जाते हैं। आपके बालों के लिए ये दवा की तरह काम करेंगे।

5. पतले रहने में मदद : बासी चावल का ये गुण सबसे अधिक खास है। आमतौर पर चावल को फैट बढ़ानेवाला भोजन समझा जाता है। चावल रातभर रखे रहने पर 60 प्रतिशत तक कैलोरी खो देते हैं इसलिए ताजे बने चावल से बासी चावल खाना स्लिम रहने के लिए बेहतर है।

रात के बचे बासी चावल को हम सुबह प्याज के साथ फ्राइ कर नाश्ते के तौर पर खा सकते हैं।

खाना बासी हो जाने के बाद आप क्या करते हैं? कूड़े में फेंक देते होंगे या फिर जानवरों को खिला देते होंगे! आज हम आपको बासी खाने खासकर चावल के ऐसे फायदों के बारे में बताने जा रहे हैं जिनको जान लेने के बाद आप उन्हें फेंकने की गलती कभी नहीं करेंगे। ये सच है कि जिस बासी चावल को हम पोषणहीन समझकर फेंक देते हैं उसमें माइक्रो न्यूट्रिएंट्स और तमाम जरूरी मिनरल्स पाए जाते हैं जो हमारी सेहत के लिए बेहद फायदेमंद होते हैं। रात के बचे बासी चावल को हम सुबह प्याज के साथ फ्राइ कर नाश्ते के तौर पर खा सकते हैं। इसके अलावा एक और तरीका यह है कि रात भर चावल को पानी में भिगोकर रख दें और सुबह जब खमीर उठ जाए तब इसे प्याज के साथ फ्राइ करके सेवन करें। इसके ढेर सारे फायदे होते हैं। जैसे –

1. पाचन तंत्र रहेगा दुरुस्त – बासी चावल की प्रकृति ठंडी होती है। इसका सेवन करने से पाचन तंत्र ठीक रहता है साथ ही साथ शरीर का तापमान भी नियंत्रित रहता है। सर्दियों में रात के बासी चावल को दोपहर के भोजन में भी खाया जा सकता है।

2. फाइबर्स की आपूर्ति – चावल में भरपूर मात्रा में फाइबर्स होते हैं। यह कब्ज, गैस, पेटदर्द जैसी समस्याओं से निजात दिलाते हैं।

3. तरोताजा रखे – बासी चावल आपको दिनभर तरोताजा रहने में मदद करता है। दिन भर के तमाम जरूरी कामों के लिए आपको पर्याप्त एनर्जी प्रदान करता है।

4. अल्सर के इलाज में – बासी चावल अल्सर का इलाज है। अगर आपको अल्सर की समस्या है तो हफ्ते में तीन बार बासी चावल खाएं। इससे घाव जल्दी ही ठीक हो जाएगा।

5. छूटेगी चाय-कॉफी की लत – बहुत से लोग चाय और कॉफी के लती होते हैं। अगर आप ये आदतें छोड़ना चाहते हैं तो बासी चावल का सेवन शुरू कर दें। इसे खाने के बाद चाय या कॉफी पीने की इच्छा कम करती है।


| Published: Wednesday, March 14, 2018, 12:00 [IST]

पेट के अल्‍स को पेप्‍टिक अल्‍सर भी कहते हैं, जो कि पेट की परत पर या फिर छोटी आंत के ऊपरी पोर्शन पर छाले कर रूप ले लेते हैं। शोध के हिसाब से भारत में 90 लाख से ज्यादा लोग इस बीमारी से पीड़ित हैं।

पेप्टिक अल्सर या गैस्ट्रिक अल्सर अमाशय या छोटी आंत के ऊपरी हिस्से में होता है। यह तब बनता है, जब भोजन पचाने वाला अम्ल अमाशय या आंत की दीवारों को नुकसान पहुंचाने लगता है। पेप्टिक अल्सर पेट या ड्यूडिनल में होता है। यह दो प्रकार का होता है, पहला गैस्ट्रिक अल्सर और दूसरा ड्यूडिनल अल्सर।

अल्सर होने पर पेट दर्द, जलन, उल्टी और उसके साथ ब्लीडिंग होने लगती है। कुछ समय बाद अल्सर के पकने पर यह फट भी जाता है। इसे परफॉरेशन कहते हैं। अल्‍सर की वजह से पेट में जलन, दांत काट ने जैसा दर्द आदि होता है। अगर आप खाना खाने के बाद कई घंटों तक अपना पेट खाली रखते हैं तो आपको यह दर्द हो सकता है। यह दर्द रात और सुबह के समय ज्‍यादा हेाता है। यह दर्द कुछ मिनट तक रह कर कई घंटो तक रहता है।

क्‍या हैं इसके लक्षण-

  • जी मिचलाना
  • उल्‍टी आना
  • भूख ना लगना
  • वजन कम होना

आज आपको कुछ ऐसे खाद्य पदार्थों के बारे में बता रहे हैं जिनका आपको सख्ती से परहेज करना है। स्वस्थ खान-पान और तनावमुक्त जीवनशैली आपके स्वास्थ में बहुत अंतर ला सकती है। फिर भी अगर आपकी तकलीफ बढती जा रही है तो डॉक्टर से सलाह लेकर ज़रूरी इलाज करवाएं जिससे यह बीमारी और ना बढ़े।

1. कॉफ़ी:

