1 मार्च को क्या तिथि है - 1 maarch ko kya tithi hai

आज का पंचांग, aaj ka panchang  

01 March 2022 ka Panchang:  आज फाल्गुन माह कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तथा धनिष्ठा नक्षत्र है।आज भगवान विष्णु जी की उपासना के साथ हनुमान जी की पूजा भी करें।मंगलवार का व्रत रहें।दान पुण्य करें।आज लाल फलों व गेंहू दान का बहुत महत्व है।रात्रि में माता काली जी की विधिवत पूजा करें व भैरो स्तोत्र का पाठ करें। आज बजरंगबाण के पाठ करने का अनन्त पुण्य है। आज गुरु, शनि व मंगल के बीज मंत्र के जप का दिवस है।

प्रातःकाल पञ्चाङ्ग का दर्शन ,अध्ययन व मनन आवश्यक है।शुभ व अशुभ समय का ज्ञान भी इसी से होता है। अभिजीत मुहूर्त का समय सबसे बेहतर होता है।इस शुभ समय में कोई भी कार्य प्रारंभ कर सकते हैं।विजय व गोधुली मुहूर्त भी बहुत ही सुंदर होता है। राहुकाल में कोई भी कार्य या यात्रा आरम्भ नहीं करना चाहिए।

राहुकाल का समय - सायंकाल 03 बजे से 04:30 बजे तक है। इस दौरान शुभ काम को करने से परहेज करें।

ज्योतिष डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली Published by: विनोद शुक्ला Updated Mon, 01 Mar 2021 06:59 AM IST

पंचांग मुख्य रूप से पांच अंगों से मिलकर बना होता है। - फोटो : अमर उजाला

01 मार्च 2021 का दैनिक पंचांग

Aaj Ka Panchang: हिंदू पंचांग को वैदिक पंचांग के नाम से जाना जाता है। पंचांग के माध्यम से समय एवं काल की सटीक गणना की जाती है। पंचांग मुख्य रूप से पांच अंगों से मिलकर बना होता है। ये पांच अंग तिथि, नक्षत्र, वार, योग और करण है। यहां हम दैनिक पंचांग में आपको शुभ मुहूर्त, राहुकाल, सूर्योदय और सूर्यास्त का समय, तिथि, करण, नक्षत्र, सूर्य और चंद्र ग्रह की स्थिति, हिंदू मास एवं पक्ष आदि की जानकारी देते हैं। आइए जानते हैं आज का शुभ मुहूर्त और राहुकाल का समय।

तिथि

द्वितिया

 08:35 तक
नक्षत्र  उत्तर फाल्गुनी  07:32 तक
करण  

गारा
वणिजा

08:35 तक
19:11 तक

 पक्ष

 कृष्ण

 
वार  सोमवार  
योग  शुला  12:51 तक
सूर्योदय 06:49  
सूर्यास्त 18:16  
चंद्रमा    कन्या राशि में   
राहुकाल        08:15 − 09:41  
विक्रमी संवत्   2077  
शक सम्वत 1941  
मास  फाल्गुन  
शुभ मुहूर्त अभिजीत 12:10 − 12:56

पंचांग के पांच अंग  तिथि
हिन्दू काल गणना के अनुसार 'चन्द्र रेखांक' को 'सूर्य रेखांक' से 12 अंश ऊपर जाने के लिए जो समय लगता है, वह तिथि कहलाती है। एक माह में तीस तिथियां होती हैं और ये तिथियां दो पक्षों में विभाजित होती हैं। शुक्ल पक्ष की आखिरी तिथि को पूर्णिमा और कृष्ण पक्ष की अंतिम तिथि अमावस्या कहलाती है। तिथि के नाम - प्रतिपदा, द्वितीया, तृतीया, चतुर्थी, पंचमी, षष्ठी, सप्तमी, अष्टमी, नवमी, दशमी, एकादशी, द्वादशी, त्रयोदशी, चतुर्थदशी, अमावस्या/पूर्णिमा।

नक्षत्र: आकाश मंडल में एक तारा समूह को नक्षत्र कहा जाता है। इसमें 27 नक्षत्र होते हैं और नौ ग्रहों को इन नक्षत्रों का स्वामित्व प्राप्त है। 27 नक्षत्रों के नाम - अश्विन नक्षत्र, भरणी नक्षत्र, कृत्तिका नक्षत्र, रोहिणी नक्षत्र, मृगशिरा नक्षत्र, आर्द्रा नक्षत्र, पुनर्वसु नक्षत्र, पुष्य नक्षत्र, आश्लेषा नक्षत्र, मघा नक्षत्र, पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र, उत्तराफाल्गुनी नक्षत्र, हस्त नक्षत्र, चित्रा नक्षत्र, स्वाति नक्षत्र, विशाखा नक्षत्र, अनुराधा नक्षत्र, ज्येष्ठा नक्षत्र, मूल नक्षत्र, पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र, उत्तराषाढ़ा नक्षत्र, श्रवण नक्षत्र, घनिष्ठा नक्षत्र, शतभिषा नक्षत्र, पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र, उत्तराभाद्रपद नक्षत्र, रेवती नक्षत्र।

वार: वार का आशय दिन से है। एक सप्ताह में सात वार होते हैं। ये सात वार ग्रहों के नाम से रखे गए हैं - सोमवार, मंगलवार, बुधवार, गुरुवार, शुक्रवार, शनिवार, रविवार।

योग: नक्षत्र की भांति योग भी 27 प्रकार के होते हैं। सूर्य-चंद्र की विशेष दूरियों की स्थितियों को योग कहा जाता है। दूरियों के आधार पर बनने वाले 27 योगों के नाम - विष्कुम्भ, प्रीति, आयुष्मान, सौभाग्य, शोभन, अतिगण्ड, सुकर्मा, धृति, शूल, गण्ड, वृद्धि, ध्रुव, व्याघात, हर्षण, वज्र, सिद्धि, व्यातीपात, वरीयान, परिघ, शिव, सिद्ध, साध्य, शुभ, शुक्ल, ब्रह्म, इन्द्र और वैधृति।

करण: एक तिथि में दो करण होते हैं। एक तिथि के पूर्वार्ध में और एक तिथि के उत्तरार्ध में। ऐसे कुल 11 करण होते हैं जिनके नाम इस प्रकार हैं - बव, बालव, कौलव, तैतिल, गर, वणिज, विष्टि, शकुनि, चतुष्पाद, नाग और किस्तुघ्न। विष्टि करण को भद्रा कहते हैं और भद्रा में शुभ कार्य वर्जित माने गए हैं।

1 मार्च 2022 में क्या है?

Panchang 01 March 2022 Tuesday: 1 मार्च 2022, दिन- मंगलवार, फाल्गुन मास, कृष्ण पक्ष, चतुर्दशी तिथि 01 बजे तक फिर अमावस्या तिथि लग जाएगी, धनिष्ठा नक्षत्र 03.48 बजे तक फिर शतभिषा नक्षत्र की शुरुआत होगी. चंद्रमा मकर राशि में 16.32 बजे तक फिर कुंभ राशि में प्रस्थान कर जाएंगे और भगवान सूर्य कुंभ राशि में व‍िराजमान हैं.

2022 का आज कौन सा तिथि है?

आइए जानते हैं, आज का पंचांग. आज की तिथि (Aaj Ki Tithi) : 6 जुलाई 2022 को आषाढ़ मास की शुक्ल पक्ष की सप्तमी की तिथि है.

चौदस कब है 2022 मार्च?

21 मार्च 2022 - संकष्टी चतुर्थी व्रत यह व्रत गणेश जी को समर्पित है.

आज दिन का चौघड़िया क्या है?

Aaj Ka Choghadiya 3 August 2022 – Rat ka Choghadiya.

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