कैफीन के सेवन से आपके पेट में एसिड की मात्र बढती है। इस कारण पेट के अलसर के मरीज को कॉफ़ी से परहेज़ करना चाहिए ताकि आपके पेट में एसिड की मात्र ना बढ़े। साथ ही आपके स्वास्थ में जल्दी सुधार हो। ना सिर्फ कॉफी बल्‍कि जिस चीज में कैफीन होती है जैसे साफ्ट ड्रिंक या चॉकलेट आदि आपकी हालत खराब कर सकती है।

2. मिर्च-मसालेदार भोजन:

कई शोधों से यह पता चला है कि मसलेदार भोजन से अलसर बढ़ते हैं और स्थिति और खराब हो जाती है। छालों में जलन होती है। अतः मसालेदार भोजन से परहेज़ करें।

3. बेक किये हुए खाद्य पदार्थ:

बेक किये हुए खाद्य पदार्थों में ट्रांस वसा की मात्रा बहुत होती है इस कारण यह पेट के एसिड को बढाता है। इसे अलसर में जलन होती है। अतः ऐसे पदार्थों से परहेज़ ज़रूरी है।

4. सफ़ेद ब्रेड:

यह भी एक ऐसा खाद्य पदार्थ है जिससे अलसर की स्थिति और बिगड़ सकती है। अतः अपने भोजन से सफ़ेद ब्रेड को पूरी तरह से हटा देना स्वास्थकर होता है।

5. लाल मांस:

जिन लोंगो को अल्‍स है उन्‍हें लाल मांस नहीं खाना चाहिये। रेड मीट में काफी सारा फैट और प्रोटीन होता है जो कि पेट को लंबे समय तक भरा रखता है। यह जितनी देर पेट में रहता है उतनी देर एसिड रिलीज करता है और पेट की लाइननिंग को खराब करता है। अतः हर हाल में लाल मांस से परहेज़ ज़रूरी है।

6. शराब:

शराब पीने से आपको अल्‍स हो सकता है लेकिन वहीं जिन्‍हें अल्‍स पहले से ही है उनके लिये शराब जहर के समान है। शराब का अत्यधिक सेवन आपके पाचन तंत्र को खराब कर देता है और एसिड का लेवल बढा सकता है।

7. डेयरी उत्पाद:

डेयरी उत्पाद फैट से भरे होते हैं। इन्‍हें या तो पूरी तरह से हटा दें या फिर इनका थोड़ा कम सेवन करें। अलसर की स्थिति में हालत और भी बिगड़ सकती है। अतः जब तक अलसर ठीक ना हो जाये, दूध और अन्य डेयरी उत्पादों से दूरी बना ले।

8. चावल, गेहूं और रोटी

ये सभी स्‍टार्च से भरे आहार हैं जिसका सेवन बिल्‍कुल भी नहीं करना चाहिये। इन्‍हें पचाना काफी मुश्‍किल होता है जिससे पेट में एसिड की मात्रा बढा जाती है।

English summary

Foods to Avoid if You Have a Stomach Ulcer in hindi

People are at an increased risk of suffering from a stomach ulcer if they smoke a lot, drink alcohol in excess, lead a stressful life and eat spicy foods.

Story first published: Wednesday, March 14, 2018, 12:00 [IST]

अल्सर में क्या क्या परहेज करना चाहिए?

अल्सर के मरीजों की ऐसी होनी चाहिए डायट!.
अल्सर के मरीजों को कच्चे फल और सब्जियां खाने से बचना चाहिए. ... .
गैस बनाने वाली सब्जियां जैसे गोभी, बींस, शिमला मिर्च, टमाटर, प्याज, पालक और लहसून का सेवन ना करें..
दूध और दूध से बने प्रोडक्ट्स ना खाएं..
गेहूं और जौ से बने फूड अधिक खाएं..

पेट के अल्सर को ठीक करने का सबसे तेज़ तरीका क्या है?

पेट के अल्सर के लिए घरेलू उपचार.
1- मुलेठी एक गिलास पानी में एक छोटा चम्मच मुलेठी पाउडर डालकर उसे मिला लें और 15 मिनट के लिए छोड़ दें। इसके बाद इसे छान कर दिन में तीन बार पिएं। ... .
2- गुड़हल गुडहल की पत्तियों को पीस कर इसका शरबत बना लें। इसका रोजाना सेवन करने से अल्सर रोग ठीक हो जाता है।.

अल्सर को ठीक करने के लिए क्या खाना चाहिए?

इसलिए यदि आप अल्सर की समस्या से परेशान तो सेब का सेवन आपको रोजाना करना चाहिए। गाजर की बात करें तो इसका सेवन सेहत के लिए बहुत ही ज्यादा अच्छा होता है, इसमें कई सारे गुण होते हैं जो अल्सर की समस्या को दूर करने में मदद करते हैं, इसके रोजाना सेवन से अल्सर के जैसी समस्या दूर होती जाती है।

अल्सर में दही खा सकते हैं क्या?

दही, छाछ का सेवन एसिड का लेवल बढ़ा देते है ऐसे में जिन लोगों को अल्सर है वो इनका सेवन बंद कर दे। रात में चावल खाना बंद कर दे। दाल भी डिनर में खाने के बजाय लंच में लेना शुरू कर दे ताकि एसिड कंट्रोल रहे। इस मौसम में लौकी और कद्दू की सब्जी अधिक खाए ये दोनों सब्जियां अल्सर को कम करने में मददगार होती है।

Toplist

नवीनतम लेख

टैग